जयपुर. जब से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजधानी जयपुर को दो जिलों में बांटने की घोषणा की है, इसे लेकर विरोध शुरू हो गया है. अब शहर को दो जिलों में बांटने के विरोध में 'म्हारो जयपुर, प्यारो जयपुर' अभियान के बैनर तले शहर के प्रबुद्धजन जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सीएम गहलोत तक अपनी बात पहुंचाने की कवायद में जुटे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को 'म्हारो जयपुर, प्यारो जयपुर' अभियान से जुड़े लोगों ने आदर्श नगर विधायक रफीक खान से मुलाकात की.
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इस मुलाकात के दौरान शहर को दो जिलों में बांटने के बजाए एक जिला रखने की मांग का ज्ञापन विधायक को सौंपा गया. कांग्रेस नेता सुरेश मिश्रा, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, पार्षद विमल अग्रवाल और इतिहासकार जितेंद्र सिंह शेखावत ने जयपुर शहर को दो हिस्सों में बांटने से शहर की संस्कृति, समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान बताए. उन्होंने विधायक को बताया कि जनता जयपुर शहर और जिले को किस रूप में देखना चाह रही है. विधायक रफीक खान ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे उनकी बात सीएम अशोक गहलोत तक पहुंचाएंगे.
'म्हारो जयपुर, प्यारो जयपुर' अभियान से जुड़े विमल कोठरी के अनुसार, विधायक रफीक खान ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे उनकी भावना को सीएम गहलोत तक पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा कि जयपुर हम सब की और आनेवाली पीढ़ी की धरोहर है. जिसे संजोए रखना हम सब की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि वे कोशिश करेंगे कि 250 वार्ड का पूरा जयपुर शहर एक जिला हो. बता दें कि नए जिलों की घोषणा के साथ ही सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर शहर के भी दो जिले करने की घोषणा की थी. इसके बाद से ही इसका विरोध करते हुए शहर के प्रबुद्ध लोगों ने वर्तमान स्थिति बहाल रखने और शहर को एक ही जिला रखने की मांग उठाई. इस मुहिम को राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ ही व्यापारिक जगत के लोगों का भी समर्थन मिल रहा है.