जयपुर. राजधानी जयपुर की सड़कों पर यातायात सुगम बनाने वाले जवानों की ड्यूटी भी अब कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिए पारदर्शी तरीके से लगाई जाएगी. इसमें मानवीय दखल नहीं होगा. ऐसे में शहर के सभी 391 यातायात पॉइंट्स के जवान हर महीने बदल जाएंगे. इसके लिए शुक्रवार को यातायात पुलिस मुख्यालय यादगार में जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर लॉन्च किया.
ASI-SI की ड्यूटी भी रेंडमाइज : सॉफ्टवेयर लॉन्च के बाद मीडिया से बातचीत में पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि अब हर महीने की पहली तारीख को ट्रैफिक कांस्टेबल की ड्यूटी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से रेंडमाइज की जाएगी. आज पहली बार यह रेंडमाइजेशन किया गया है. इसके 15 दिन बाद हेड कांस्टेबल और फिर अगले 15 दिन बाद एएसआई-एसआई की ड्यूटी भी रेंडमाइज की जाएगी. इसका फायदा यह होगा कि हर ट्रैफिक पुलिसकर्मी हर इलाके का एक्सपर्ट होगा, क्योंकि शहर के भीतरी इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था हैंडल करने की चुनौतियां अलग हैं और बाहरी इलाके में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने की चुनौतियां दूसरी हैं.
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पूरे शहर को तीन भाग में बांटा : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात एवं प्रशासन) राहुल प्रकाश ने बताया कि ट्रैफिक के लिहाज से शहर को तीन भागों में बांटा गया है. आंतरिक, मध्यवर्ती और बाहरी. हर महीने जब रेंडमाइजेशन होगा तो आंतरिक इलाके में तैनात जवानों की ड्यूटी मध्यवर्ती और बाहरी इलाकों में लगेगी. मध्यवर्ती इलाके के जवानों को आंतरिक और बाहरी इलाके में भेजा जाएगा, जबकि बाहरी भाग में तैनात कर्मचारियों की ड्यूटी आंतरिक और मध्यवर्ती भाग में लगेगी.
मनमानी और वसूली की समस्या पर भी अंकुश : राजधानी जयपुर में यातायात पुलिस के कई कर्मचारी लंबे समय से एक ही पॉइंट पर जमे हुए थे, जिसके चलते मनमानी, लोगों से मिस बिहेव और कई बार पैसे लेने की शिकायतें भी सामने आती थीं. अब हर महीने ड्यूटी बदल जाने से इन शिकायतों में भी कमी आने की संभावना है. सॉफ्टवेयर लॉन्च के मौके पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात एवं प्रशासन) राहुल प्रकाश और डीसीपी (ट्रैफिक) प्रहलाद सिंह कृष्णियां भी मौजूद रहे.