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जन आक्रोश रैली से वसुंधरा की दूरी, पूनिया बोले-मतभेद रखें, मनभेद नहीं, कटारिया ने कहा-मन नहीं लग रहा, तो रास्ता अलग कर लें

जन आक्रोश रैली को लेकर हुई कार्यशाला में बीजेपी के अंदर खाने चल रही गुटबाजी दिखी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसकी आशंका जताते हुए कि बड़ी जन आक्रोश रैली निकाली जा रही है. किसी का नाम नहीं आए या मंच पर जगह नहीं मिले, तो उससे मनभेद नहीं होना (Poonia on groupism in BJP) चाहिए. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा जिसका मन नहीं लग रहा है, वो अलग रास्ता ले लें. दोनों नेताओं के बयान को वसुंधरा राजे खेमे की जन आक्रोश रैली से दूरी से जोड़कर देखा जा रहा है.

Kataria and Poonia on groupism in BJP, say unsatisfied can choose other options
जन आक्रोश रैली से वसुंधरा की दूरी, पूनिया बोले-मतभेद रखें, मनभेद नहीं, कटारिया ने कहा-मन नहीं लग रहा, तो रास्ता अलग कर लें
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Published : Nov 23, 2022, 5:57 PM IST

Updated : Nov 23, 2022, 6:54 PM IST

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी जन आक्रोश रैली करने जा रही है, लेकिन इस रैली में मतभेद खुल कर सामने नहीं आएं. इसे लेकर भी पार्टी में चिंता है. यही वजह है कि जन आक्रोश रैली की तैयारियों की कार्यशाला में (workshop on Jan Aakrosh rally in Jaipur) बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि किसी का मन नहीं लग रहा हो, तो वह अपना रास्ता अलग कर ले. दरअसल जन आक्रोश रैली से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दूरी बनाए हुए हैं. ऐसे में पूनिया और कटारिया के बयानों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.

मतभेद दूर हो सकते हैं मनभेद नहीं: पूनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में छोटा- मोटा मतभेद हो सकता है, लेकिन मनभेद नहीं है. मतभेद दूर कर लिए जाते हैं, लेकिन मनभेद दूर नहीं होते हैं. हम सब एक जाजम पर बैठकर भारतीय जनता पार्टी के इस कमल के प्रति समर्पित होते हैं. उन्होंने कहा कि 200 विधानसभा सीटों पर सरकार के खिलाफ जनाक्रोश यात्रा निकाली जाएगी. इसमें छोटी-मोटी बातें आएगी. कौन भाषण देगा, कौन मंच पर होगा, रैली को कौन चलाएगा. इसको लेकर विचलित नहीं हों. पूनिया ने कहा कि किसी को भी एक इंच मौका नहीं मिल जाए कि यात्रा पर कोई सवाल उठा सके. पूनिया ने कहा कि अगर कोई छोटी-मोटी बात हो जाए, तो उसे ठीक कर लिया जाएगा. किसी को कोई भी उंगली उठाने का मौका नहीं मिलना चाहिए.

गुटबाजी पर क्या बोले पूनिया और कटारिया...

पढ़ें: भारत जोड़ो यात्रा पर बैठक, माकन नदारद...साथ दिखे गहलोत-पायलट

'किसी का मन उठ रहा है, तो रास्ता अलग कर ले': वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद या मनभेद होता ही नहीं है. सब एक साथ चलते हैं, काम करते हैं. किसी के मन में उठापटक चल रही हो, तो अपना रास्ता अलग ले ले. कटारिया ने कहा कि पार्टी में ऐसी कोई बात चलती नहीं है. पार्टी में सामूहिक निर्णय करना होता है. सामुहिक निर्णय के अनुसार मानना पड़ता है, किसी व्यक्ति या किसी एक का कोई भी निर्णय नहीं होता है. अगर किसी का मन नहीं लग रहा है और अगर उसके दिमाग में कुछ चल रहा है, तो अपना रास्ता अलग कर ले.

वसुंधरा राजे इन दिनों हैं अलग-थलग: बता दें कि बीजेपी की ओर से गहलोत सरकार खिलाफ होने वाली जन आक्रोश रैली में प्रदेश बीजेपी के नेता भले ही सक्रिय हों, लेकिन वसुंधरा खेमा ऐसा है जो अभी भी इससे दूरी बनाए हुए है. लगातार चर्चा इस बात की है कि 20 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में वसुंधरा राजे शामिल नहीं होंगी. पार्टी में लंबे टाइम से संगठन की ओर से सतीश पूनिया खेमा और वसुंधरा राजे का खेमा अलग-अलग दिखाई देता रहा है.

