जयपुर. राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हुआ. इसमें कुछ पुराने चेहरों को भी जगह मिली है, जिसमें किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, मदनलाल दिलावर, ओटाराम देवासी और सुरेंद्र पाल टीटी का नाम शामिल है. ये पहले वसुंधरा सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं और अब भजनलाल सरकार में अपने अनुभव को साझा करेंगे.
भय मुक्त राजस्थान की परिकल्पना साकार होगी : दोपहर 3:15 बजे राज भवन में 21 विधायक और एक बीजेपी प्रत्याशी ने कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री पद की शपथ ली. भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में दीया कुमारी सहित दो महिला विधायकों को मंत्री बनाए जाने पर कई सवाल उठे. वहीं, सबसे बड़ा सवाल करणपुर से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मंत्री बनाए जाने पर भी खड़ा हुआ. नए मंत्रिमंडल को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि निश्चित रूप से युवा अनुभवी सभी का सम्मिश्रण इस मंत्रिमंडल में दिखाई देता है. ये मंत्रिमंडल निश्चित रूप से अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, भय मुक्त राजस्थान की परिकल्पना को साकार करेगा और विकसित, प्रगतिशील राजस्थान बनेगा. ये डबल इंजन की सरकार मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान को अग्रिम राज्यों की गिनती में ले जाने का काम करेगी. हालांकि, सुरेंद्र पाल टीटी को मंत्री बनाए जाने को लेकर सीपी जोशी ने कहा कि वो पहले भी मंत्री रहे हैं और चुनाव के बाद विधायक भी बन जाएंगे.
विकसित भारत बनाने का सपना: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी शपथ ग्रहण समारोह में अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी मंत्री मिलकर टीम भावना के साथ आने वाले समय में राजस्थान का विकास करेंगे. राजस्थान की जनता को जो उम्मीद है, उस पर निश्चित रूप से खरा उतरते हुए सभी मिलकर राजस्थान को विकसित राज्य बनाएंगे और प्रधानमंत्री का जो विकसित भारत बनाने का सपना है, उस पर सब मिलकर काम करेंगे.
कानून की स्थिति को बेहतर करेंगे: वसुंधरा सरकार में मंत्री रह चुके कुछ पुराने चेहरों को एक बार फिर मौका दिया गया है. इसमें सबसे उम्र दराज डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और सुरेंद्र पाल सिंह टीटी का नाम भी शामिल है. 2003 से 2007 तक वसुंधरा सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आपदा प्रबंधन एवं सहायता और श्रम एवं योजना मंत्री रहे किरोड़ी लाल मीणा को भजनलाल सरकार में भी मंत्री बनाया गया. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान की जनता की सेवा करने का मौका मिला है. पिछले 5 साल में पेपर लीक हुए, भारी भ्रष्टाचार हुए, भेदभाव हुआ और महिलाएं असुरक्षित रहीं, लेकिन अब कानून की स्थिति को बेहतर करेंगे. भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करेंगे और ये सुनिश्चित करेंगे कि पेपर लीक न हो. ज्यादा से ज्यादा रोजगार जवानों को दिया जाए. वहीं, जहां तक पोर्टफोलियो का सवाल है तो वो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जानें या फिर दिल्ली जानें.
वहीं, पहले वसुंधरा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे गजेंद्र सिंह खींवसर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली. खींवसर शपथ ग्रहण करने के साथ ही सचिवालय में अपनी कुर्सी संभालने पहुंचे. पदभार ग्रहण करने के दौरान उन्होंने कहा कि सबसे पहले डिपार्टमेंट अलॉट होना है. उस डिपार्टमेंट के जरिए जनहित के काम किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पेपर लीक के मामलों में बहुत सख्ती बरत रहे हैं, ताकि आगे युवाओं की पेपर लीक की वजह से जिंदगी खराब न हो. वहीं, पूर्ववर्ती सरकार ने जो रेवड़िया बांटने का काम किया है, उससे प्रदेश की वित्तीय स्थिति गंभीर है. उसे लाइन पर लाने में समय लगेगा. उन्होंने कहा कि वो पहले बिजली जैसा डेंजरस डिपार्टमेंट हैंडल कर चुके हैं, जहां 440 वॉट लगता है. ऐसे में अब कोई भी डिपार्टमेंट मिले काम करना है.
ये दोबारा बने मंत्री :
- डॉ. किरोड़ी लाल मीणा
- गजेंद्र सिंह खींवसर
- मदन दिलावर
- सुरेंद्रपाल सिंह टीटी (करणपुर से बीजेपी प्रत्याशी)
- ओटाराम देवासी
ये पहली बार बने मंत्री :
- राज्यवर्धन सिंह राठौड़
- बाबूलाल खराड़ी
- जोगाराम पटेल
- सुरेश सिंह रावत
- अविनाश गहलोत
- जोरा राम कुमावत
- हेमंत मीणा
- कन्हैया लाल चौधरी
- सुमित गोदारा
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राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) :
- संजय शर्मा
- गौतम कुमार दक
- झाबर सिंह खर्रा
- हीरालाल नागर
राज्यमंत्री :
- डॉ. मंजू बाघमार
- विजय सिंह चौधरी
- कृष्ण कुमार विश्नोई
- जवाहर सिंह बेढम