जयपुर. राजधानी के ग्रामीण थाना इलाके में आईओसीएल की पाइप लाइन में सेंधमारी कर क्रूड ऑयल चुराने वाली गैंग का अब तक पुलिस पता नहीं लगा पाई है. वहीं, गैंग की तलाश में कई टीमों का गठन कर कार्रवाई की जा रही है.
इस पूरे प्रकरण को लेकर आईओसीएल के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों से भी पुलिस के आला अधिकारियों ने पूछताछ की है. जिस भूमि पर गैंग के सदस्यों की ओर से कमर्शियल एक्टिविटी की जा रही थी पुलिस उसकी भी जांच कर रही है.
वहीं, अब तक की पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि गैंग के सदस्यों ने स्क्रैप का काम करने की बात कहते हुए एक किसान से 15 हजार रुपए प्रति माह पर जमीन को किराए पर लिया था. गैंग के सदस्यों ने नवंबर 2018 में किराए पर जमीन लेने के बाद सुरंग खोदने और आईओसीएल की पाइप लाइन में सेंधमारी कर उच्च कोटि का वाल लगाकर पाइपलाइन को किराए की जमीन पर बनाए गए कमरे तक लाने का काम पूरा किया.
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गैंग के सदस्यों ने चाकसू से पानीपत जा रही 450 किलोमीटर लंबी क्रूड ऑयल की पाइप लाइन में शाहपुरा के पास एनएच 8 के नीचे 6 फीट की गहराई से गुजर रही पाइप लाइन में सुरंग बनाकर सेंधमारी करते हुए उच्च कोटि का वॉल फिट किया फिर 3.30 फिट की गुफा बनाकर पाइपलाइन को बिछाया.
वहीं, ताज्जुब की बात यह है कि गैंग के सदस्यों ने इस पूरी वारदात को इतनी सफाई के साथ अंजाम दिया कि आसपास रह रहे लोगों को भी इसकी भनक तक नहीं लगी. फिलहाल, गैंग की तलाश में पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर कार्रवाई कर रही है.