जयपुर. स्कूल फीस मुद्दे को लेकर गत दिनों लगातार सरकार से संपर्क करने का प्रयास कर रहे अभिभावकों के मुख्य संगठन संयुक्त अभिभावक संघ ने 20 नवम्बर को मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के साथ ही धरना देने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन सरकार और प्रशासन ने आठ माह की तरह इस बार भी अभिभावकों की 15 सूत्रीय मांगों को अनसुना कर दिया.
इसके बाद शनिवार को संयुक्त अभिभावक संघ ने बयान जारी कर सोमवार सुबह 11 बजे से जयपुर के शहीद स्मारक, गवर्मेंट हॉस्टल पर धरना शुरू करने की घोषणा की है. इसकी जानकारी पुलिस कमिश्नर, जिलाधीश जयपुर सहित प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, प्रिंसिपल सेकेट्री शिक्षा विभाग सहित जिला शिक्षा अधिकारियों को मेल से भेजी गई है.
प्रवक्ता अभिषेक जैन और मंत्री युवराज हसीजा ने जानकारी दी कि पिछले आठ महीनों से अभिभावक राहत की भीख मांग रहे हैं. पहले स्कूलों के चक्कर काटे, फिर मंत्रियों और अधिकारियों के चक्कर लगाए, किन्तु हर जगह से अभिभावकों को हताशा और निराशा हाथ लगी. उन्होंने बताया कि अभिभावकों को अपना संघर्ष करना आता है, बिना काम-धंधे जिल्लत की ज़िंदगी जीने से अच्छा है. हम अभिभावक अपने हक के लिए संघर्ष करें. शनिवार को अभिभावकों की स्थिति और परिस्थिति किसी से भी छुपी हुई नहीं है. उसके बावजूद बिना पढ़ाई और कमाई के स्कूल संचालक सरकारी संरक्षण प्राप्त कर अभिभावकों को प्रताड़ित कर रहे हैं.
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महिला प्रभारी अमृता सक्सेना और दौलत शर्मा ने बताया कि सोमवार को सुबह 11 बजे से शहीद स्मारक पर धरना शुरू किया जाएगा. यह धरना पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित होगा. साथ ही सोशल डिस्टेंसिग की भी पूरी पालना करते हुए मास्क और सेनिटाइजर आदि की व्यवस्था रखी जाएगी. साथ ही सरकार की गाइडलाइन के अनुसार 6-6 फिट नहीं, बल्कि 10-10 फ़ीट की दूरी बनाकर धरने पर बैठा जाएगा. इस धरने में संयुक्त अभिभावक संघ के पदाधिकारियों सहित सदस्य और अभिभावक शामिल होंगे.
संघ के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि पहले स्कूल संचालक केवल अभिभावकों को फोन कॉल कर प्रताड़ित कर रहे थे, किंतु सरकार से वार्ता करने के बाद से निजी स्कूल संचालकों ने बच्चों को अपने निशाने पर लेकर बच्चों को उनके माता-पिता के लिए भड़का रहे हैं. यहीं नहीं स्कूल फीस के साथ-साथ अब कुछ निजी स्कूल संचालक अपनी हठधर्मिता का प्रदर्शन करते हुए लेट फीस चार्ज भी वसूलने की धमकियां दे रहे हैं.