जयपुर. प्रदेश में त्योहारी सीजन को देखते हुए जयपुर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले मनचलों की अब खैर नहीं है. त्योहारी सीजन में छेड़छाड़ की आशंका को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की निर्भया स्क्वॉयड ने कमर कस ली है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में करीब 200 महिला पुलिस कांस्टेबलों ने महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली है. भीड़भाड़ और सार्वजनिक जगहों पर निर्भया स्क्वायड टीम की पैनी नजर रहेगी.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश के मुताबिक दीपावली के अवसर पर जयपुर के बाजारों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. भीड़भाड़ में महिलाओं और बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ की आशंका रहती है. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ के निर्देशन में त्योहारी माहौल में भीड़भाड़ और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ की आशंका को रोकने के लिए 200 महिला पुलिस कांस्टेबलों को तैनात किया गया है. छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए निर्भया स्क्वायड की नोडल अधिकारी एडिशनल डीसीपी रानू शर्मा के नेतृत्व में निर्भया स्क्वायड की महिला कांस्टेबल नीली वर्दी और सादा वर्दी में महिलाओं की सुरक्षा करेगी.
'सतर्क जयपुर सुरक्षित जयपुर' के तहत 300 मनचले गिरफ्तार: एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश के मुताबिक निर्भया स्क्वायड की 91 टीम शहर के सभी चारों जिलों में सुबह 10 से देर रात तक तैनात रहेगी. 'सतर्क जयपुर सुरक्षित जयपुर' के तहत 200 से अधिक मामलों में असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 300 मनचलों को गिरफ्तार करके हवालात भिजवाया गया है. 1046 मनचलों की समझाइश और 607 के खिलाफ अन्य कार्रवाई की गई है. निर्भया हेल्पलाइन के जरिए अब तक करीब 119 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. चार लाख से अधिक महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक किया गया है. इसके अलावा 3000 बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षक प्रशिक्षण भी दिया गया है.
परेशानी होने पर हेल्पलाइन नंबर पर करें शिकायत: एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश के मुताबिक त्योहारी सीजन में बाजार और भीलवाड़ा में आने जाने वाली सभी बालिकाओं और महिलाओं को कोई व्यक्ति परेशान करे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. महिलाएं और बालिकाएं अपने मोबाइल में निर्भया हेल्पलाइन के नंबर सेव कर सकती हैं. निर्भया हेल्पलाइन नंबर 8764866090, 87648 66091, 87648 66092, 87648 66093, 87648 66094 है. महिलाएं और बालिकाएं परेशानी होने पर इन नंबरों पर लिखित, मौखिक, ऑडियो, वीडियो या रिकॉर्डिंग भेज सकती हैं.