ETV Bharat / state

जलदाय विभाग की लापरवाही, लाखों उपभोक्ताओं को अब एक साथ जमा कराना होगा 3 महीने का बिल

कांग्रेस सरकार की ओर से पेयजल को लेकर की गई घोषणा के बाद विभाग की ओर से बिल फार्मेट में बदलाव और सॉफ्टवेयर अपडेट किया जाना था. जो अभी तक भी नहीं हो पाने के कारण उपभोक्ताओं को बिल जारी नहीं किए जा सके हैं. अब विभाग के अधिकारी जल्द ही बिल जारी करने के दावे कर रहा है.

जलदाय विभाग की लापरवाही, अब तक जारी नहीं कर पाए बिल
author img

By

Published : Jun 18, 2019, 11:43 PM IST

जयपुर. पानी के बिलों को लेकर जलदाय विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. विभाग ने पिछले 3 महीनों का बिल उपभोक्ताओं को नहीं दिया है. इसके कारण लाखों उपभोक्ताओं को अब एक साथ 3 महीने का बिल जमा कराना होगा. कांग्रेस सरकार की 15000 लीटर और इसके बाद पेयजल उपभोग की दरों में संशोधन की घोषणा की थी.

जलदाय विभाग की लापरवाही, अब तक जारी नहीं कर पाए बिल

सरकार ने बीती 8 मार्च को यह घोषणा की थी. इसके चलते जलदाय विभाग को बिल के फॉर्मेट में बदलाव करना था, लेकिन 3 माह बीतने के बाद भी फॉर्मेट में बदलाव नहीं किया जा सका है और ना ही सॉफ्टवेयर अपडेट हो पाया है. शहरी और ग्रामीण दोनों मुख्य अभियंताओं के पास बिल फॉरमेट बदलने की फाइल भी पहुंच चुकी थी, लेकिन उसमें देरी हो रही है.

जलदाय विभाग में शहरी क्षेत्र के मुख्य अभियंता आईडी खान ने बताया कि सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जाना था. पहले सॉफ्टवेयर से रीडिंग के अनुसार बिल बनाए जाते थे. खान ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को पूरी तरह फ्री कर दिया गया है. कुछ ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं, जो प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं, वहां 40 एलपीसीडी पानी फ्री किया गया है. इसके अलावा कुछ रेगिस्तानी इलाके हैं, जहां पशुधन ज्यादा है. वहां 70 एलपीसीडी पानी फ्री देने पर विचार किया जा रहा है. जल्द ही इस पर फैसला हो सकता है.

आईडी खान ने उम्मीद जताई है कि 25 जून तक सभी उपभोक्ताओं को बिल जारी कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 90 फीसदी लोगों का पानी फ्री कर दिया गया है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 15 हजार लीटर तक उपभोक्ताओं को कुछ चार्ज ही देना पड़ेगा. इसके कारण उपभोक्ताओं को 3 महीने का बिल इतना ज्यादा नहीं आएगा कि उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़े.

34 लाख है कुल उपभोक्ता

विभाग की मानें तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर राज्य में कुल 34 लाख उपभोक्ता है. इनमें से 24 लाख शहरी क्षेत्र के और 10 लाख ग्रामीण इलाकों के उपभोक्ता है. जयपुर शहर में साढ़े चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता है. अब 3 माह का बिल एक साथ आने पर इन उपभोक्ताओं को एक साथ पानी का बिल जमा कराना होगा.

जयपुर. पानी के बिलों को लेकर जलदाय विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. विभाग ने पिछले 3 महीनों का बिल उपभोक्ताओं को नहीं दिया है. इसके कारण लाखों उपभोक्ताओं को अब एक साथ 3 महीने का बिल जमा कराना होगा. कांग्रेस सरकार की 15000 लीटर और इसके बाद पेयजल उपभोग की दरों में संशोधन की घोषणा की थी.

जलदाय विभाग की लापरवाही, अब तक जारी नहीं कर पाए बिल

सरकार ने बीती 8 मार्च को यह घोषणा की थी. इसके चलते जलदाय विभाग को बिल के फॉर्मेट में बदलाव करना था, लेकिन 3 माह बीतने के बाद भी फॉर्मेट में बदलाव नहीं किया जा सका है और ना ही सॉफ्टवेयर अपडेट हो पाया है. शहरी और ग्रामीण दोनों मुख्य अभियंताओं के पास बिल फॉरमेट बदलने की फाइल भी पहुंच चुकी थी, लेकिन उसमें देरी हो रही है.

