जयपुर. जालोर में पकड़े गए बदमाश युद्धवीर सिंह को सांगानेर थाना पुलिस जयपुर ले आई है. उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. बताया जा रहा है कि लॉरेंस गैंग के इशारे पर युद्धवीर हथियार जुटा रहा था ताकि राजधानी में फायरिंग की घटनाओं को अंजाम देकर दहशत फैलाई जा सके. जालोर पुलिस के हत्थे चढ़ा बदमाश युद्धवीर सिंह हथियार जुटाकर चेन सिस्टम के जरिए अन्य शूटरों तक हथियार पहुंचाने की फिराक में था. उसे यह टारगेट लॉरेंस गैंग ने दिया था.
गैंग का मकसद- हथियारों को जुटाने के पीछे गैंग का मकसद जयपुर में जी क्लब जैसी फायरिंग की घटना को अंजाम देकर दहशत में फैलाना था, ताकि रसूखदारों को वसूली के लिए धमकाया जा सके. लेकिन इससे पहले ही जालोर में वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अब सांगानेर थाना पुलिस उसे जयपुर लेकर आई है और प्रारंभिक पूछताछ में उसने और भी कई खुलासे किए हैं.
वसूली मामले में Wanted- अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाशचंद्र विश्नोई के अनुसार, जयपुर पुलिस के इनपुट पर नागौर के ईड़वा निवासी युद्धवीर को पुलिस ने जालोर के सायला इलाके से पकड़ा था. वह जयपुर में वसूली के एक मामले में वांटेड है. इसलिए जयपुर की सांगानेर थाना पुलिस उसे पूछताछ के लिए जयपुर लेकर आई है. पुलिस का मानना है कि आरोपी युद्धवीर सिंह लॉरेंस विश्नोई गैंग के कई बदमाशों के संपर्क में है और उनके इशारे पर ही गैंग के लिए हथियारों का इंतजाम करता है.
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फाइनेंसर से मांगी थी फिरौती- राजधानी के सांगानेर इलाके में एक फाइनेंसर को लॉरेंस गैंग के नाम पर धमकाने और फिरौती मांगने के मामले में पुलिस को युद्धवीर सिंह की तलाश थी. पुलिस का दबाव बढ़ने पर वह जयपुर छोड़कर भाग गया था. बीते रविवार को पुलिस को उसके जालोर में होने का इनपुट मिला और जयपुर पुलिस की सूचना पर जालोर पुलिस ने उसका पीछा कर उसे धर दबोचा था.