जयपुर. केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है जहां दिल्ली में किसान मोर्चा खोलकर विरोध कर रहे हैं. वहीं, प्रदेश में भी अलग-अलग तरीकों से लोग इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान महापंचायत भी इन कानूनों के खिलाफ है और किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष ग्राम पंचायत इसके विरोध में 3 दिन तक उपवास पर रहेंगे.
एक सप्ताह का समय देने के उपरांत भी किसान आन्दोलन के मामले में केंद्र सरकार की ओर से सकारात्मक नहीं आने के कारण 28 दिसंबर से तीन दिन के लिए अंत:करण की शुद्धि के लिए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट उपवास पर रहेंगे.
रामपाल जाट ने बताया कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की ओर से किसानो के नाम प्रसारित पत्र में जिस प्रकार के तथ्य, शब्दों और भाषा का आरोप-प्रत्यारोप के लिए उपयोग किया गया है. उससे समाधान की दिशा में अवरोध उत्पन्न हो रहे हैं. वहीं, कटुता और शत्रुता पनपने की संभावना बढ़ रही है. जबकि देश की खुशहाली के लिए सौहार्द और सद्भाव की आवश्यकता है. इसके लिए 14 दिसम्बर को एक दिन का उपवास रखा गया जिसमे प्रात: से सांय 5 बजे तक पानी भी ग्रहण नहीं किया गया था
उसके बाद क्रमिक उपवास संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 11-11 किसानों के क्रमिक अनशन का प्रस्ताव आने चालू रहा. कृषि मंत्री की ओर से किसान भाइयों बहनों को संबोधित पत्र का उत्तर भेजने के एक सप्ताह बाद भी सकारात्मकता परिणाम नहीं आने के कारण ही उपवास किया जा रहा है. जबकि लिखित उत्तर के पत्र में उपवास के सम्बन्ध में सरकार को सूचित भी किया गया था. यह उपवास स्वयं तथा केंद्र सरकार के अंत:करण की शुद्धि के लिए रखा जायेगा जिसमे “सबको सन्मति दे भगवान” की प्रार्थना की जाएगी.