पढ़ें: जयपुर में नहीं निकलेगी जन आक्रोश यात्रा, केंद्रीय नेतृत्व से नहीं मिली अनुमति

जिन्होंने भारत तोड़ो, वो जोड़ने की बात कर रहे हैं: पूनिया ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में आ रही है. कांग्रेस के लोग मेरे से नाराज हैं. मैंने कहा कि जिन्होंने तोड़ने का काम किया, वे भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं. पंडित जवाहरलाल नेहरु की सत्ता की भूख नहीं होती, हिंदुस्तान के दो टुकड़े नहीं होते. पूनिया ने कहा कि में राहुल गांधी का अभिनंदन करता हूं महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आंदोलन का एक हिस्सा था, इसे खत्म करना चाहिए. अब राहुल गांधी ही महात्मा गांधी की उस इच्छा को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं.

पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी राजस्थान की धरती पर जो कदम रख रहे हैं, उनसे मेरा पहला सवाल होगा कि जिस गिनती के साथ में उन्होंने किसानों की कर्ज माफी की बात कही थी, वह कर्जा सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद पूरा क्यों नहीं हुआ. राहुल गांधी राजस्थान आ रहे हैं तो उन्हें पहले प्रदेश के किसानों का जवाब लेकर आना चाहिए जो घोषणा वह करके गए थे. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी पहले किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा करें तब हम मानेंगे कि उनकी जुबान में दम है.

जनता तक पहुंचे संदेश: पूनिया ने कार्यशाला में कार्यकर्ताओं से कहा कि मौजूदा सरकार के 4 साल पूरे हो गए, लेकिन प्रदेश में न किसानों को राहत मिली ना आम आदमी को राहत. बेरोजगारों को रोजगार तक नहीं मिला. प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था के चलते बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है. सरकार सिर्फ और सिर्फ अपनी आपसी खींचतान में उलझी हुई है. कर्ज पर कर्ज लेकर सरकार आप जनता को झूठी घोषणाओं के साथ को गुमराह कर रही है. सरकार के 4 साल के नाकाम शासन को आम जनता तक पहुंचाना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्नान किया है कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंके और आने वाले विधानसभा चुनाव में कमल का फूल खिलाए.

पढ़ें: मंत्री-ब्यूरोक्रेसी विवाद : सरकार का मुखिया कमजोर होता है तब 'यथा राजा तथा प्रजा' होती है - पूनिया

ये रहे मौजूद : प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों की जन आक्रोश यात्रा की तैयारियों को लेकर निजी स्कूल में कार्यशाला हुई. जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, वरिष्ठ सांसद घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजयपाल सिंह, हेमराज मीणा, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, गजेंद्र सिंह खींवसर, सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, महेंद्र जाटव, मधु कुमावत सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी जन आक्रोश रैली करने जा रही है, लेकिन इस रैली में मतभेद खुल कर सामने नहीं आएं. इसे लेकर भी पार्टी में चिंता है. यही वजह है कि जन आक्रोश रैली की तैयारियों की कार्यशाला में (workshop on Jan Aakrosh rally in Jaipur) बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए. वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि किसी का मन नहीं लग रहा हो, तो वह अपना रास्ता अलग कर ले. दरअसल जन आक्रोश रैली से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दूरी बनाए हुए हैं. ऐसे में पूनिया और कटारिया के बयानों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.

मतभेद दूर हो सकते हैं मनभेद नहीं: पूनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में छोटा- मोटा मतभेद हो सकता है, लेकिन मनभेद नहीं है. मतभेद दूर कर लिए जाते हैं, लेकिन मनभेद दूर नहीं होते हैं. हम सब एक जाजम पर बैठकर भारतीय जनता पार्टी के इस कमल के प्रति समर्पित होते हैं. उन्होंने कहा कि 200 विधानसभा सीटों पर सरकार के खिलाफ जनाक्रोश यात्रा निकाली जाएगी. इसमें छोटी-मोटी बातें आएगी. कौन भाषण देगा, कौन मंच पर होगा, रैली को कौन चलाएगा. इसको लेकर विचलित नहीं हों. पूनिया ने कहा कि किसी को भी एक इंच मौका नहीं मिल जाए कि यात्रा पर कोई सवाल उठा सके. पूनिया ने कहा कि अगर कोई छोटी-मोटी बात हो जाए, तो उसे ठीक कर लिया जाएगा. किसी को कोई भी उंगली उठाने का मौका नहीं मिलना चाहिए.

