जयपुर. राजधानी में 31 अगस्त को टोंक रोड पर कोटा सवाईमाधोपुर की तरफ जाने वाली रेलवे लाइन पर बने पुल के नीचे एक शव बरामद किया गया था. मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे और उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी. पुलिस द्वारा जब शव की शिनाख्त की गई तो मृतक की शिनाख्त महाराष्ट्र के रत्नागिरी निवासी विजय किशन घाडगे के रूप में हुई है.
मृतक टैक्सी चलाने का काम किया करता था और 28 अगस्त को महाराष्ट्र से दो सवारियां लेकर अपनी स्विफ्ट टैक्सी कार से राजस्थान के लिए रवाना हुआ था. 31 अगस्त को मृतक का शव शिवदासपुरा थाना क्षेत्र से बरामद किया गया था.
डीसीपी साउथ मनोज कुमार ने बताया कि मृतक की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने जब इस पूरे प्रकरण में जांच को तेज किया तो यह बात सामने आई कि जालूपुरा थाना क्षेत्र में विक्रम सिंह नाम के एक व्यक्ति ने एक कार को बेचने की फिराक में घूम रहा है. जिसकी हरकतें संदिग्ध होने पर जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक योजना के तहत कार किराए पर लेने और कार ड्राइवर की जूते के फीते से गला घोट कर हत्या करने की वारदात कबूली.
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पुलिस ने आरोपी विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी निशानदेही पर एक बाल अपचारी को निरुद्ध कर मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया. वहीं आरोपियों की निशानदेही पर पंजाब से इस पूरी वारदात में शामिल विक्रम नामक एक अन्य व्यक्ति को दस्तयाब किया गया है जिसे जयपुर लाया जा रहा है. इस पूरे प्रकरण में एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है जो कि फिलहाल फरार चल रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.