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जयपुरराइट्स ने शुरू किया पशु क्रूरता के खिलाफ अभियान, सीएम को भेजे जाएंगे सैंकड़ों खत

राजस्थान में लगातार बेजुबान पशुओं को लेकर बढ़ रही क्रूरता के खिलाफ जयपुरराइट्स ने अभियान शुरू किया है. सात दिनों तक चलने वाले इस अभियान के तहत लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखेंगे, ताकि पशुओं को क्रूरता से बचाया जा सके. इस अभियान में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सहित देश के कई नामचीन (Jaipurites started campaign for animal) पशु प्रेमी शामिल होंगे.

Jaipurites started campaign for animal
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Published : Jun 3, 2023, 9:49 PM IST

पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी से खास बातचीत

जयपुर. जयपुर सहित प्रदेश के कमोबेश सभी जिलों से आए दिन अलग-अलग तरीके से पशु क्रूरता की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इन पशु क्रूरता के खिलाफ कई बार एनिमल लवर्स अलग-अलग तरीकों से आवाज उठाते रहे हैं, बावजूद इसके नियमों में खामियों की वजह से इन आंकड़ों में कोई कमी नहीं आई है. ऐसे में बेजुबान पशुओं के साथ बढ़ रही क्रूरता के खिलाफ अब जयपुरराइट्स ने अभियान शुरू किया है. सात दिनों तक चलने वाले इस अभियान में ऑनलाइन सेशन के जरिए पशुओं के अधिकारों पर बात हो रही है. इसके साथ ही हर दिन अलग-अलग जगहों पर इन पशुओं के कल्याण के लिए पत्र लिखे जा रहे हैं.

अभियान की संयोजक मरियम अबू हैदरी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जो पत्र एनिमल्स लवर्स की ओर से पशु कल्याण के लिए लिखे जा रहे हैं, वो सब स्पीड पोस्ट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संबंधित विभाग के मंत्रियों और अधिकारियों को भेजे जाएंगे, ताकि सैकड़ों की संख्या में भेजे जाने वाले इन पत्रों से सरकार को इन बेजुवान पशुओं की पीड़ा का अहसास हो सके.

Jaipurites started campaign for animal
पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी ने जन्मदिन पर चलाया अभियान

इसे भी पढ़ें - चंबल नदी में मगरमच्छ-घड़ियालों और डॉल्फिन का कुनबा बढ़ा, फॉरेस्ट विभाग का सर्वे शुरू

एकजुट, लिखो और परिवर्तन की मशाल जलाओ - पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी ने कहा कि जो अभियान शुरू किया गया है, उसका नाम है एकजुट, लिखो और परिवर्तन की मशाल जलाओ है. इसका उद्देश्य राजस्थान में हो रही पशु क्रूरता पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है. पशुओं के संरक्षण में सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि सरकार ऐसे मामलों में कोई कदम नहीं उठती है. ऐसे में एनिमल्स लवर्स को सरकार को उनकी जिम्मेदारी का अहसास करने के लिए इस अभियान को शुरू करना पड़ा है.

मरियम ने बताती है कि पशु क्रूरता के जो नियम बने हुए हैं, वो साल 1961 के हैं. अब वक्त के साथ इन नियमों में संशोधन होना चाहिए. इस अभियान का मूल मकसद ही यही है कि प्रदेश में किसी तरह से पशुओं पर अलग-अलग तरह से होने वाली क्रूरता को रोका जाए और इसमें सरकार की भूमिका सुनिश्चित हो.