गुटबाजी पर क्या बोले पूनिया और कटारिया...

पढ़ें: भारत जोड़ो यात्रा पर बैठक, माकन नदारद...साथ दिखे गहलोत-पायलट

'किसी का मन उठ रहा है, तो रास्ता अलग कर ले': वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद या मनभेद होता ही नहीं है. सब एक साथ चलते हैं, काम करते हैं. किसी के मन में उठापटक चल रही हो, तो अपना रास्ता अलग ले ले. कटारिया ने कहा कि पार्टी में ऐसी कोई बात चलती नहीं है. पार्टी में सामूहिक निर्णय करना होता है. सामुहिक निर्णय के अनुसार मानना पड़ता है, किसी व्यक्ति या किसी एक का कोई भी निर्णय नहीं होता है. अगर किसी का मन नहीं लग रहा है और अगर उसके दिमाग में कुछ चल रहा है, तो अपना रास्ता अलग कर ले.

वसुंधरा राजे इन दिनों हैं अलग-थलग: बता दें कि बीजेपी की ओर से गहलोत सरकार खिलाफ होने वाली जन आक्रोश रैली में प्रदेश बीजेपी के नेता भले ही सक्रिय हों, लेकिन वसुंधरा खेमा ऐसा है जो अभी भी इससे दूरी बनाए हुए है. लगातार चर्चा इस बात की है कि 20 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में वसुंधरा राजे शामिल नहीं होंगी. पार्टी में लंबे टाइम से संगठन की ओर से सतीश पूनिया खेमा और वसुंधरा राजे का खेमा अलग-अलग दिखाई देता रहा है.

पढ़ें: जयपुर में नहीं निकलेगी जन आक्रोश यात्रा, केंद्रीय नेतृत्व से नहीं मिली अनुमति

जिन्होंने भारत तोड़ो, वो जोड़ने की बात कर रहे हैं: पूनिया ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में आ रही है. कांग्रेस के लोग मेरे से नाराज हैं. मैंने कहा कि जिन्होंने तोड़ने का काम किया, वे भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं. पंडित जवाहरलाल नेहरु की सत्ता की भूख नहीं होती, हिंदुस्तान के दो टुकड़े नहीं होते. पूनिया ने कहा कि में राहुल गांधी का अभिनंदन करता हूं महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आंदोलन का एक हिस्सा था, इसे खत्म करना चाहिए. अब राहुल गांधी ही महात्मा गांधी की उस इच्छा को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं.

पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी राजस्थान की धरती पर जो कदम रख रहे हैं, उनसे मेरा पहला सवाल होगा कि जिस गिनती के साथ में उन्होंने किसानों की कर्ज माफी की बात कही थी, वह कर्जा सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद पूरा क्यों नहीं हुआ. राहुल गांधी राजस्थान आ रहे हैं तो उन्हें पहले प्रदेश के किसानों का जवाब लेकर आना चाहिए जो घोषणा वह करके गए थे. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी पहले किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा करें तब हम मानेंगे कि उनकी जुबान में दम है.

जनता तक पहुंचे संदेश: पूनिया ने कार्यशाला में कार्यकर्ताओं से कहा कि मौजूदा सरकार के 4 साल पूरे हो गए, लेकिन प्रदेश में न किसानों को राहत मिली ना आम आदमी को राहत. बेरोजगारों को रोजगार तक नहीं मिला. प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था के चलते बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है. सरकार सिर्फ और सिर्फ अपनी आपसी खींचतान में उलझी हुई है. कर्ज पर कर्ज लेकर सरकार आप जनता को झूठी घोषणाओं के साथ को गुमराह कर रही है. सरकार के 4 साल के नाकाम शासन को आम जनता तक पहुंचाना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्नान किया है कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंके और आने वाले विधानसभा चुनाव में कमल का फूल खिलाए.

पढ़ें: मंत्री-ब्यूरोक्रेसी विवाद : सरकार का मुखिया कमजोर होता है तब 'यथा राजा तथा प्रजा' होती है - पूनिया

ये रहे मौजूद : प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों की जन आक्रोश यात्रा की तैयारियों को लेकर निजी स्कूल में कार्यशाला हुई. जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, वरिष्ठ सांसद घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजयपाल सिंह, हेमराज मीणा, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, गजेंद्र सिंह खींवसर, सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, महेंद्र जाटव, मधु कुमावत सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

Last Updated : Nov 23, 2022, 6:54 PM IST
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