जयपुर. राजस्थान सरकार की ओर से लगाए जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान का एक प्रार्थना पत्र वायरल हो रहा है. इसमें एक व्यक्ति ने खुद के अकेला होने का हवाला देकर घरवाली उपलब्ध करवाने की मांग की है. इस पत्र में आवेदक ने पत्नी कैसी होनी चाहिए और उसमें क्या गुण होने चाहिए, ये भी बताया है. इस मामले में प्रशासन की ओर से भी आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
पत्नी की मांग का प्रार्थना पत्र : प्रार्थना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस पत्र के मुताबिक मामला 3 जून 2023 का तहसील बहरावण्डा, जिला दौसा का बताया जा रहा है. इसमें एक पटवारी के नाम पत्र लिखा गया है. कमल महावर नामक व्यक्ति, जो कि 40 साल का है और सिकराय उपखंड के गांव गांगदवाडी के शिविर में शामिल हुआ था. उसने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि मेरी घरेलू परिस्थितियां प्रतिकूल हैं. मैं अकेला घर में परेशान रहता हूं.
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ऐसी पत्नी चाहिए : उसने आगे लिखा है कि वो घर पर कार्य करने में असमर्थ है, इसलिए घरेलू कार्य करने और उसकी सहायता के लिए पत्नी की आवश्यकता है. उसने लिखा है कि 'पत्नी पतली होनी चाहिए, गोरी होनी चाहिए, 30 से 40 साल के बीच की उम्र होनी चाहिए और सभी कार्य करने में अग्रणी होनी चाहिए. अत: श्रीमानजी से निवेदन है कि मेरे को अति प्राथमिकता के साथ पत्नी उपलब्ध करवाने का कष्ट करें'.
कार्रवाई के निर्देश : मजेदार बात यह है कि सरकार अधिकारी-कर्मचारी इस आवेदक से भी दो कदम आगे निकल गए. बताया जा रहा है कि बहरावण्डा तहसीलदार ने हल्का पटवारी को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है. पटवारी ने तहसीलदार को लिखे पत्र में एक टीम का गठन करने की मांग की है, जिसमें ग्राम विकास सचिव, पटवारी और सरपंच को शामिल करने को कहा गया है.