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जयपुर: नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को आत्महत्या रोकने के प्रति किया जागरूक

विश्व में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति के रोकथाम एवं समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है. विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जयपुर के थिएटर कलाकार नुक्कड़ नाटकों के जरिए आत्महत्या रोकने के प्रति लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं.

आत्महत्या रोकने के प्रति जागरूक, नुक्कड़ नाटक
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Published : Sep 10, 2019, 10:34 PM IST

जयपुर. बदलती लाइफस्टाइल और भाग दौड़ भरी जिंदगी के चलते आज आम आदमी का दिनचर्या भी बदल गया है. इसकी वजह से लोग आज छोटी-छोटी बात पर गुस्सा कर बैठते हैं और इसी गुस्से के कारण अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देते हैं. गुस्सा और डिप्रेशन के कारण ही सबसे ज्यादा इजाफा आत्महत्या मामलों में हुआ है. बता दें कि पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 80 फीसदी लोग आत्महत्या कर रहे हैं. विश्व में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति के रोकथाम एवं समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है.

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन

वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे यानि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जयपुर के थिएटर कलाकार नुक्कड़ नाटकों के जरिए आत्महत्या रोकने के प्रति लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं. जयपुर के जाने-माने तमाशा शैली के कलाकार दिलीप भट्ट अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए शहर भर में नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी : विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर 'माइम आर्ट' के जरिये समझिए 'निराशा के पल'...जिंदगी से कभी हार मत मानिए

शहर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आज के युवा में सहनशक्ति नहीं है. छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा कर वह ऐसे काम कर जाते हैं जिससे उनकी जिंदगी तो खत्म हो ही जाती है बल्कि उससे माता-पिता, रिश्तेदार और उनसे जुड़े लोगों को भी आघात पहुंचता है. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया गया कि जीवन अनमोल है, आपके लिए ही नहीं आप से जुड़े और आपसे प्यार करने वालों के लिए भी आप खास अहमियत रखते हैं.

जयपुर. बदलती लाइफस्टाइल और भाग दौड़ भरी जिंदगी के चलते आज आम आदमी का दिनचर्या भी बदल गया है. इसकी वजह से लोग आज छोटी-छोटी बात पर गुस्सा कर बैठते हैं और इसी गुस्से के कारण अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देते हैं. गुस्सा और डिप्रेशन के कारण ही सबसे ज्यादा इजाफा आत्महत्या मामलों में हुआ है. बता दें कि पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 80 फीसदी लोग आत्महत्या कर रहे हैं. विश्व में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति के रोकथाम एवं समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है.

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन

वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे यानि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जयपुर के थिएटर कलाकार नुक्कड़ नाटकों के जरिए आत्महत्या रोकने के प्रति लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं. जयपुर के जाने-माने तमाशा शैली के कलाकार दिलीप भट्ट अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए शहर भर में नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी : विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर 'माइम आर्ट' के जरिये समझिए 'निराशा के पल'...जिंदगी से कभी हार मत मानिए

शहर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आज के युवा में सहनशक्ति नहीं है. छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा कर वह ऐसे काम कर जाते हैं जिससे उनकी जिंदगी तो खत्म हो ही जाती है बल्कि उससे माता-पिता, रिश्तेदार और उनसे जुड़े लोगों को भी आघात पहुंचता है. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया गया कि जीवन अनमोल है, आपके लिए ही नहीं आप से जुड़े और आपसे प्यार करने वालों के लिए भी आप खास अहमियत रखते हैं.

Intro:जयपुर- इस भाग दौड़ भरी जिंदगी और बदलती लाइफस्टाइल के चलते आज आम आदमी का डेली रूटीन भी बदल गया है। इसकी वजह से लोग आज छोटी-छोटी बात पर गुस्सा कर बैठते हैं और इसी गुस्से के कारण अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देते है। गुस्सा और डिप्रेशन के कारण ही सबसे ज्यादा इजाफा सुसाइड के केसों में हुआ है। पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 80 फ़ीसदी लोग सुसाइड कर रहे है, कभी डिप्रेशन में आकर तो कभी इमोशनल होकर। अगर 10 सेकंड तक व्यक्ति अपने इमोशन पर काबू पा ले तो आत्महत्या करने से बच सकता है। विश्व में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति के रोकथाम एवं समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है।


Body:वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे यानी विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जयपुर के थिएटर कलाकार नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को आत्महत्या करने के प्रति जागरूक करते नजर आ रहे हैं। जयपुर के जाने-माने तमाशा शैली के कलाकार दिलीप भट्ट अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए शहर भर में नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को जागरूक करते नजर आ रहे है।

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आज के युवा में सहनशक्ति नहीं है। छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा कर वह ऐसे काम कर जाते हैं जिससे उनकी जिंदगी तो खत्म हो ही जाती है बल्कि उससे माता-पिता, रिश्तेदार और उनसे जुड़े लोगों को भी आघात पहुंचता है। आपका जीवन अनमोल है आपके लिए ही नहीं आप से जुड़े और आपसे प्यार करने वालों के लिए भी, आप खास अहमियत रखते है।

बाईट- दिलीप भट्ट, थिएटर आर्टिस्ट


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