जलदाय विभाग में शहरी क्षेत्र के मुख्य अभियंता आईडी खान ने बताया कि सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जाना था. पहले सॉफ्टवेयर से रीडिंग के अनुसार बिल बनाए जाते थे. खान ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को पूरी तरह फ्री कर दिया गया है. कुछ ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं, जो प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं, वहां 40 एलपीसीडी पानी फ्री किया गया है. इसके अलावा कुछ रेगिस्तानी इलाके हैं, जहां पशुधन ज्यादा है. वहां 70 एलपीसीडी पानी फ्री देने पर विचार किया जा रहा है. जल्द ही इस पर फैसला हो सकता है.

आईडी खान ने उम्मीद जताई है कि 25 जून तक सभी उपभोक्ताओं को बिल जारी कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 90 फीसदी लोगों का पानी फ्री कर दिया गया है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 15 हजार लीटर तक उपभोक्ताओं को कुछ चार्ज ही देना पड़ेगा. इसके कारण उपभोक्ताओं को 3 महीने का बिल इतना ज्यादा नहीं आएगा कि उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़े.

34 लाख है कुल उपभोक्ता

विभाग की मानें तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर राज्य में कुल 34 लाख उपभोक्ता है. इनमें से 24 लाख शहरी क्षेत्र के और 10 लाख ग्रामीण इलाकों के उपभोक्ता है. जयपुर शहर में साढ़े चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता है. अब 3 माह का बिल एक साथ आने पर इन उपभोक्ताओं को एक साथ पानी का बिल जमा कराना होगा.

Intro:जयपुर। पानी के बिलों को लेकर जलदाय विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। विभाग ने पिछले 3 महीनों का बिल उपभोक्ताओं को नहीं दिया है। इसके कारण लाखों उपभोक्ताओं को एक साथ 3 महीने का बिल जमा कराना होगा। लाखों उपभोक्ताओं को एक साथ 3 महीने का बिल जमा कराने में परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा।


Body:कांग्रेस सरकार की 15000 लीटर तक पानी फ्री करने से जलदाय विभाग को बिल के फॉर्मेट में बदलाव करना था लेकिन 3 माह बीतने के बाद भी फॉर्मेट में बदलाव नहीं किया गया और ना ही सॉफ्टवेयर अपडेट किया गया। कांग्रेस सरकार ने पिछले 8 मार्च को हर महीने 15000 लीटर तक पेयजल का उपयोग करने वालों सीवरेज व शहरी विकास शुल्क में छूट दी थी। शहरी और ग्रामीण दोनों मुख्य अभियंताओं के पास बिल फॉरमैट बदलने की फाइल भी पहुंच चुकी थी लेकिन उसमें देरी हो रही है।

34 लाख उपभोक्ता होंगे प्रभावित-
विभाग की मानी जाए तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर कुल राज्य में 34 लाख उपभोक्ता है। इनमें से 24 लाख शहरी क्षेत्र के और 10 लाख ग्रामीण इलाकों के उपभोक्ता है। जयपुर शहर में साढे चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता है। 3 माह का बिल एक साथ आने पर इन 34 लाख उपभोक्ताओं को एक साथ पानी का बिल जमा कराना होगा।


Conclusion:शहरी क्षेत्र के मुख्य अभियंता आईडी खान ने बताया कि राज्य सरकार ने 15000 लीटर तक पानी का कोई पैसा नही लेने का फैसला किया है। इसके कारण सॉफ्टवेयर को अपडेट करना पड़ेगा। पहले ही सॉफ्टवेयर से रीडिंग के अनुसार बिल बनाए जाते थे। खान ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को पूरी तरह फ्री कर दिया गया है कुछ ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जो प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं वहां 40 एलपीसीडी पानी फ्री किया गया है। इसके अलावा कुछ रेगिस्तानी जिले हैं जहां पशुधन ज्यादा है, वहां 70 एलपीसीडी पानी फ्री देने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस पर फैसला ले लिया जाएगा। आईडी ने उम्मीद जताई कि 25 जून तक सभी उपभोक्ताओं को बिल जारी कर दिए जाएंगे।
आईडी खान में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 90% लोगों का पानी फ्री कर दिया गया इसके अलावा शहरी क्षेत्र में भी 15000 लीटर तक पानी फ्री है और शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को कुछ चार्ज ही देना पड़ेगा। इसके कारण उपभोक्ताओं को 3 महीने का बिल इतना ज्यादा नहीं आएगा कि उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।


बाईट मुख्य अभियंता आईडी खान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.