जयपुर. राजधानी जयपुर में मंगलवार को पर्यटन के डिजिटल प्रमोशन के लिए पर्यटन विभाग और एफएचटीआर के बीच एमओयू किया गया. राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रैवल मार्ट 2030 का पहला प्रमोशनल रोड शो आयोजित हुआ. राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रैवल मार्ट 2023 सस्टेनेबल टूरिज्म पर आधारित होगा. राजस्थान पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिए जाने के साथ-साथ विभिन्न दूरदर्शी नीतियों और योजनाओं के साथ राजस्थान में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है. अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए डॉमेस्टिक टूरिज्म महत्वपूर्ण है.
पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के मुताबिक पर्यटकों की मांग को अलग-अलग करने और सभी प्रकार के पर्यटन को पूरा करने की आवश्यकता है. पर्यटन स्थलों पर उपलब्ध बुनियादी ढांचे का एसडब्ल्यूओटी विश्लेषण भी किया जाना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पर्यटन में कोई कमी नहीं है. पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म इन राजस्थान की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान समेत अन्य एसोसिएशन भी समर्थन दे रही है.
राजस्थान एक महत्वपूर्ण वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी विकसित हो रहा है. कई हेरीटेज प्रॉपर्टी शादियों और कार्यक्रमों के लिए श्रेष्ठ वेन्यू के रूप में काम कर रही है. गोल्फ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोल्फ कोर्स भी विकसित किया जा रहा है. पर्यटन विभाग और एफएचटीआर के बीच एमओयू साइन किया गया है. एमओयू पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में राजस्थान में टूरिज्म के डिजिटल प्रमोशन के लिए किया गया है. पर्यटन विभाग की ओर से डायरेक्टर डॉ. रश्मि शर्मा और एफएचटीआर की ओर से अध्यक्ष अपूर्व कुमार ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं. जुलाई महीने में राजस्थान ट्रैवल मार्ट का आयोजन किया जाएगा. देशभर से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग कार्यक्रम में भाग लेंगे. राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रैवल मार्च 2023 में पर्यटन उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. इससे डॉमेस्टिक टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.
पर्यटन विभाग की डायरेक्टर डॉ. रश्मि शर्मा ने कहा कि हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कैसे करते हैं और पर्यावरण को क्या देते हैं. इसके बीच एक अच्छा संतुलन बनाए रखने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है. वोकल फॉर लोकल के ज्ञान और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए रिड्यूस, रीयूज और रीसायकल के तीन आर पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.