शाहपुरा (जयपुर). शाहपुरा नगर पालिका के जिम्मेदार अनियमितता और गबन के आरोपों से घिरते जा रहे हैं. ताजा मामला शाहपुरा नगर पालिका चेयरमैन द्वारा वित्तीय अनियमितता बरतने को लेकर सामने आया है. इसी को लेकर कांग्रेसी पार्षद समेत अन्य लोगों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के नाम शाहपुरा उपखण्ड अधिकारी नरेंद्र कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा है और निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
ज्ञापन में बताया गया है कि साल 2018 में नगर पालिका द्वारा एक निविदा सूचना जारी की गई थी. उस निविदा में टेंडर राशि का उल्लेख नहीं किया गया था. टेंडर राशि में आवश्यकतानुसार और अमानत राशि 10 हजार रुपए अंकित की गई थी. नियमानुसार जब भी टेंडर जारी होता है, तो अमानत राशि 2 प्रतिशत के हिसाब से जमा की जाती है. ऐसे में जारी टेंडर 5 लाख रुपए का था. लेकिन चेयरमैन रजनी पारीक ने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर करीब 15,34,879 रुपए का भुगतान कर दिया.
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ज्ञापन में पार्षदों ने चेयरमैन पर गबन का आरोप लगाया है. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर उचित कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन देने के दौरान नेता प्रतिपक्ष रामावतार गुर्जर, कांग्रेसी नेता बंशीधर सैनी, पार्षद पूरण मल सामोता, असलम कुरेशी, विपिन बिहारी सैनी, इंद्राज पलसानिया समेत कई पार्षद व लोग मौजूद रहे. इधर, चेयरमैन रजनी पारीक का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोपी निराधार है. जिस टेंडर राशि के भुगतान की बात की जा रही है, उसकी फाइल को अधिकारी सत्यापित करता है. उसके बाद चेयरमैन के पास फाइल आती है.