ETV Bharat / state

2 साल बाद धनतेरस पर बाजार गुलजार, राजस्थान में 15 हजार करोड़ के कारोबार की उम्मीद

author img

By

Published : Oct 22, 2022, 11:07 AM IST

प्रदेश में फिलहाल दीपावली के त्यौहार पर बाजार गुलजार नजर आ रहे हैं और खरीदारों से लेकर व्यापारियों तक के चेहरे खिले हुए नजर आ रहे हैं. फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री की मानें तो इस बार त्योहारी सीजन पर व्यापार में 15 से 20 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है. पूरे प्रदेश की बात करें तो तकरीबन 10 से 15 हजार करोड़ के कारोबार की उम्मीद है जताई जा रही है.

Market buzzing on Dhanteras 2022
धनतेरस पर बाजार गुलजार

जयपुर. कोरोना के 2 साल बाद इस बार धनतेरस त्योहार (Dhanteras 2022) पर बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है और दिवाली के इस त्योहार पर इस बार किसी तरह की कोई पाबंदी नजर नहीं आ रही है. जिसके बाद सोने चांदी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक, गारमेंट्स, बर्तन, रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में जमकर खरीदारी हो रही है. कारोबारियों का मानना है कि इस बार 10 से 15 हजार करोड़ तक का व्यापार पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा जो पिछले 2 सालों में तकरीबन 15 से 20 फीसदी अधिक है.

प्रदेश में फिलहाल दीपावली के त्यौहार पर बाजार गुलजार नजर आ रहे हैं और खरीदारों से लेकर व्यापारियों तक के चेहरे खिले हुए नजर आ रहे हैं. फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि कोरोना के दौरान और उसके बाद व्यापारिक स्थितियां प्रदेश में अच्छी नहीं रही थी लेकिन अब इन सभी परिस्थितियों से व्यापार और व्यापारी दोनों ही बाहर निकल चुके हैं. ऐसे में इस बार बाजारों में रौनक दिखाई दे रही है. फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री की मानें तो इस बार त्योहारी सीजन पर व्यापार में 15 से 20 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है. पूरे प्रदेश की बात करें तो तकरीबन 10 से 15 हजार करोड़ के कारोबार की उम्मीद है जताई जा रही है. जिसमें सोना चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, बर्तन, रियल एस्टेट, गारमेंट सेक्टर शामिल है.

Market buzzing on Dhanteras 2022
इलेक्ट्रॉनिक सामान की मांग

पढ़ें- पावणों के स्वागत को धोरों की धरती तैयार...विदेशी सैलानियों की आवक पड़ी कमजोर, अब देसी पर्यटकों का ही सहारा

4 हजार किलो चांदी बिकने की उम्मीद- धनतेरस के दौरान सबसे अधिक चांदी के सिक्कों की बिक्री देखने को मिलती है और सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की मानें तो इस बार धनतेरस पर लगभग 4000 किलो चांदी के सिक्के दिखने की उम्मीद है. सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का कहना है कि इस बार चांदी के सिक्कों की मांग सबसे अधिक देखने को मिल रही है जिसके बाद बाजार में 5 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक 1 किलो वजन वाले सिक्के वैसे जा रहे हैं. ऐसे में तकरीबन पूरे प्रदेश में दो से तीन हजार करोड़ का कारोबार सोने और चांदी से होने की उम्मीद है. इसके अलावा दीपावली के बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा तो ऐसे में सोने की खरीद भी शुरू हो चुकी है.

एसटीसी चांदी की पहचान- कैलाश मित्तल का कहना है कि धनतेरस पर सोने और चांदी के सिक्के खरीदने की परंपरा है. ऐसे में कई बार कुछ लोग खोटे और मिलावटी सिक्के बेचकर लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं. ऐसे में सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से एसटीसी की मोहर लगे हुए सिक्के ही लोगों को खरीदने चाहिए. इनमें शत-प्रतिशत चांदी की शुद्धता की गारंटी है. मित्तल का कहना है कि वर्ष 2007 में पहली बार एसटीसी के मोहर वाले सिक्के जारी किए गए थे, ऐसे में अभी तक चांदी के सिक्के से जुड़े कारोबार में पूरे प्रदेश में एसटीसी की भागीदारी लगभग 80 फ़ीसदी से अधिक है.

