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देवदूत बने सीकर के कजोड़, दुनिया से जाते-जाते आबाद कर गए 4 जिंदगियां

सीकर के खंडेला निवासी कजोड़ मल भले ही (Kajod Mal died in road accident) इस दुनिया से रुख्सत हो गए हो. लेकिन मौत के बाद भी चार जिंदगियों को आबाद कर गए.

Sawai Mansingh Hospital of Jaipur
Sawai Mansingh Hospital of Jaipur
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Published : Jan 2, 2023, 1:21 PM IST

जयपुर. सीकर के खंडेला निवासी कजोड़ मल इस दुनिया से जाने के बाद भी चार (Kajod Mal died in road accident) जिंदगियों को आबाद कर गए. दरअसल, कजोड़ मल के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने उनके अंगों को दान करने का निर्णय लिया. इसके (organ donation after brain dead) बाद मृतक कजोड़ मल की दोनों किडनी, लीवर और हार्ट को अब जरूरतमंद मरीजों को लगाया जाएगा.

खंडेला निवासी 45 वर्षीय कजोड़ मल को सड़क हादसे में जख्मी होने के बाद 27 दिसंबर को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन (four lives will be inhabited) डेड घोषित कर दिया. इसके बाद उनके परिजनों की काउंसलिंग की गई. जिसके बाद परिजनों ने मृतक के अंगों को दान करने का निर्णय लिया. वहीं, इस अंग दान से चार लोगों को (organ donation in jaipur) नई जिंदगी मिल सकेगी.

इसे भी पढ़ें - Doctors Premier League in Jaipur : 'अंगदान महादान' की थीम पर होगा टूर्नामेंट का आयोजन

बता दें कि जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू किया गया है. जिसके तहत अंग दान करने वाले कजोड़ मल की दोनों किडनी एसएमएस (Sawai Mansingh Hospital Jaipur) अस्पताल में प्रत्यारोपित की जाएगी. जबकि लीवर महात्मा गांधी अस्पताल में प्रत्यारोपित होगा. इसके अलावा कजोड़ मल का हार्ट दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भेजा जा रहा है. ऐसे में इन तीनों अस्पतालों में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. अब तक राजस्थान में 47 से अधिक अंग दाता अपने अंग दान कर चुके हैं.

राजस्थान में अंगदान: बीते कुछ समय से राजस्थान में अंग दान को लेकर सरकार की ओर से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं. अब तक 47 से अधिक (relatives donated organs) अंगदाताओं ने बड़ी संख्या में लोगों को नई जिंदगी दी है. इसके तहत अब तक राजस्थान में 70 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. जबकि तकरीबन 24 लीवर ट्रांसप्लांट, 9 हार्ट ट्रांसप्लांट, एक लंग ट्रांसप्लांट, एक पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट हो चुका है.

इसके अलावा बर्न मरीजों के लिए स्किन बैंक भी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में खोला गया है. जिसमें अब तक दो स्किन डोनेशन इस बैंक में हो चुके हैं. सरकार ने हाल ही में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को निशुल्क कर दिया है. ऐसे में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट का खर्च भी सरकार ही वहन कर रही है.

जयपुर. सीकर के खंडेला निवासी कजोड़ मल इस दुनिया से जाने के बाद भी चार (Kajod Mal died in road accident) जिंदगियों को आबाद कर गए. दरअसल, कजोड़ मल के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने उनके अंगों को दान करने का निर्णय लिया. इसके (organ donation after brain dead) बाद मृतक कजोड़ मल की दोनों किडनी, लीवर और हार्ट को अब जरूरतमंद मरीजों को लगाया जाएगा.

खंडेला निवासी 45 वर्षीय कजोड़ मल को सड़क हादसे में जख्मी होने के बाद 27 दिसंबर को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन (four lives will be inhabited) डेड घोषित कर दिया. इसके बाद उनके परिजनों की काउंसलिंग की गई. जिसके बाद परिजनों ने मृतक के अंगों को दान करने का निर्णय लिया. वहीं, इस अंग दान से चार लोगों को (organ donation in jaipur) नई जिंदगी मिल सकेगी.

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बता दें कि जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू किया गया है. जिसके तहत अंग दान करने वाले कजोड़ मल की दोनों किडनी एसएमएस (Sawai Mansingh Hospital Jaipur) अस्पताल में प्रत्यारोपित की जाएगी. जबकि लीवर महात्मा गांधी अस्पताल में प्रत्यारोपित होगा. इसके अलावा कजोड़ मल का हार्ट दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भेजा जा रहा है. ऐसे में इन तीनों अस्पतालों में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. अब तक राजस्थान में 47 से अधिक अंग दाता अपने अंग दान कर चुके हैं.

राजस्थान में अंगदान: बीते कुछ समय से राजस्थान में अंग दान को लेकर सरकार की ओर से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं. अब तक 47 से अधिक (relatives donated organs) अंगदाताओं ने बड़ी संख्या में लोगों को नई जिंदगी दी है. इसके तहत अब तक राजस्थान में 70 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. जबकि तकरीबन 24 लीवर ट्रांसप्लांट, 9 हार्ट ट्रांसप्लांट, एक लंग ट्रांसप्लांट, एक पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट हो चुका है.

इसके अलावा बर्न मरीजों के लिए स्किन बैंक भी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में खोला गया है. जिसमें अब तक दो स्किन डोनेशन इस बैंक में हो चुके हैं. सरकार ने हाल ही में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को निशुल्क कर दिया है. ऐसे में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट का खर्च भी सरकार ही वहन कर रही है.

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