जयपुर. बदलती लाइफस्टाइल और भाग दौड़ भरी जिंदगी के चलते आज आम आदमी का दिनचर्या भी बदल गया है. इसकी वजह से लोग आज छोटी-छोटी बात पर गुस्सा कर बैठते हैं और इसी गुस्से के कारण अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देते हैं. गुस्सा और डिप्रेशन के कारण ही सबसे ज्यादा इजाफा आत्महत्या मामलों में हुआ है. बता दें कि पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 80 फीसदी लोग आत्महत्या कर रहे हैं. विश्व में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति के रोकथाम एवं समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है.
वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे यानि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जयपुर के थिएटर कलाकार नुक्कड़ नाटकों के जरिए आत्महत्या रोकने के प्रति लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं. जयपुर के जाने-माने तमाशा शैली के कलाकार दिलीप भट्ट अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए शहर भर में नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं.
शहर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आज के युवा में सहनशक्ति नहीं है. छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा कर वह ऐसे काम कर जाते हैं जिससे उनकी जिंदगी तो खत्म हो ही जाती है बल्कि उससे माता-पिता, रिश्तेदार और उनसे जुड़े लोगों को भी आघात पहुंचता है. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया गया कि जीवन अनमोल है, आपके लिए ही नहीं आप से जुड़े और आपसे प्यार करने वालों के लिए भी आप खास अहमियत रखते हैं.