जयपुर. जलदाय मंत्री महेश जोशी ने मंगलवार को ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी तरह से इसे बंद करना चाहती है, लेकिन विधनसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात की घोषणा कर दी है कि कोई भी राजस्थान में ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद नहीं करा सकता है. राज्य में ये योजना जारी रहेगी. जोशी ने कहा कि आने वाले समय में अन्य प्रदेशों को भी कर्मचारियों के हित में ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करना पड़ेगा, ताकि कर्मचारी और अधिकारी अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें. इस तरह की योजनाओं से ईमानदारी बढ़ती है और भ्रष्टाचार रुकता है.
जलदाय मंत्री ने मंगलवार को राजस्थान पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ की तकनीकी डायरी का विमोचन मंगलवार को किया. इस दौरान वह मीडिया से रूबरू हुए और केंद्र सरकार जमकर निशाना साधा. साथ ही अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने कहा कि इस तकनीकी डायरी में सरकार की ओल्ड पेंशन योजना और सरकार के कर्मचारियों से जुड़े हुए महत्वपूर्ण आदेशों की जानकारी दी गई है.
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जलदाय मंत्री ने कहा कि तकनीकी डायरी से आम कर्मचारियों को लाभ मिलेगा. राजस्थान पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ सरकार के निर्णय को आम कर्मचारियों तक पहुंचाने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पेयजल सप्लाई में जो भी समस्या आती है, तकनीकी कर्मचारी दिन-रात कार्य कर उसका समाधान कर रहे हैं. समस्या होने पर जब विभाग का कर्मचारी या अधिकारी मौके पर पहुंचता है तो आम जनता को लगता है कि खुद सरकार मौके पर पहुंच चुकी है.
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मंत्री महेश जोशी ने कहा कि जल जीवन मिशन को लेकर पीएचईडी विभाग जोर-शोर से काम कर रहा है. वर्तमान में पीएचईडी विभाग 5000 से अधिक कनेक्शन प्रतिदिन कर रहा है. विभाग के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. जल जीवन मिशन के काम को समय पर पूरा करने के लिए इस गति को बनाए रखने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान ऐसा प्रदेश है जहां पीने की पानी की समस्या हमेशा रहती है. यहां 10 प्रतिशत भू-भाग है और एक प्रतिशत पीने का पानी है. इस विषमता से पार पाना विभाग के लिए एक चुनौती है. पानी कोई पैदा नहीं कर सकता जो प्रकृति देती है उसी पानी का ही हम उपयोग कर सकते हैं. इस पानी का प्रबंधन करना एक बड़ा कार्य है.
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महेश जोशी ने कहा कि चीफ इंजीनियर से लेकर प्रशासनिक अधिकारी और अन्य कर्मचारी पेयजल प्रबंधन में लगे हुए हैं और अच्छा काम कर रहे हैं. यही कारण है कि पिछले 4 साल में पीने के पानी को लेकर कोई बड़ा आंदोलन राजस्थान में नहीं हुआ है. हम आगे भी जनता की उम्मीदों पर इसी तरह से खरा उतरने की कोशिश करेंगे जो भी समस्या पीने के पानी को लेकर आएगी उसका निश्चित तौर पर समाधान किया जाएगा.