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पतंगबाजी के दौरान दुर्घटना और मांझे से कटने की वजह से कई लोग पहुंचे अस्पताल, दो बच्चे गंभीर घायल

पतंगबाजी परिंदों के साथ-साथ कुछ लोगों के लिए भी घातक साबित हुई. मकर संक्रांति से पहले रविवार को पतंगबाजी करते हुए दुर्घटना और मांझे की चपेट में आने से 29 लोग घायल हो गए, इनमें 13 लोग पतंग उड़ाते समय छत से गिर गए.

पतंगबाजी के दौरान दुर्घटना
पतंगबाजी के दौरान दुर्घटना
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2024, 9:04 PM IST

जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह के ट्रॉमा सेंटर में पतंगबाजी के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं और मांझे से कटने की वजह से घायल लोगों के उपचार के लिए 24 डॉक्टर्स को तैनात किया गया था. ये डॉक्टर्स अस्पताल में अलर्ट मोड पर रहे, इससे अस्पताल पहुंचने वाले घायलों को समय पर उपचार दिया गया. रविवार को 29 घायल अस्पताल पहुंचे, जिनमें पतंगबाजी के दौरान छत से गिरे दो मासूम की हालत सीरियस बताई जा रही है.

एसएमएस अस्पताल के एडीशनल सुपरीटेंडेंट डॉ प्रदीप ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में हर वर्ष मकर संक्रांति पर कई घायल शहर वासी ट्रॉमा सेंटर लाए जाते हैं. इस बार परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पहले ही 24 डॉक्टर की टीम तैनात की गई थी. उन्होंने बताया कि रविवार को 5 और 6 साल को दो बच्चे को छत से गिरने की वजह से सीरियस हेड इंजरी हुई है, जिन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया है. सीनियर डॉक्टर्स इन बच्चों का ट्रीटमेंट कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-दड़ा महोत्सव : मकर संक्रांति पर बूंदी में खेला गया 800 साल पुराना दड़ा, जानें परंपरा व खेल की खासियत

पतंगबाजी के दौरान 11 लोग छत से गिरकर घायल होने की वजह से एसएमएस अस्पताल पहुंचे, जिनमें कुछ को फ्रैक्चर और कुछ को टिशु इंजरी हुई थी, पतंगबाजी में मामूली रूप से घायल लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इसी तरह रास्ते में वाहन चलाते वक्त मांझे की चपेट में आने से भी घायल हुए 16 लोग अस्पताल पहुंचे. हालांकि इनमें कोई भी घायल सीरियस कंडीशन में नहीं है.

जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह के ट्रॉमा सेंटर में पतंगबाजी के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं और मांझे से कटने की वजह से घायल लोगों के उपचार के लिए 24 डॉक्टर्स को तैनात किया गया था. ये डॉक्टर्स अस्पताल में अलर्ट मोड पर रहे, इससे अस्पताल पहुंचने वाले घायलों को समय पर उपचार दिया गया. रविवार को 29 घायल अस्पताल पहुंचे, जिनमें पतंगबाजी के दौरान छत से गिरे दो मासूम की हालत सीरियस बताई जा रही है.

एसएमएस अस्पताल के एडीशनल सुपरीटेंडेंट डॉ प्रदीप ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में हर वर्ष मकर संक्रांति पर कई घायल शहर वासी ट्रॉमा सेंटर लाए जाते हैं. इस बार परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पहले ही 24 डॉक्टर की टीम तैनात की गई थी. उन्होंने बताया कि रविवार को 5 और 6 साल को दो बच्चे को छत से गिरने की वजह से सीरियस हेड इंजरी हुई है, जिन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया है. सीनियर डॉक्टर्स इन बच्चों का ट्रीटमेंट कर रहे हैं.

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पतंगबाजी के दौरान 11 लोग छत से गिरकर घायल होने की वजह से एसएमएस अस्पताल पहुंचे, जिनमें कुछ को फ्रैक्चर और कुछ को टिशु इंजरी हुई थी, पतंगबाजी में मामूली रूप से घायल लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इसी तरह रास्ते में वाहन चलाते वक्त मांझे की चपेट में आने से भी घायल हुए 16 लोग अस्पताल पहुंचे. हालांकि इनमें कोई भी घायल सीरियस कंडीशन में नहीं है.

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