जन्मदिन पर अभियान - मरियम ने बताया कि ये कैंपेन 7 दिन का है, जिसका आगाज 1 जून से हुआ और आगामी 7 जून तक ये चलेगा. अभियान के तहत हर दिन अलग-अलग राजस्थान के कई जिलों, शहरों में राइटिंग कैंपेन चल रहा है. इसमें पत्र लिखे जा रहे हैं. इसके अलावा ऑनलाइन सेशन भी शुरू हुआ है. जिसमें एक्सपर्ट को जोड़ा गया है, जो पशु क्रूरता के नियमों को लेकर जागरूक कर रहे हैं. इस अभियान में पहला काम जागरूकता बढ़ाना, दूसरा मौजूदा कानूनों को लागू करने और तीसरा राज्य के हर कोने में जानवरों के कल्याण और अधिकारों की रक्षा करने वाली नई पहलों को लागू करने की कोशिश की जा रही है.

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पशु क्रूरता के खिलाफ अभियान

इसे भी पढ़ें - बाघिन ने कुत्ते के पीछे लगाई दौड़, शिकार करते वक्त कैमरे में कैद, देखें VIDEO

मरियम ने बताया कि पिछले तीन साल से वो अपना जन्मदिन मूक जीवों के साथ मना रही हैं. लेकिन इस बार पशुओं को खाना खिलाने या उनके साथ एक दिन जन्मदिन सेलिब्रेट करने की बजाय उन्होंने उनके रक्षार्थ अभियान को शुरू किया है.

सीएम को भेजे जाएंगे सैकड़ों पत्र - मरियम ने बताया कि तीन साल के जयपुर प्रवास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरा राजस्थान पशुओं के लिए एक हो गया है. कई जिलों और शहरों से अनेकों पशु प्रेमी उनसे मिले, जो परिवर्तन लाने की दिशा में काम करना चाहते हैं, लेकिन वो सब अलग थलग पड़ जाने के कारण असफल हो जाते हैं. बार-बार सरकार को ईमेल के जरिए पशुओं पर होने वाली क्रूरता के बारे में बताया जाता है. शिकायतें की जाती है, लेकिन उन सब को नजरअंदाज कर दिया जाता है. ऐसे में इस बार यह तय किया गया है कि बेजुबान पशुओं की समस्या ईमेल के जरिए नहीं, बल्कि रजिस्टर्ड पत्र या स्पीड पोस्ट के जरिए सीएम को भेजे जाएंगे.

मरियम ने आगे बताया कि इन सात दिनों में प्रदेश भर में एनिमल लवर्स पत्र लिख रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में एक साथ ये पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और संबंधित मंत्रियों के साथ ही उच्च अधिकारियों को भेजे जाएंगे. इस तरह से लिखित में सैकड़ों की संख्या में पत्र जाएंगे तो फिर काफी हद तक ये प्रभावशाली होंगे.

पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी से खास बातचीत

जयपुर. जयपुर सहित प्रदेश के कमोबेश सभी जिलों से आए दिन अलग-अलग तरीके से पशु क्रूरता की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इन पशु क्रूरता के खिलाफ कई बार एनिमल लवर्स अलग-अलग तरीकों से आवाज उठाते रहे हैं, बावजूद इसके नियमों में खामियों की वजह से इन आंकड़ों में कोई कमी नहीं आई है. ऐसे में बेजुबान पशुओं के साथ बढ़ रही क्रूरता के खिलाफ अब जयपुरराइट्स ने अभियान शुरू किया है. सात दिनों तक चलने वाले इस अभियान में ऑनलाइन सेशन के जरिए पशुओं के अधिकारों पर बात हो रही है. इसके साथ ही हर दिन अलग-अलग जगहों पर इन पशुओं के कल्याण के लिए पत्र लिखे जा रहे हैं.

अभियान की संयोजक मरियम अबू हैदरी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जो पत्र एनिमल्स लवर्स की ओर से पशु कल्याण के लिए लिखे जा रहे हैं, वो सब स्पीड पोस्ट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संबंधित विभाग के मंत्रियों और अधिकारियों को भेजे जाएंगे, ताकि सैकड़ों की संख्या में भेजे जाने वाले इन पत्रों से सरकार को इन बेजुवान पशुओं की पीड़ा का अहसास हो सके.

