जयपुर. नगर निगम ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर ने आज अपने नोटिस का जवाब दे दिया. हालांकि, सौम्या गुर्जर ने डीएलबी में जवाब देने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास पहुंचीं और अपना स्पष्टीकरण भी दिया. सौम्या ने कहा कि उन्होंने अपना जवाब (Somya Gurjar Replied to the Notice) डीएलबी और उससे पहले सीएम गहलोत को सौंप दिया है, उन्हें न्याय की उम्मीद है.
ये कहा सौम्या ने : नगर निगम ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर नोटिस का जवाब देने स्वायत शासन विभाग पहुंचीं. इस दौरान सौम्या ने कहा कि जो नोटिस मुझे दिया गया था उसका आज अंतिम तिथि थी. इसलिए मैंने अपना जवाब दे दिया है, लेकिन उससे पहले मैंने आज सुबह ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की और उन्हें भी अपना स्पष्टीकरण दिया है. अब मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ न्याय होगा. सौम्या गुर्जर से जब अन्य सवाल पूछे गए तो वह बिना सवालों के जवाब दिए गाड़ी में बैठकर रवाना हो गईं.
क्या था मामला : दरअसल, जून 2021 में नगर निगम ग्रेटर के तत्कालीन आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह के साथ (Mayor Saumya Gurjar Controversy) दुर्व्यवहार और मारपीट के मामले में सौम्या को पुलिस जांच में दोषी माना गया था. बाद में हुई न्यायिक जांच में भी उन्हें दोषी माना गया. इसके बाद 27 सितंबर 2022 को राज्य सरकार ने सौम्या को पार्षद और महापौर पद से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए.
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सौम्या ने सरकार के इस आदेश को यह कहते हुए चुनौती दी कि राज्य सरकार ने उनका पक्ष सुने बिना ही बर्खास्त कर दिया. 10 नवम्बर को हाईकोर्ट ने सौम्या की याचिका की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिए कि सौम्या को उनका पक्ष रखने का अवसर दिया जाए. 27 सितंबर को जारी बर्खास्तगी के आदेश को भी हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. हाईकोर्ट के आदेश पर ही सरकार ने सौम्या को सुनवाई का अवसर देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसकी अंतिम तारीख आज थी.