जयपुर. वंश लेखक वंश लेखन के साथ-साथ सरकारी योजनाओं को भी घर-घर तक पहुंचाएं, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओ के लाभ से वंचित ना रहे. प्रदेश के संस्कृत शिक्षा मंत्री मंत्री बीडी कल्ला ने मंगलवार को वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन में ये अपील की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनकी जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए इतिहास पुरुष बताया.
राजधानी के हरीश चन्द्र माथुर राज्य लोक प्रशासन संस्थान में मंगलवार को वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी की ओर से राज्य स्तरीय वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें संस्कृत शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने ने वंश लेखकों का समाज में महत्वपूर्ण योगदान बताते हुए कहा कि वंशावली लेखन भारत की महान परम्परा है. लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी लेखकों पर होती है.
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ऐसे में वंश लेखक वंश लेखन के साथ-साथ देश-प्रदेश में हो रही महत्वपूर्ण घटनाओं का इतिहास भी लिखें. उन्होंने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए ओल्ड पेंशन स्कीम, चिरंजीवी योजना सहित जनकल्याणकारी योजनाओं को असाधारण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक नये राजस्थान का निर्माण हुआ है. कार्यक्रम में मौजूद रहे राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानू खां बुधवाली ने कहा कि प्रदेश में वंश लेखकों को संरक्षण और संवर्धन का काम किया जा रहा है. सरकार सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार जनकल्याकारी योजनाओं के जरिए विकास की नई गाथा लिख रही है, जिसे घर-घर लेकर जाने की जिम्मेदारी वंश लेखकों की है. समारोह में मुख्यमंत्री का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया. वहीं, वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी के अध्यक्ष रामसिंह राव ने अकादमी के गठन लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि ये मुख्यमंत्री की जन हितैषी सोच का ही परिणाम है कि प्रदेश में धन की कमी के चलते ईलाज के अभाव में किसी की मौत नहीं हुई है.