जयपुर. आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर में तीन दिवसीय फागोत्सव के बाद गुरुवार को दो दिवसीय पुष्प फाग का शुभारंभ हुआ. कोलकाता से आए बाल व्यास श्रीकांत शर्मा ने फाल्गुनी सरस भजनों की ऐसी तान छेड़ी की श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गए. उन्होंने ब्रज क्षेत्र की होली को भजनों के माध्यम से जीवंत कर दिया.
वहीं कलाकारों ने भजनों की भावना के अनुरूप नृत्य की मनोरम प्रस्तुति दी. मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने श्रीकांत शर्मा और मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने अन्य कलाकारों का सम्मान किया. महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम भारती सहित कई विशिष्टजन भी पुष्प फाग में पहुंचे. कार्यक्रम संयोजक बालकृष्ण बालासरिया ने सभी को साफा और दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया.
मंगलाचरण और गणेश स्तुति के बाद श्रीकांत शर्मा ने उड़ती कुरजलियां संदेशों म्हारो लेती जाइजे रे म्हारा सतगुरू भया रंगरेज चुनरिया रंग डारी कान्हो चाले मरोड़ी चाल दिखाव रंग होली को भक्तों ने इतना रंग डाला सांवरिया लाल लाल हो गया जैसे भजन गायक माहौल को फाल्गुनी बना दिया.
इन भजनों के साथ फूलों की होली ने सभी का मन हर लिया. कृष्ण और राधा बने स्वरूपों पर टोकरी भर-भर गुलाब के फूलों की पंखुडिय़ों की वर्षा की गई. यह क्रम काफी देर तक चलता रहा. आखिर में राधा-कृष्ण के स्वरूप के कंधे भी फूलों में दब गए. इस दौरान सत्संग भवन राधे के जयघोष से गुंजायमान हो उठा. हारमोनियम पर बाल गोविंद, ढोलक पर गोकुल, तबले पर चंद्रदेव, कोरस पर सुरेश गोस्वामी और की पैड पर छेदीलाल ने संगत की.