Market buzzing on Dhanteras 2022
धनतेरस का बाजार गुलजार

पढ़ें- जयपुर में छह दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत, रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा उठी पिंक सिटी

200 फीसदी से अधिक ग्रोथ- इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक कारोबार से जुड़े हुए कारोबारी सुरेंद्र गुप्ता का कहना है कि पिछले कुछ समय से इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक से जुड़ा कारोबार मंदा चल रहा था. पिछले 2 सालों में कोरोना के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ, लेकिन इस बार इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक बाजार में तकरीबन 200 फ़ीसदी से अधिक की ग्रोथ देखी जा रही है. इलेक्ट्रॉनिक बाजार की बात करें तो इस बार स्मार्ट टीवी, वाशिंग मशीन, डबल डोर फ्रिज और मोबाइल फोन की मांग इस समय बाजार में सबसे अधिक है. जबकि इलेक्ट्रिक बाजार की बात करें तो सजावटी झालर, रंगीन एलइडी बल्ब, डिजाइनर लैंप आदि की मांग बाजार में बनी हुई है. खासतौर पर लोग मेड इन इंडिया प्रोडक्ट की मांग सबसे अधिक कर रहे हैं तो ऐसे में राजस्थान में इस बार इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक बाजार में तकरीबन 3 से 4 हजार करोड़ के व्यापार की उम्मीद लगाई जा रही है.

गारमेंट्स और बर्तन उद्योग भी गुलजार- धनतेरस के मौके पर बर्तनों की खरीद को शुभ माना जाता है. ऐसे में धनतेरस पर बर्तनों की मांग में भी तकरीबन 40 फ़ीसदी से अधिक की मांग देखने को मिल रही है. बर्तन उद्योग से जुड़े कारोबारियों का कहना है की इस बार पूरे प्रदेश में तकरीबन 100 से 150 करोड़ के व्यापार की उम्मीद जताई जा रही है. जबकि दीपावली की सीजन पर गारमेंट्स कारोबार में भी चमक देखने को मिली है. गारमेंट्स कारोबार से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि कोरोना के कारण पिछले 2 साल बिक्री प्रभावित रही. इसके अलावा शादियों के सीजन पर भी पाबंदी लगी होने के कारण सबसे अधिक असर गारमेंट्स कारोबार पर पड़ा है, लेकिन इस बार पिछले 2 साल की अपेक्षा 70 फ़ीसदी से अधिक कपड़ों की मांग देखने को मिल रही है और तकरीबन 500 करोड़ से अधिक का कारोबार गारमेंट से जुड़ा प्रदेश में देखने को मिलेगा.

पढ़ें- Special : कोटा की स्पेशल पटाखा मिठाई दिवाली के लिए तैयार, लोकसभा अध्यक्ष बिरला भी हैं इसके मुरीद

इलेक्ट्रिक सेगमेंट की मांग बढ़ी- इस धनतेरस पर रिकॉर्ड टू व्हीलर और फोर व्हीलर की बिक्री का अनुमान लगाया जा रहा है. राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की मानें तो इस बार टू व्हीलर और फोर व्हीलर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बढ़ी है. इसके अलावा हाइब्रिड कार भी लोगों की पहली पसंद बन रही है. हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक गाड़ियों का एवरेज और एडवांस टेक्नोलॉजी लोगों को काफी पसंद आ रही है. इसके बाद इस धनतेरस पर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक सेगमेंट से जुड़ी गाड़ियों की मांग में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. एसोसिएशन की मानें तो पूरे प्रदेश में तकरीबन 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखने को मिलेगा.

जयपुर. कोरोना के 2 साल बाद इस बार धनतेरस त्योहार (Dhanteras 2022) पर बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है और दिवाली के इस त्योहार पर इस बार किसी तरह की कोई पाबंदी नजर नहीं आ रही है. जिसके बाद सोने चांदी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक, गारमेंट्स, बर्तन, रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में जमकर खरीदारी हो रही है. कारोबारियों का मानना है कि इस बार 10 से 15 हजार करोड़ तक का व्यापार पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा जो पिछले 2 सालों में तकरीबन 15 से 20 फीसदी अधिक है.

प्रदेश में फिलहाल दीपावली के त्यौहार पर बाजार गुलजार नजर आ रहे हैं और खरीदारों से लेकर व्यापारियों तक के चेहरे खिले हुए नजर आ रहे हैं. फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि कोरोना के दौरान और उसके बाद व्यापारिक स्थितियां प्रदेश में अच्छी नहीं रही थी लेकिन अब इन सभी परिस्थितियों से व्यापार और व्यापारी दोनों ही बाहर निकल चुके हैं. ऐसे में इस बार बाजारों में रौनक दिखाई दे रही है. फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री की मानें तो इस बार त्योहारी सीजन पर व्यापार में 15 से 20 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है. पूरे प्रदेश की बात करें तो तकरीबन 10 से 15 हजार करोड़ के कारोबार की उम्मीद है जताई जा रही है. जिसमें सोना चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, बर्तन, रियल एस्टेट, गारमेंट सेक्टर शामिल है.

