जयपुर. राजधानी के मालवीय नगर इलाके में रहने वाले नामी मनोरोग चिकित्सक अनिल तांबी के घर पर मंगलवार देर रात ड्रग कंट्रोल और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की संयुक्त कार्रवाई हुई (Drug Control and CBN Raid In Jaipur). छापेमारी में एनडीपीएस श्रेणी की दवाइयों को सीज करने के बाद अब कई मेडिकल स्टोर रडार पर हैं. ड्रग कमिश्नर पुखराज सेन और ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक के निर्देशन पर हुई इस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. अब ड्रग विभाग इस बात की पड़ताल में लग गया है कि आखिर एनडीपीएस श्रेणी की दवाइयां इतनी बड़ी तादाद में कहां से लाई गई.
चांदपोल में गोदाम पर छापा- मनोरोग चिकित्सक घर से NDPS श्रेणी की दवाइंया बरामद करने के बाद टीम ने चांदपोल स्थित राजस्थान मेडिकल प्रोविजनल स्टोर पर भी छापेमारी की. इस दौरान मेडिकल स्टोर के गोदाम में बड़ी तादाद में एनडीपीएस श्रेणी की दवाइयां रखी मिलीं. पड़ताल में स्पष्ट हुआ कि दवाइयों को बेचने का लाइसेंस भी मेडिकल स्टोर के पास नहीं था. इसके अलावा कुछ अन्य मेडिकल स्टोर भी अब ड्रग कंट्रोल और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स के रडार पर हैं.
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ऐसे बुना जाल- ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने बताया कि ड्रग विभाग को यह इनपुट मिला था कि मालवीय नगर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर एनडीपीएस श्रेणी की दवाइयां प्रिंट रेट से अधिक दाम पर बेची जा रही हैं. जिस पर विभाग ने मेडिकल स्टोर पर एक बोगस ग्राहक भेजा जहां 350 रुपए की एनडीपीएस श्रेणी की दवा 500 रुपए में बेचना पाया गया. जिस पर ड्रग कंट्रोल और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की टीम ने पहले मेडिकल स्टोर पर छापामार संचालक को गिरफ्तार किया और फिर उसके बाद नामी मनोरोग चिकित्सक तांबी के घर छापेमारी कर बड़ी तादाद में एनडीपीएस श्रेणी की दवा बरामद की.