Jaipurites started campaign for animal
पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी ने जन्मदिन पर चलाया अभियान

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एकजुट, लिखो और परिवर्तन की मशाल जलाओ - पशु प्रेमी मरियम अबू हैदरी ने कहा कि जो अभियान शुरू किया गया है, उसका नाम है एकजुट, लिखो और परिवर्तन की मशाल जलाओ है. इसका उद्देश्य राजस्थान में हो रही पशु क्रूरता पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है. पशुओं के संरक्षण में सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि सरकार ऐसे मामलों में कोई कदम नहीं उठती है. ऐसे में एनिमल्स लवर्स को सरकार को उनकी जिम्मेदारी का अहसास करने के लिए इस अभियान को शुरू करना पड़ा है.

मरियम ने बताती है कि पशु क्रूरता के जो नियम बने हुए हैं, वो साल 1961 के हैं. अब वक्त के साथ इन नियमों में संशोधन होना चाहिए. इस अभियान का मूल मकसद ही यही है कि प्रदेश में किसी तरह से पशुओं पर अलग-अलग तरह से होने वाली क्रूरता को रोका जाए और इसमें सरकार की भूमिका सुनिश्चित हो.

जन्मदिन पर अभियान - मरियम ने बताया कि ये कैंपेन 7 दिन का है, जिसका आगाज 1 जून से हुआ और आगामी 7 जून तक ये चलेगा. अभियान के तहत हर दिन अलग-अलग राजस्थान के कई जिलों, शहरों में राइटिंग कैंपेन चल रहा है. इसमें पत्र लिखे जा रहे हैं. इसके अलावा ऑनलाइन सेशन भी शुरू हुआ है. जिसमें एक्सपर्ट को जोड़ा गया है, जो पशु क्रूरता के नियमों को लेकर जागरूक कर रहे हैं. इस अभियान में पहला काम जागरूकता बढ़ाना, दूसरा मौजूदा कानूनों को लागू करने और तीसरा राज्य के हर कोने में जानवरों के कल्याण और अधिकारों की रक्षा करने वाली नई पहलों को लागू करने की कोशिश की जा रही है.

Jaipurites started campaign for animal
पशु क्रूरता के खिलाफ अभियान

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मरियम ने बताया कि पिछले तीन साल से वो अपना जन्मदिन मूक जीवों के साथ मना रही हैं. लेकिन इस बार पशुओं को खाना खिलाने या उनके साथ एक दिन जन्मदिन सेलिब्रेट करने की बजाय उन्होंने उनके रक्षार्थ अभियान को शुरू किया है.

सीएम को भेजे जाएंगे सैकड़ों पत्र - मरियम ने बताया कि तीन साल के जयपुर प्रवास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरा राजस्थान पशुओं के लिए एक हो गया है. कई जिलों और शहरों से अनेकों पशु प्रेमी उनसे मिले, जो परिवर्तन लाने की दिशा में काम करना चाहते हैं, लेकिन वो सब अलग थलग पड़ जाने के कारण असफल हो जाते हैं. बार-बार सरकार को ईमेल के जरिए पशुओं पर होने वाली क्रूरता के बारे में बताया जाता है. शिकायतें की जाती है, लेकिन उन सब को नजरअंदाज कर दिया जाता है. ऐसे में इस बार यह तय किया गया है कि बेजुबान पशुओं की समस्या ईमेल के जरिए नहीं, बल्कि रजिस्टर्ड पत्र या स्पीड पोस्ट के जरिए सीएम को भेजे जाएंगे.

मरियम ने आगे बताया कि इन सात दिनों में प्रदेश भर में एनिमल लवर्स पत्र लिख रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में एक साथ ये पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और संबंधित मंत्रियों के साथ ही उच्च अधिकारियों को भेजे जाएंगे. इस तरह से लिखित में सैकड़ों की संख्या में पत्र जाएंगे तो फिर काफी हद तक ये प्रभावशाली होंगे.

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