जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस की तेजतर्रार महिला विधायक दिव्या मदेरणा ने मंत्री शांति धारीवाल को कटघरे में खड़ा किया. दिव्या मदेरणा ने मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाया कि एक तो पिछले 4 साल में उनकी विधानसभा ओसियां में एक सूत भी सड़क नहीं बनवाई गई और अब जो 44 सड़कें विधानसभा में बनाई जानी थीं, उन्हें मेरे वीरांगना और महिलाओं की आवाज बनने के चलते मंत्री शांति धारीवाल ने राजनीतिक बदला लेने के लिए 2 दिन में निरस्त कर दिया.
दिव्या मदेरणा ने कहा कि जो मंत्री खुद दोषी है और आलाकमान से दया की भीख मांग रहा है, वह मंत्री कैसे रह सकता है. दिव्या ने कहा कि मुझे लगता है कि मंत्री शांति धारीवाल जो आलाकमान को भी चुनौती दे सकते हैं. वह यह सब इसलिए कर रहे हैं कि वह खुद तो डूबे ही, सभी कांग्रेस नेताओं को भी ले डूबे. लेकिन इसका मुझ पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मैं पहले भी चुनाव जीत कर आई थी और आगे भी जीतूंगी.
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दिव्या मदेरणा ने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल वीरांगना मंजू जाट का अपमान कर जाटों, गुर्जरों और किरोड़ी लाल मीणा को आतंकी बोल मीणा जाति को नाराज कर जबरदस्त सोशल इंजीनियरिंग कांग्रेस के पक्ष में कर रहे हैं. जबकि यह तीनों जातियां कांग्रेस का मूल वोट बैंक रहा है. दिव्या ने कहा कि मंजू जाट का अपमान एक वीरांगना का अपमान है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. मैं चेतावनी दे रही हूं कि मुख्यमंत्री या तो इस मामले में इंटरफेयर कर मेरी सड़कें पास करवाएं, नहीं तो मैं भी उन वीरांगनाओं की तरह मुंह में घास दबाकर प्रदर्शन करूंगी. और अगर दम हो तो मंत्री मुझे उठा कर दिखा दें.
ऐसे की नाराजगी जाहिर: नाराज दिव्या मदेरणा ने 25 सितंबर की घटना को भी इशारों ही इशारों में उठा दिया. उन्होंने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल का मुझे दीदार नहीं हो रहा. हर कोई कहता है कि उनकी महफिल में जब कोई जाए, तो अपनी नजर झुका कर जाए, लेकिन मैं उनकी महफिल (25 सितम्बर) का हिस्सा नहीं थी. मदेरणा ने कहा कि उसके लिए मुझे ऐसे तंग नहीं किया जाए. मैं 2020 में भी सही जगह थी, 2023 में भी सही जगह हूं और आज भी सही जगह खड़ी हूं. लड़की हूं लड़ सकती हूं. प्रियंका गांधी के नारे को पूरा कर रही हूं. द्रौपदी नहीं हूं, जो बाहरी कृष्ण चाहिए अपनी लड़ाई के लिए.
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2 दिन के घटनाक्रम का अफसोस: दिव्या मदेरणा ने कहा कि मैं सोच रही थी कि पॉलिटिकल रिवेंज फुल एटीट्यूड इन 2 दिन में ही क्यों हुआ? ऐसा क्या हो गया कि 'बंदा परवर मुझ पर सितम ढा रहे हैं'. तो किसी ने मुझे कहा कि उनसे टकराना मना है. मैंने भी मुस्कुरा कर कह दिया हां में हां मिलाना, मेरी विरासत में नहीं. दिव्या मदेरणा ने कहा कि मैंने 10 साल कारावास रूपी दोजद के धक्के खाए हैं. मैं राजस्थान में इन मर्दों के प्रदेश में महिलाओं और वीरांगनाओं की दबंग आवाज बनकर गूंज रही हूं. उन्होंने कहा कि जो मंत्री आलाकमान को चुनौती दे सकते हैं, वह कुछ भी कर सकते हैं. मैं तो अपने दल के लिए वफादार हूं, लेकिन मुझे पिछले 2 दिन के घटनाक्रम का अफसोस हो रहा है.
किरोड़ी को आतंकी कहा, तो प्रभारी को आतंकी शब्द सुनना पड़ा: दिव्या मदेरणा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा को मंत्री शांति धारीवाल ने गलत तरीके से पेश किया. अगर वह यह कहते की तोड़फोड़ हुई, कांच फोड़े तो कोई बात नहीं थी. आपने किरोड़ी लाल मीणा को आतंकी कैसे कह दिया. उसी की प्रतिक्रिया थी कि दूसरे दिन हमारे प्रभारी रंधावा को भी आतंकी शब्द से पुकारा गया. उन्होंने कहा कि मंजू जाट हमारे समाज का गौरव है. वह वीरांगना है और हम उसके लिए इस तरीके की बात सुनने के लिए सदन में नहीं आए.
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उन्होंने कहा कि धारीवाल मीणा समाज के कद्दावर नेता को आतंकी की उपाधि देते हैं. जाट समाज की बेटी मंजू को नाते के नाम पर उसका चरित्र हनन करते हैं. यह तीनों गुर्जर, मीणा और जाट कांग्रेस का मूल वोट बैंक हैं. 45% से ज्यादा राजस्थान में इनका हिस्सा है. ऐसे में गजब की सोशल इंजीनियरिंग कर रहे हैं मंत्री शांति धारीवाल. जबकि हम 6 महीने में चुनाव में जाना चाहते हैं. दिव्या मदेरणा ने चेतावनी दी कि अगर उनके मांग को सीरियसली नहीं लिया गया, तो मैं वीरांगनाओं की तरह मुंह में घास लेकर ओसियां की जनता के लिए धरने पर बैठेंगे और अगर आप में दम है तो मुझे उठा लेना वहां से.