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राजस्थान में छुट्टी पर मंत्री-विधायक, ब्यूरोक्रेसी के हवाले जनता, जानें क्यों है इस करोड़पति मंत्री को बस से गुरेज

राजस्थान के मंत्री-विधायक सियासी अवकाश (MLAs on leave in Rajasthan) पर हैं. आलम यह है कि मंत्री अपने विभागों में भी नहीं जा रहे हैं तो वहीं, विधायक मोबाइल और टीवी देखकर समय गुजार रहे हैं. लेकिन इस बीच वो विधायक खासा डरे हैं, जिन्होंने स्पीकर को इस्तीफा सौंपा (MLA in fear after resignation) है...

MLA on leave in Rajasthan
राजस्थान में छुट्टी पर मंत्री-विधायक
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Published : Sep 28, 2022, 3:31 PM IST

जयपुर. राजस्थान की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के मंत्री और विधायक फिलहाल सियासी अवकाश (MLAs on leave in Rajasthan) पर हैं. मौजूदा आलम यह है कि मंत्री अपने विभागों में भी नहीं जा रहे हैं. वहीं, विधायक अपने क्षेत्र की जनता की जगह मोबाइल और टीवी पर इस बात को जान रहे हैं कि राजस्थान में सियासी संकट पार्ट टू में क्या चल रहा है. ज्यादातर मंत्री-विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. साथ ही इस्तीफा देने वाले मंत्री-विधायकों को इस बात का भी डर है कि कहीं स्पीकर उनके इस्तीफे को स्वीकार न (MLA in fear after resignation) कर लें. बहरहाल, सियासी संकट का हल जब निकलेगा तब निकलेगा, लेकिन यह बात साफ है कि जिस जनता ने कांग्रेस की सरकार बनवाई थी, अब वो जनता पूरी तरह से ब्यूरोक्रेसी के सहारे है.

हालांकि, इसमें भी रोचक बात यह है कि सियासी नियुक्तियां का दौर धड़ल्ले से जारी है. बावजूद इसके किसी को यह पता नहीं है कि अगले एक महीने में सरकार किसके हवाले होगी? जहां एक ओर बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Children Commission Chairperson Sangeeta Beniwal) को अगले 3 साल के लिए फिर से इसी आयोग में चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है तो वहीं, अब लंबित पड़ी सियासी नियुक्तियां भी शुरू हो गई हैं. इस बीच राजस्थान मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया गया है. वहीं, ज्यादातर उपाध्यक्षों की यही मांग भी रही है कि उन्हें सरकार की ओर से उपाध्यक्ष बनाकर सैलरी तो दी जा रही है, लेकिन उनके पास कोई अधिकार नहीं है. खैर, मौजूदा परिस्थितियों के बीच अब उपाध्यक्ष को नई जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है. जिसको लेकर सूबे की सियासी गलियारों चर्चा तेज है.

राजस्थान में छुट्टी पर मंत्री-विधायक

इसे भी पढ़ें - सत्ता या संगठन?....क्लीन चिट के बाद गहलोत आज जा रहे हैं दिल्ली, सोनिया से मुलाकात के बाद होगा फैसला

मंत्री जी ने कहा- मैं करोड़पति हूं बस में थोड़ी जाऊंगा... इधर, विधायक दल की बैठक में विधायकों के शामिल न होने और अनौपचारिक तौर पर मंत्री शांतिलाल धारीवाल के निवास पर हुई बैठक से पार्टी आलाकमान खासा नाराज है. वहीं, मामले में तीन लोगों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. लेकिन, इस बीच एक मंत्री का बयान खासा सुर्खियों में रहा. सूबे के मंत्री उदयलाल आंजना (Controversial statement of Minister Udayalal Anjana) से जब पूरे प्रकरण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ और ही बयान दे दिया. मंत्री ने कहा कि वो करोड़पति हैं, वो बस की सवारी पसंद नहीं करते हैं, लिहाजा वो अपने कार से स्पीकर सीपी जोशी के घर इस्तीफा देने गए थे.

जयपुर. राजस्थान की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के मंत्री और विधायक फिलहाल सियासी अवकाश (MLAs on leave in Rajasthan) पर हैं. मौजूदा आलम यह है कि मंत्री अपने विभागों में भी नहीं जा रहे हैं. वहीं, विधायक अपने क्षेत्र की जनता की जगह मोबाइल और टीवी पर इस बात को जान रहे हैं कि राजस्थान में सियासी संकट पार्ट टू में क्या चल रहा है. ज्यादातर मंत्री-विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. साथ ही इस्तीफा देने वाले मंत्री-विधायकों को इस बात का भी डर है कि कहीं स्पीकर उनके इस्तीफे को स्वीकार न (MLA in fear after resignation) कर लें. बहरहाल, सियासी संकट का हल जब निकलेगा तब निकलेगा, लेकिन यह बात साफ है कि जिस जनता ने कांग्रेस की सरकार बनवाई थी, अब वो जनता पूरी तरह से ब्यूरोक्रेसी के सहारे है.

हालांकि, इसमें भी रोचक बात यह है कि सियासी नियुक्तियां का दौर धड़ल्ले से जारी है. बावजूद इसके किसी को यह पता नहीं है कि अगले एक महीने में सरकार किसके हवाले होगी? जहां एक ओर बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Children Commission Chairperson Sangeeta Beniwal) को अगले 3 साल के लिए फिर से इसी आयोग में चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है तो वहीं, अब लंबित पड़ी सियासी नियुक्तियां भी शुरू हो गई हैं. इस बीच राजस्थान मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया गया है. वहीं, ज्यादातर उपाध्यक्षों की यही मांग भी रही है कि उन्हें सरकार की ओर से उपाध्यक्ष बनाकर सैलरी तो दी जा रही है, लेकिन उनके पास कोई अधिकार नहीं है. खैर, मौजूदा परिस्थितियों के बीच अब उपाध्यक्ष को नई जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है. जिसको लेकर सूबे की सियासी गलियारों चर्चा तेज है.

राजस्थान में छुट्टी पर मंत्री-विधायक

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मंत्री जी ने कहा- मैं करोड़पति हूं बस में थोड़ी जाऊंगा... इधर, विधायक दल की बैठक में विधायकों के शामिल न होने और अनौपचारिक तौर पर मंत्री शांतिलाल धारीवाल के निवास पर हुई बैठक से पार्टी आलाकमान खासा नाराज है. वहीं, मामले में तीन लोगों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. लेकिन, इस बीच एक मंत्री का बयान खासा सुर्खियों में रहा. सूबे के मंत्री उदयलाल आंजना (Controversial statement of Minister Udayalal Anjana) से जब पूरे प्रकरण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ और ही बयान दे दिया. मंत्री ने कहा कि वो करोड़पति हैं, वो बस की सवारी पसंद नहीं करते हैं, लिहाजा वो अपने कार से स्पीकर सीपी जोशी के घर इस्तीफा देने गए थे.

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