जयपुर. राजस्थान में सरकार बदलने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस राज में पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. बीते चार योग दिवस पर जयपुर के तमाम प्रशासनिक भवनों में प्रशासनिक अधिकारियों की अगुवाई में योगाभ्यास किया जाता रहा है. लेकिन इस बार जयपुर में महज एक जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर सरकार की ओर से इतिश्री कर ली गई.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने यहां दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. ॐ के उच्चारण के साथ हजारों योग अभ्यर्थियों ने 28 तरह के योगाभ्यास किया. बुजुर्ग, जवान, महिला, पुरुष, बच्चे सभी जाति-धर्म को भूलकर एक साथ योग करते हुए नजर आए. हालांकि कार्यक्रम में पहुंचने की अनिवार्यता नहीं होने के चलते प्रशासनिक अधिकारी नदारद ही रहे.
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में जिला स्तरीय समारोह में जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव की मौजूदगी ॐ के उच्चारण के साथ योगाभ्यास शुरू हुआ. इस दौरान कुछ विदेशी योग साधकों ने भी योगाभ्यास किया. वहीं हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. ग्रीवा चालन हो या स्कंद चालन, ताड़ासन हो या वृक्षासन, भद्रासन हो या वज्रासन, मकरासन हो या भुजंगासन करीब 28 योग का 10,000 लोगों ने सामूहिक अभ्यास किया. पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जिला कलेक्टर ने बताया भारत में योग करीब 5 हजार साल पहले से होता रहा है. जो शरीर और आत्मा को संतुलित रखने में मदद करता है. उन्होंने बताया कि योग करने से कई खतरनाक बीमारी से आसानी से निजात पाया जा सकता है.
वहीं योगाभ्यास करने पहुंचे छात्रों ने कहा कि योग से स्मरण शक्ति बढ़ती है. जिससे उन्हें पढ़ाई में मदद मिलती है. वहीं बुजुर्गों योग साधक ने कहा कि नियमित योग करने से उनके माइग्रेन की समस्या तक हल हो गई और वर्तमान वातावरण में योग हर व्यक्ति के लिए जरूरी है.
मौके पर जिला कलेक्टर ने योग साधकों को नियमित योग करने का संकल्प भी दिलाया. इस कार्यक्रम में सीएस डीबी गुप्ता को भी पहुंचना था, लेकिन अस्वस्थ होने के चलते वो यहां नहीं पहुंचे. कार्यक्रम में पहुंचने की अनिवार्यता नहीं होने के चलते अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी नदारद ही रहे.