जयपुर. आगामी 30 मई को केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे अब भाजपा चुनावी राज्यों में पकड़ मजबूत करने के लिए पीएम मोदी को मैदान में उतारने जा रही है. जिसका रोडमैप भी तैयार कर लिया गया है. इस माह के आखिर में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर आ रहे हैं और इस बार पार्टी ने प्रदेश के सेंटर को टारगेट किया है. पीएम आगामी 31 मई को अजमेर में जनसभा को संबोधित करेंगे. उनकी सभा को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने भी तैयारियां तेज कर दी है. हालांकि, अजमेर 2018 के चुनाव में भाजपा के गढ़ के रूप में उभरा था. ऐसे में अब पीएम मोदी यहां सभा कर अपने गढ़ को और अधिक मजबूत करने की कोशिश करेंगे. सबसे बड़ी ये है कि मोदी नौ माह में 6वीं बार राजस्थान आ रहे हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो आने वाले महीनों में कमोबेश पीएम प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे. यही वजह है कि जिलेवार रिपोर्ट मांगी गई है.
हर जिले में होगी पीएम की सभा - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राजस्थान आ रहे हैं. 31 मई को वो अजमेर में जनसभा को संबोधित करेंगे. सबसे बड़ी बात है कि मोदी सरकार के नौ साल इसी माह पूरे हो रहे हैं. ऐसे में मोदी की अजमेर में निर्धारित सभा को काफी अहम माना जा रहा है. पिछले 9 महीने में मोदी 6वीं बार राजस्थान आ रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा के लिए राजस्थान कितनी अहमियत रखता है. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व का पूरी तरह से राजस्थान पर फोकस बना हुआ है.
पीएम बनाएंगे पार्टी के पक्ष में माहौल - पार्टी सूत्रों की माने तो इस बार राजस्थान में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी की सभाओं के रोड मैप में राजस्थान की कमोबेश सभी जिलों को शामिल किया गया है. सूत्रों की माने तो केंद्रीय नेतृत्व ने सभी जिलों से पीएम मोदी के दौरे संबंधी रिपोर्ट मांगी है. माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में सभी जिलों में पीएम जनसभा के जरिए पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे.
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पीएम मोदी ने संभाली कमान - पीएम मोदी के दौरों से यह बात भी साफ हो गई है कि इस बार का चुनाव प्रदेश भाजपा के नेताओं के नेतृत्व में नहीं, बल्कि केंद्रीय नेतृत्व के देखरेख में लड़ा जाएगा. इसकी बड़ी वजह पिछले दिनों प्रदेश भाजपा में खुलकर सामने आई गुटबाजी मानी जा रही है. यही कारण है कि अब पार्टी आलाकमान स्थानीय नेताओं के भरोसे चुनावी मैदान में नहीं उतरना चाहता है. ऐसे में सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी की सभाओं के रोडमैप तैयार किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं मोदी के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य केंद्रीय नेताओं के दौरों की तैयारियां भी शुरू हो गई है.
जिलों से मांगी रिपोर्ट - पार्टी के विशेष सूत्रों की माने तो केंद्रीय नेतृत्व ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है. जिसमें स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ जिले के राजनीतिक समीकरणों की भी जानकारी मांगी गई है. किस जिले में क्या स्थानीय मुद्दे हैं, इसके साथ किस जिले में भाजपा के पास कितनी सीटें हैं और पिछले चुनाव में क्या हार जीत के अंतर रहे थे. इसके अलावा हार के पीछे की वजहों को भी रिपोर्ट में लिखने की बात कही गई है. साथ ही रिपोर्ट में जिताऊ उम्मीदवार के अलावा जातीय समीकरण के जिक्र करने को भी कहा गया है.
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2024 पर फोकस - भाजपा केंद्रीय नेतृत्व का फोकस पूरी तरह से विधानसभा से ज्यादा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव है. राजस्थान देश के उन चंद राज्यों में से एक है, जहां भाजपा के शतप्रतिशत लोकसभा की सीटें हैं. प्रदेश में 25 लोकसभा की सीटें है और 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 25 में से 25 सीटों पर जीत मिली थी. ऐसे में इस अजय जीत के सिलसिले को पार्टी बरकरार रखना चाहती है. यही वजह है कि केंद्रीय नेतृत्व ने इन सभी सीटों के हिसाब से पीएम मोदी के आगामी दौरे की सूची तैयार की है.
सियासी समीकरण पर नजर - 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजमेर में जनसभा करेंगे. अजमेर के राजनीतिक समीकरण को देखें तो जिले में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं. जिसमें से 5 अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, पुष्कर, ब्यावर, नसीराबाद विधानसभा सीट पर जहां भाजपा का कब्जा है तो वहीं दूसरी ओर केकड़ी और मसूदा सीट पर कांग्रेस काबिज है. हालांकि, एक सीट (नसीराबाद) पर निर्दलीय प्रत्याशी को कामयाबी मिली थी. अगर अजमेर संभाग की विधानसभा सीटों के लिहाज से देखा जाए तो यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों का बराबर कब्जा है. 2018 के चुनाव में अजमेर संभाग की कुल 29 सीटों में से 13 पर भाजपा और 13 पर कांग्रेस को जीत मिली थी. वहीं, दो सीटें आरएलपी और एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी. जिलों के लिहाज से देखें तो अजमेर संभाग में चार जिले आते हैं.
पीएम के हालिया राजस्थान दौरों के विवरण - पीएम मोदी पिछले 9 महीने में किसी न किसी बहाने से 5 बार राजस्थान आ चुके हैं. पहली बार 30 सितंबर, 2022 को अम्बा माता के दर्शन करने आए थे. उसके बाद दूसरी बार 1 नवंबर, 2022 को बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पहुंचे थे. तीसरी बार 8 जनवरी, 2023 को भीलवाड़ा आए और गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण भगवान की जयंती समारोह में शामिल हुए थे. चौथी बार 12 फरवरी, 2023 को दौसा दौरे आए, जहां उन्होंने दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेसवे के लालसोट दिल्ली सड़क मार्ग का शुभारंभ किया था. वहीं, पांचवी बार 10 मई, 2023 को नाथद्वारा और आबूरोड में बड़ी सभाओं को संबोधित किए थे और अब 6वीं बार 31 मई, 2023 को अजमेर आ रहे हैं.