जयपुर. उत्साह और हर्षोल्लास के साथ यीशु मसीह के जन्म दिवस पर क्रिसमस पर्व इस बार सादगी से मनाया गया. क्रिसमस पर लोग नए कपड़े पहनकर सज-धज कर प्रार्थना के लिए गिरजाघर गए और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं. वहीं चर्च में प्रार्थना के दौरान मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया गया.
जयपुर के सबसे पुराने सेंट एंड्रयूज चर्च में यीशु के जन्म को दर्शाती हुई झांकी भी लगाई गईं. लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रभु यीशु मसीह के बताए प्रेम और करुणा के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. वहीं समाज में सद्भाव, शांति और भाईचारे की भावना बढ़े, इसके लिए प्रार्थना की गई. यही नजारा शहर के तमाम गिरजाघरों और चर्च में देखा गया, जहां विशेष प्रार्थना सभा के साथ यीशु मसीह की तरफ से बताए गए नियमों को भी पढ़ा गया.
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चर्च में क्रिसमस ट्री, रंग बिरंगी रोशनी और अन्य तरह से सजावट देखने को मिली. लोगों को क्रिसमस ट्री की सुंदरता काफी रास आई. हालांकि, कोरोना महामारी के चलते इस बार क्रिसमस पर ज्यादा धूम नहीं देखी जा रही है. चर्च में सीमित संख्या में लोगों को एंट्री दी गई. वहीं अन्य चर्चों में ऑनलाइन प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया और कोरोना मुक्ति के लिए प्रार्थना प्रभु यीशु से की गई.
जरुरतमंद बच्चों को बांटी चाकलेट-टॉफी और पठन सामग्री
रॉबिन हुड आर्मी संस्था ने क्रिसमस के मौके पर जरूरतमंद बच्चों के साथ क्रिसमस का पर्व मनाया. इस दौरान सेंटा ने बच्चों को उपहार के रूप में चाकलेट-टॉफी और पठन सामग्री बांटी. संस्था ने बच्चों को उपहार में मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किए. कोरोना महामारी से जागरूक करते हुए बचाव के नियम भी बताए गए.