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जयपुर: सचिवालय में नौकरी करता था कोरोना पॉजिटिव महिला का बेटा...बिल्डिंग का सेकेंड फ्लोर किया गया सील

कोरोना वायरस से बचने के लिए जारी गाइडलाइंस की पालना अधिकारी ही नहीं करते दिख रहे हैं. जयपुर सचिवालय में रेड-जोन से एक कर्मिक पिछले कई दिन से आ रहा था. युवक की मां कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. आनन-फानन में अब कैंपस के एक फ्लोर को सील कर दिया गया है. साथ ही उस फ्लोर के सभी कर्मचारी और अधिकारियों को होम-क्वॉरेंटिन रहने के निर्देश दिए गए हैं.

corona-virus, कोरोना पॉजिटिव
जयपुर सचिवालय के कैंपस का एक फ्लोर सील
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Published : May 29, 2020, 7:24 PM IST

जयपुर. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर राज्य सरकार द्वारा जहां गाइडलाइन जारी की जा रही हैं. वहीं अधिकारियों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण फैलने की दहशत बन गई है. वहज है कुछ अधिकारियों द्वारा कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से कर्मचारियों को बुलाना. वो भी उस कर्मचारी को जिसकी मां की कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव होने से मौत हो गई है. इसी लापरवाही की वजह से शासन सचिवालय में कोरोना संक्रमण फैलने की दहशत फैल गई है. आनन-फानन में अब कैंपस के एक फ्लोर को सील कर दिया गया है. साथ ही उस फ्लोर पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को होम क्वॉरेंटिन रहने के निर्देश दिए हैं.

Corona virus, कोरोना पॉजिटिव
विभाग द्वारा जारी किया गया आदेश


कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा नही फैले इसको लेकर राज्य सरकार का अभिन अंग गृह विभाग लगातार केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार दिशा-निर्देश जारी कर रहा है. लेकिन उसी बिल्डिंग में अधिकारियों की लापरवाही से नियमों को धज्जियां उड़ाई गई. कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से भी कर्मचारियों को ड्यटी पर बुलाया जा रहा, जबकि नियमों में साफ है कि रेड जोन वाले क्षेत्र से कोई भी बाहर नहीं जाएगा.

दरअसल, प्रदेशवासियों के लिए नीति-नियम कायदे बनाने वाले शासन सचिवालय में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. सचिवालय की एसएसओ बिल्डिंग में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मां की मौत हो चुकी है जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. सीएडी विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पिछले 15 दिनों से नियमित रूप से सचिवालय आ रहा था.

ऑफिस के बाकी लोगों में डर है कि युवक भी कोरोना पॉजिटिव हो सकता है. अगर कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो सचिवालय में कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारी मुश्किल में आ जाएंगे. सचिवालय प्रशासन ने मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत कदम उठाते हुए एसएसओ बिल्डिंग की दूसरी मंजिल को खाली करा दिया है. दूसरी मंजिल पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को होम क्वॉरेंटिन रहने के निर्देश दिए हैं.

शासन सचिवालय में मुख्य सचिव से लेकर सभी विभागों के उच्च अधिकारी इसी कैंपस में बैठते हैं. सभी विभागों के प्रमुख नियमित रूप से सचिवालय आ रहे हैं. एसएसओ बिल्डिंग में आईएएस और आरएएस से लेकर सभी अधिकारी नियमित रूप से आ रहे हैं. दूसरी मंजिल की बिल्डिंग में महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख बैठते हैं. शासन सचिवालय को संचालित करने वाले कार्मिक विभाग द्वारा बार-बार दिशा-निर्देश और परिपत्र जारी करने के बावजूद भी कार्मिक लापरवाही करते रहे हैं.

कार्मिक विभाग ने समय-समय पर दिशा निर्देश जारी किए. जिसके तहत कंटेंटमेंट जोन और कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों से किसी भी कर्मचारियों को नहीं बुलाया जाए. इसके बावजूद भी कई विभाग कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से कार्मिकों को बुला रहे हैं. इससे पहले सचिवालय के प्रथम तल में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है. लेकिन राहत की बात यह थी कि यह कर्मचारी लॉकडाउन-1 लागू होने के बाद से सचिवालय नहीं आया था.

जयपुर. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर राज्य सरकार द्वारा जहां गाइडलाइन जारी की जा रही हैं. वहीं अधिकारियों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण फैलने की दहशत बन गई है. वहज है कुछ अधिकारियों द्वारा कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से कर्मचारियों को बुलाना. वो भी उस कर्मचारी को जिसकी मां की कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव होने से मौत हो गई है. इसी लापरवाही की वजह से शासन सचिवालय में कोरोना संक्रमण फैलने की दहशत फैल गई है. आनन-फानन में अब कैंपस के एक फ्लोर को सील कर दिया गया है. साथ ही उस फ्लोर पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को होम क्वॉरेंटिन रहने के निर्देश दिए हैं.

Corona virus, कोरोना पॉजिटिव
विभाग द्वारा जारी किया गया आदेश


कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा नही फैले इसको लेकर राज्य सरकार का अभिन अंग गृह विभाग लगातार केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार दिशा-निर्देश जारी कर रहा है. लेकिन उसी बिल्डिंग में अधिकारियों की लापरवाही से नियमों को धज्जियां उड़ाई गई. कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से भी कर्मचारियों को ड्यटी पर बुलाया जा रहा, जबकि नियमों में साफ है कि रेड जोन वाले क्षेत्र से कोई भी बाहर नहीं जाएगा.

दरअसल, प्रदेशवासियों के लिए नीति-नियम कायदे बनाने वाले शासन सचिवालय में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है. सचिवालय की एसएसओ बिल्डिंग में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मां की मौत हो चुकी है जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. सीएडी विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पिछले 15 दिनों से नियमित रूप से सचिवालय आ रहा था.

ऑफिस के बाकी लोगों में डर है कि युवक भी कोरोना पॉजिटिव हो सकता है. अगर कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो सचिवालय में कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारी मुश्किल में आ जाएंगे. सचिवालय प्रशासन ने मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत कदम उठाते हुए एसएसओ बिल्डिंग की दूसरी मंजिल को खाली करा दिया है. दूसरी मंजिल पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को होम क्वॉरेंटिन रहने के निर्देश दिए हैं.

शासन सचिवालय में मुख्य सचिव से लेकर सभी विभागों के उच्च अधिकारी इसी कैंपस में बैठते हैं. सभी विभागों के प्रमुख नियमित रूप से सचिवालय आ रहे हैं. एसएसओ बिल्डिंग में आईएएस और आरएएस से लेकर सभी अधिकारी नियमित रूप से आ रहे हैं. दूसरी मंजिल की बिल्डिंग में महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख बैठते हैं. शासन सचिवालय को संचालित करने वाले कार्मिक विभाग द्वारा बार-बार दिशा-निर्देश और परिपत्र जारी करने के बावजूद भी कार्मिक लापरवाही करते रहे हैं.

कार्मिक विभाग ने समय-समय पर दिशा निर्देश जारी किए. जिसके तहत कंटेंटमेंट जोन और कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों से किसी भी कर्मचारियों को नहीं बुलाया जाए. इसके बावजूद भी कई विभाग कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र से कार्मिकों को बुला रहे हैं. इससे पहले सचिवालय के प्रथम तल में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है. लेकिन राहत की बात यह थी कि यह कर्मचारी लॉकडाउन-1 लागू होने के बाद से सचिवालय नहीं आया था.

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