जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंत्री हेमाराम ने जिस तरह से विधानसभा में जवाब देते हुए आम जनता की समस्या को उठाया, उस जवाब से संतुष्ट होकर न केवल विपक्ष ने उन्हें धन्यवाद दिया बल्कि स्पीकर ने भी कहा कि आज अपने आप में एक इतिहास बना है. राजस्व विभाग को भी स्वत: संज्ञान लेकर लोगों को राहत देनी चाहिए. मंत्री की जवाब सुनकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने खड़े होकर कहा कि आज जो मंत्री जी का स्टेटमेंट आया है, मैं उनके लिए उन्हें बधाई देता हूं. वहीं अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि आज मंत्री हेमाराम का स्टेटमेंट एक अचीवमेंट है तो हम राजस्व विभाग से भी उम्मीद करते हैं कि वह स्वत: संज्ञान लेकर लोगों को रिलीफ देंगे.
दरअसल आज पिंडवाड़ा की ग्राम पंचायत मोदरला के वन खंड में नहीं होने के बावजूद भी काश्तकारों की भूमि वन खंड में दर्शाने के कारण काश्तकारों को अधिकार नहीं मिलने से जुडा सवाल पूछा गया. उसके जवाब में मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि एक आवंटी इस मामले में हाईकोर्ट के पास गया और उसे हाईकोर्ट ने रिलीफ दे दिया. हमने भी इस मामले में आगे अपील नहीं की और उस किसान को उसका अधिकार मिल गया. लेकिन बाकी बचे गरीब किसान इतने सक्षम नहीं हैं कि वो हाईकोर्ट चले जाएं. ऐसे में विभाग उन्हें इधर से उधर लटका रहा है जो सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि वैसे भी वन विभाग ऐसा विभाग है जिसमें राजस्थान सरकार और भारत सरकार के पार्ट है. इसलिए किसान दोनों के बीच शिकार हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर किसी का नाम भूल से वन विभाग में जुड़ गया है तो उसे हटाया जाना चाहिए, मैंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि "आप क्या कर रहे हो, किसान अगर गलत है तो उसका काम मत करो. लेकिन जब आप मान रहे हो कि उसे जमीन अलॉट हो चुकी है, तो फिर हाई कोर्ट के निर्णय को नजीर मानते हुए बाकी को भी जमीन अलॉट की जाए."
उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों को निर्देश भी दिया है. मुझे उम्मीद है कि इस समस्या का हल हो जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व रिकॉर्ड मेंटेन करने का काम राजस्व विभाग का है और अगर गलती हो गई है तो इसका सुधार राजस्व विभाग को करना चाहिए. पिंडवाड़ा के मामले में हमारा विभाग मान रहा है कि जमीन हमारी नहीं है और किसानों को यह जमीन अलॉट कर दी जाए.
मंत्री की जवाब सुनकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने खड़े होकर कहा कि आज जो मंत्री जी का स्टेटमेंट आया है, मैं उनके लिए उन्हें बधाई देता हूं. साथ ही उम्मीद करता हूं कि आज के जवाब से प्रेरणा लेकर आगे भी इसी तरह से जवाब मिलेंगे. तो वहीं स्पीकर सीपी जोशी ने भी कहा कि जिस तरह से मंत्री हेमाराम ने कहा है कि रेवेन्यू डिपार्टमेंट स्वत: संज्ञान (suo motu) से इस समस्या को दूर कर सकता है. विभाग को ऐसा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज मंत्री हेमाराम का स्टेटमेंट एक अचीवमेंट है तो हम राजस्व विभाग से भी उम्मीद करते हैं कि वह स्वत: संज्ञान लेकर लोगों को रिलीफ देंगे.
सीपी जोशी बोले सरकार कॉलेज खोले तो पहले करें पद भरने की व्यवस्था : राजकीय महाविद्यालय पावटा में पदों की कमी को लेकर जब नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मंत्री राजेंद्र राठौड़ से यह सवाल पूछा कि आप महाविद्यालय खोलने के समय कितने पद निकाले थे और आज कितनी संख्या है, क्या यह सही है कि सारे पद खाली हैं? इस पर मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि यह पद जल्द ही भर दिए जाएंगे. इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने खड़े होकर मंत्री राजेंद्र यादव से कहा कि कोई भी सरकार हो इंस्टिट्यूट खोल देती है और पोस्ट क्रिएट करने में देर करती है.
अध्यक्ष सीपी जोशी ने स्पष्ट कहा कि सरकार को कॉलेज खोलते समय ही पद का सृजन करना चाहिए और तैनाती भी कर देनी चाहिए, तभी कॉलेज खोलने का लाभ मिलेगा. सीपी जोशी ने कहा कि चाहे सरकार इधर की हो या उधर की हो, हम संस्थान खोल देते हैं ओर पद क्रिएट करने में देरी करते हैं. पद भरने में और भी ज्यादा देरी करते हैं, ऐसे में रिव्यु करना चाहिए कि जब आपके पास स्वीकृत पद नहीं भरे हुए हैं और नए कॉलेज खोलने के बाद नया पद सृजन कर देते हैं. सरकार को कॉलेज खोलने से पहले इस पर ध्यान देना चाहिए.