जयपुर. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने सोमवार देर शाम रामनिवास बाग से राजस्थान यूनिवर्सिटी तक मशाल जुलूस निकाला. इस दौरान मौजूद रहे एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने इसे लोकतंत्र बचाओ मार्च बताते हुए कहा कि देश में मोदी, अडानी और शाह की अदालत चल रही है. ये प्रदर्शन उन्हीं की अदालत के खिलाफ है.
देशभर में एनएसयूआई लोकतंत्र बचाओ मार्च और मशाल यात्रा निकाल रही है. इस क्रम में सोमवार को एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व में जयपुर में मशाल जुलूस निकाला गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करते हुए उन्हें लोकसभा से हटाया गया. यहां प्रश्न राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने का नहीं है, ये मुद्दा इस देश के विपक्षी दल के सबसे बड़े नेता का है, जो युवा बेरोजगारों की आवाज उठाता है, शिक्षा में होने वाली निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाता है, जो मोदी और अडानी के घोटाले की आवाज उठाता है.
उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी की आवाज दबाने का काम करेंगे तो ये उनकी नहीं बल्कि आम जनता की आवाज दबा रहे हैं, और देश में लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन ये देश हमेशा से गांधी, नेहरू, अंबेडकर और भगत सिंह की विचारधारा पर चला है. ये आरएसएस और बीजेपी वाले इस देश को गोडसे की विचारधारा पर चलाना चाहते हैं. लेकिन एनएसयूआई ऐसा नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि ये तानाशाही है. देश में मोदी, अडानी और शाह की अदालत चल रही है, ये उनकी अदालत के खिलाफ किया गया प्रदर्शन है.
इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि देश का नौजवान और छात्र सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार को ये संदेश देना चाहता है कि इस देश में लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने का जो प्रयास कर रहे हैं, ये प्रयास देश का छात्र कभी सफल नहीं होने देगा. देश का छात्र जागरूक है. लोकतंत्र और संविधान के प्रति उसकी आस्था है. राहुल गांधी के साथ में जो दुर्भावना बीजेपी सरकार ने दर्शाई है, उससे देश के हर छात्र के मन में रोष है. वह रोष आज सड़कों पर नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि आगे दिल्ली कूच और जरूरत पड़ी तो देश की जेले भरने में भी एनएसयूआई कार्यकर्ता और छात्र पीछे नहीं रहेंगे.