जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार अब आर्थिक दृष्टि से कमजोर आय वर्ग वालों को राहत देने की तैयारी कर रही है. दरअसल आर्थिक दृष्टि से कमजोर ऐसे लोग जिनकी आमदनी काफी कम है, ऐसे लोगों के लिए सरकार सस्ती दरों पर किराए पर आवास उपलब्ध करवाएगी. आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों को सिर ढकने के लिए छत उपलब्ध हो सके, इसके लिए जयपुर व अन्य शहरों में अफोर्डेबल आवासीय योजनाओं के तहत रिक्त बहुमंजिला आवासों (भूतल+तीन मंजिला) के निस्तारण के लिए कुंजीलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई.
बैठक में इन आवासों को आर्थिक दृष्टि से कमजोर आय वर्ग (सालाना आय 3 लाख तक) के आवासहीन परिवारों को मासिक किराया 200 से 300 रुपए तक दिये जाने का निर्णय लिया गया. यदि आवंटी 10 वर्ष तक उसी आवास में रहता है, तो वह आवास की लागत की शेष राशि जमा कर मालिकाना हक प्राप्त कर सकता है. जिन स्थानों पर आवास उपलब्ध है, वहां पर सभी मुलभूत सुविधाऐं सड़क, बिजली, पानी आदि संबंधित शहरी नगर निकाय द्वारा उपलब्ध करवायी गई है.
आवासों को सस्ते किराये पर प्राप्त करने के लिये संबंधित नगर निकाय/विकास प्राधिकरण/नगर विकास न्यास से सम्पर्कं कर सकते हैं. इन रिक्त आवासों को 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर पात्र परिवारों को आवंटित किये जाने का प्रावधान रखा गया है. उपभोग के अनुसार आवंटी को पानी-बिजली का बिल चुकाना होगा.
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ये जगह चिन्हित: राज्य में जयपुर शहर में आनन्द लोक में 529 आवास, स्वप्न लोक में 588, जयसिंहपुरा खोर भांकरोटा में 134, जयसिंहपुरा खोर दिल्ली रोड़ में 1752, बगराना आगरा रोड़ में 773, पिंकपर्ल अजमेर रोड़ में 27, मुकुन्दपुरा भांकरोटा में 42, रामला का बास कालवाड़ में 116, महापुरा सेज के पास 547, बगरू खुर्द ठिकरिया पर 20, बगरू खुर्द ओमेक्स सिटी पर 84, श्यामपुरा वाटिका रोड में 180, नेवटा में 487 आवास रिक्त है. इसके अतिरिक्त भिवाड़ी में 104, चाकसू में 61, दौसा शहर में 116, बालोतरा शहर में 76, अलवर शहर में 364, अजमेर शहर में 184, पाली शहर में 502, प्रतापगढ़ शहर में 129 एवं टोंक शहर में 276 आवास रिक्त हैं.