जयपुर. मल्लिकार्जुन खड़गे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी सदस्यों, कांग्रेस के सभी महासचिवों, सभी प्रभारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं. ऐसे में अब खड़गे की सहायता के लिए कोई पदाधिकारी नहीं है. यही कारण है कि खड़गे की अध्यक्षता में आज 47 सदस्यीय स्टीयरिंग कमेटी का गठन (Kharge constituted Steering committee) किया गया है जो एआईसीसी के गठन तक खड़गे की सहायता करेगी.
47 सदस्यीय स्टेरिंग कमेटी में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन समेत 47 मेंबर शामिल किए गए हैं. 47 सदस्यों में राजस्थान के भी चार नेताओं (Rajasthan Four leaders in steering committee) को जगह मिली है. इनमें असम के प्रभारी भंवर जितेंद्र, गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा, पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रघुवीर मीणा शामिल है.
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इन चारों नेताओं में से रघु शर्मा, हरीश चौधरी और भंवर जितेंद्र अभी अलग-अलग राज्यों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. ऐसे में स्टीयरिंग कमेटी में शामिल होने के साथ ही जब तक इन राज्यों को नए प्रभारी नहीं मिलते हैं या फिर इन्हें कोई दूसरे पद नहीं दिए जाते हैं. यह अपने-अपने राज्यों में कांग्रेस संगठन को स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य के तौर पर संभाल सकेंगे. इस लिस्ट में सचिन पायलट का नाम नदारद दिखाई दे रहा है. मतलब साफ है कि सचिन पायलट कांग्रेस संगठन का हिस्सा नहीं बनने जा रहे हैं और कांग्रेस आलाकमान ने उनके लिए कोई दूसरी जिम्मेदारी सोच रखी है.