बस्सी (जयपुर). क्षेत्र के बासखो कस्बे में रेबारी मोहल्ला का एक लड़का जिसका नाम करण सिंह रेबारी जो कि बीते 19 अप्रैल से सुबह अपने घर से लापता हो गया था. उसका पुलिस ने आखिरकार पता लगा लिया और सकुशल उसे घर पहुंचाया.
घर वालों ने शाम तक इसका इंतजार किया जब यह शाम तक घर पर नहीं लौटा तो घर वालों ने 20 अप्रैल को बस्सी पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया और श्रवण सिंह रेबारी ने अपने दूरदराज आसपास के सभी रिश्तेदारों में भी काफी तलाश किया लेकिन करण सिंह नहीं मिला इस दौरान बस्सी पुलिस प्रशासन के द्वारा राजस्थान के सभी थानों में पुलिस प्रशासन के द्वारा वायरलेस से सूचित किया गया इस दौरान पुलिस प्रशासन के सहयोग से यह बच्चा करण सिंह रैबारी उम्र 17 साल जो 4 मई को रात्रि 10:00 बजे पुलिस की सहायता से अपने घर लौटा
करण सिंह का कहना है कि बासखो फाटक पर दूध के पैसे लेने के लिए जा रहा था, इस दौरान निमोरा मोड पर एक टवेरा गाड़ी आई, जिसमें 4 लोग सवार थे, उन्होंने पकड़ कर गाड़ी में बिठा लिया और ले गए. गाड़ी में से कूदने की बहुत कोशिश किया, लेकिन मुझे नहीं छोड़ा और मुझे मथुरा के आगे 15 किलोमीटर पर वहां पर मुझे छोड़ दिया.
करण सिंह रेबारी का कहना है कि तौलिए से मुंह को बांध दिया था और मुझे पीटा. जिससे किसी को कुछ भी नहीं बोल सका. इस दौरान एक परिवार के लोग ने मेरी रस्सी को खोला और मुझे वहां 3 दिन रखा उसके बाद 5 दिन तक मथुरा में रहा और सड़क पर ही दर-दर की तरह भटकता रहा, उसके बाद किसी व्यक्ति को पूछा कि जयपुर जाने के लिए यहां से कोई बस हो तो मुझे बता देना, लेकिन वहां से यह लड़का अलवर आ पहुंचा और अलवर एक व्यक्ति के पास खाने के लिए खाना मांगा तो उस व्यक्ति ने खाना खिलाया और पूछा कि आप कहां जाओगे.
इस दौरान करण सिंह रेबारी ने बताया कि घर जाना बताया, जिसके बाद व्यक्ति ने अलवर पुलिस थाना में सूचना दी, तो पुलिस वाले मौके पर पहुंचकर करण सिंह रेबारी को थाने ले आए. इस दौरान करण सिंह ने अपने रिश्तेदारों के बारे में जानकारी दी और वहां पर करण सिंह रेबारी की बुआ फूफाजी थाने पर पहुंचे और घरवालों को सूचना दी. इस दौरान बस्सी पुलिस प्रशासन की ओर से बांसखो से करण सिंह के पिताजी और परिवार के सदस्य के साथ पुलिस अलवर थाने पहुंची और पुलिस प्रशासन के सहयोग से यह लड़का मिला. इस दौरान घर वालों में 15 दिन बाद खुशी की लहर छाई.