Market buzzing on Dhanteras 2022
इलेक्ट्रॉनिक सामान की मांग

पढ़ें- पावणों के स्वागत को धोरों की धरती तैयार...विदेशी सैलानियों की आवक पड़ी कमजोर, अब देसी पर्यटकों का ही सहारा

4 हजार किलो चांदी बिकने की उम्मीद- धनतेरस के दौरान सबसे अधिक चांदी के सिक्कों की बिक्री देखने को मिलती है और सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की मानें तो इस बार धनतेरस पर लगभग 4000 किलो चांदी के सिक्के दिखने की उम्मीद है. सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का कहना है कि इस बार चांदी के सिक्कों की मांग सबसे अधिक देखने को मिल रही है जिसके बाद बाजार में 5 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक 1 किलो वजन वाले सिक्के वैसे जा रहे हैं. ऐसे में तकरीबन पूरे प्रदेश में दो से तीन हजार करोड़ का कारोबार सोने और चांदी से होने की उम्मीद है. इसके अलावा दीपावली के बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा तो ऐसे में सोने की खरीद भी शुरू हो चुकी है.

एसटीसी चांदी की पहचान- कैलाश मित्तल का कहना है कि धनतेरस पर सोने और चांदी के सिक्के खरीदने की परंपरा है. ऐसे में कई बार कुछ लोग खोटे और मिलावटी सिक्के बेचकर लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं. ऐसे में सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से एसटीसी की मोहर लगे हुए सिक्के ही लोगों को खरीदने चाहिए. इनमें शत-प्रतिशत चांदी की शुद्धता की गारंटी है. मित्तल का कहना है कि वर्ष 2007 में पहली बार एसटीसी के मोहर वाले सिक्के जारी किए गए थे, ऐसे में अभी तक चांदी के सिक्के से जुड़े कारोबार में पूरे प्रदेश में एसटीसी की भागीदारी लगभग 80 फ़ीसदी से अधिक है.

Market buzzing on Dhanteras 2022
धनतेरस का बाजार गुलजार

पढ़ें- जयपुर में छह दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत, रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा उठी पिंक सिटी

200 फीसदी से अधिक ग्रोथ- इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक कारोबार से जुड़े हुए कारोबारी सुरेंद्र गुप्ता का कहना है कि पिछले कुछ समय से इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक से जुड़ा कारोबार मंदा चल रहा था. पिछले 2 सालों में कोरोना के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ, लेकिन इस बार इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक बाजार में तकरीबन 200 फ़ीसदी से अधिक की ग्रोथ देखी जा रही है. इलेक्ट्रॉनिक बाजार की बात करें तो इस बार स्मार्ट टीवी, वाशिंग मशीन, डबल डोर फ्रिज और मोबाइल फोन की मांग इस समय बाजार में सबसे अधिक है. जबकि इलेक्ट्रिक बाजार की बात करें तो सजावटी झालर, रंगीन एलइडी बल्ब, डिजाइनर लैंप आदि की मांग बाजार में बनी हुई है. खासतौर पर लोग मेड इन इंडिया प्रोडक्ट की मांग सबसे अधिक कर रहे हैं तो ऐसे में राजस्थान में इस बार इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक बाजार में तकरीबन 3 से 4 हजार करोड़ के व्यापार की उम्मीद लगाई जा रही है.

गारमेंट्स और बर्तन उद्योग भी गुलजार- धनतेरस के मौके पर बर्तनों की खरीद को शुभ माना जाता है. ऐसे में धनतेरस पर बर्तनों की मांग में भी तकरीबन 40 फ़ीसदी से अधिक की मांग देखने को मिल रही है. बर्तन उद्योग से जुड़े कारोबारियों का कहना है की इस बार पूरे प्रदेश में तकरीबन 100 से 150 करोड़ के व्यापार की उम्मीद जताई जा रही है. जबकि दीपावली की सीजन पर गारमेंट्स कारोबार में भी चमक देखने को मिली है. गारमेंट्स कारोबार से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि कोरोना के कारण पिछले 2 साल बिक्री प्रभावित रही. इसके अलावा शादियों के सीजन पर भी पाबंदी लगी होने के कारण सबसे अधिक असर गारमेंट्स कारोबार पर पड़ा है, लेकिन इस बार पिछले 2 साल की अपेक्षा 70 फ़ीसदी से अधिक कपड़ों की मांग देखने को मिल रही है और तकरीबन 500 करोड़ से अधिक का कारोबार गारमेंट से जुड़ा प्रदेश में देखने को मिलेगा.

पढ़ें- Special : कोटा की स्पेशल पटाखा मिठाई दिवाली के लिए तैयार, लोकसभा अध्यक्ष बिरला भी हैं इसके मुरीद

इलेक्ट्रिक सेगमेंट की मांग बढ़ी- इस धनतेरस पर रिकॉर्ड टू व्हीलर और फोर व्हीलर की बिक्री का अनुमान लगाया जा रहा है. राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की मानें तो इस बार टू व्हीलर और फोर व्हीलर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बढ़ी है. इसके अलावा हाइब्रिड कार भी लोगों की पहली पसंद बन रही है. हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक गाड़ियों का एवरेज और एडवांस टेक्नोलॉजी लोगों को काफी पसंद आ रही है. इसके बाद इस धनतेरस पर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक सेगमेंट से जुड़ी गाड़ियों की मांग में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. एसोसिएशन की मानें तो पूरे प्रदेश में तकरीबन 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखने को मिलेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.