बालोतरा: बालोतरा में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले करीब दो माह से विशनाराम मेघवाल हत्याकांड में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी आरोपी हिस्ट्रीशीटर हर्षदान चारण को गुजरात से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. आरोपी ने महाकुंभ में भी फरारी काटी. इसके बाद वह गुजरात पहुंच गया. जहां से पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर इस कार्रवाई की जानकारी दी.
10 दिसम्बर, 2024 को बालोतरा शहर के नेहरू कॉलोनी के रहवासीय बस्ती में दोपहर के समय टेंट खोल रहे असाड़ा निवासी युवक विशनाराम मेघवाल की गाड़ी हटाने की बात को लेकर हुई मामूली कहासुनी पर आरोपी हर्षदान ने चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था. इससे गम्भीर चोट लगने से युवक की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी. घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था. आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी. इधर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे थे.
साढ़े 17 हजार किलोमीटर तक किया पीछा: गुरुवार को बालोतरा पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वारदात की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग कुल 12 पुलिस टीमों का गठन करके संभावित स्थानों पर सघन तलाशी एवं सर्च ऑपरेशन चलाया गया. फरार आरोपी के संपर्क के संदिग्धों से पूछताछ की गई. पुलिस टीमों ने फरार आरोपी का राजस्थान के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश व उतरप्रदेश में हर संभावित स्थानों पर करीब 17500 किलोमीटर पीछा किया. आरोपी हर्षदान आले दर्जे का शातिर एवं बदमाश हिस्ट्रीशीटर है. पुलिस के भय व गिरफ्तारी के डर से छिपता फिर रहा था.
गुजरात से किया गिरफ्तार: एसपी ने बताया कि डीएसटी बालोतरा व साईकलोनर टीम जोधपुर द्वारा आपसी समन्वय बनाकर आसूचना संकलित कर सूझबूझ से घटना के आरोपी की तलाश जारी रखी. बुधवार को तकनीक एवं आसूचना की सहायता से डीएसटी बालोतरा को फरार वांछित आरोपी हर्षदान चारण के बारे में अहम सुराग लगे थे. जिस पर गुजरात के थराद जिले के वाव कस्बा से करीब 7-8 किलोमीटर दूर सातलपुर रोड़ पर बने 'अलखनो ओटलो' नाम से स्थित धार्मिक स्थल से आरोपी हिस्ट्रीशीटर हर्षदान चारण को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी.
महाकुंभ में काटी फरारी: आरोपी हर्षदान चारण ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वारदात के बाद वह अपने वाहन को छोड़कर जोधपुर होते हुए बस से अहमदाबाद पहुंचा तथा अहमदाबाद से ट्रेन के जरिए हरिद्वार गया. जहां कई दिनों तक मंदिरों में रहा. उसके बाद हरिद्वार से मथुरा, नंनदगांव, गौरी कुण्ड पर अलग-अलग मंदिर व मठों में रहा. उसके बाद प्रयागराज में कुंभ मेला में साधु-संतों के साथ टेंटों में रहकर फरारी काटी. उसके बाद वहां से रवाना होकर 2-3 दिन पहले ट्रेन से गुजरात अहमदाबाद होते हुए थराद जिले के धार्मिक स्थल पर आकर रहने लगा था. जहां से डीएसटी बालोतरा टीम ने गिरफ्तार कर लिया.