जयपुर. राजधानी जयपुर के योजना भवन में शनिवार को डिपार्टमेंट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (DoIT) के तहखाने से करोड़ों रुपए कैश और सोना मिलने के मामले में अब आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. एक ओर भाजपा इसे भ्रष्टाचार का मामला बताकर प्रदेश सरकार को घेर रही है. दूसरी ओर प्रदेश सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पुलिस की इस कार्रवाई पर पीठ थपथपा रहे हैं.
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 2 करोड़ 31 लाख रुपए सरकारी ऑफिस के तहखाने में मिलना बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी जब पुरानी अलमारी खोल रहे थे तो उन्हें यह नकदी और सोना मिला. कर्मचारियों ने पुलिस को बुलाया तो पुलिस ने पूरे सामान को जब्त कर लिया. अब इस बात की जांच की जा रही है कि यह पैसे कहां से आए? खाचरियावास ने कहा कि काले धन की बात तो भाजपा ने कही थी, लेकिन कोई नतीजा आया नहीं और अब 2000 के नोट बंद कर दिए.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान की पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है. यह नोट कर्मचारियों को मिले तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी और मामले का खुलासा हो गया. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि अगर किसी अफसर ने यह पैसे रखे हैं और कोई चोर है तो वो पकड़ में आ जाएगा, उसे छोड़ेंगे नहीं. बता दें कि शनिवार को योजना भवन के बेसमेंट में रखी अलमारी में 2 करोड़ से ज्यादा की नकदी और 1 किलो सोना मिला है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 8 से ज्यादा विभाग से जुड़े लोगों को हिरासत में लिया है.