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जयपुर: मानसून की बेरुखी से प्रदेश सरकार चिंतित...सीएम ने बुलाई आपात बैठक

जयपुर प्रदेश में मानसून की बेरुखी से प्रदेश सरकार भी चिंतित है. सीएम अशोक गहलोत ने आपात बैठक बुला कर कम बारिश की स्थिति में आकस्मिक इंतजाम की पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिए है. इस बैठक में अन्य मंत्रीयों सहित जलदाय मंत्री बीडी कल्ला भी शामिल हुए.

आपदा बैठक में जाते जलदाय मंत्री
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Published : Jul 24, 2019, 11:50 AM IST

जयपुर. प्रदेश में मानसून की बेरुखी से गहलोत सरकार चिंतित है. जिसके चलते सीएम ने आपात बैठक बुलाई और कम बारिश की स्थिति में आकस्मिक इंतजाम की पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिये. बैठक में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला भी शामिल हुए. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए कि बारिश में अभी हो रही देरी को देखते हुए सभी विभाग आकस्मिक इंतजामों की पुख्ता तैयारी सुनिश्चित कर ले .

आपदा बैठक में जाते जलदाय मंत्री

गहलोत ने कहा की संबंधित विभाग पेयजल और पशुधन के चारे के लिए कंटिजेंट्स प्लान तैयार कर उसके लिए आवश्यक प्रक्रिया और वित्तीय स्वीकृति समय रहते ही पूरी कर ले. मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में पेयजल आपूर्ति जलाशयों में पानी की उपलब्धता, खरीफ़ की बुआई की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिशा निर्देश दिए कि मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न विभागों जिला कलेक्टरों के साथ चर्चा कर उनकी आवश्यकताओं अनुरूप कंटेजेन्सी प्लान तैयार करे, बैठक में मौसम विभाग की ओर से अवगत कराया गया है कि 27 जुलाई से 1 अगस्त के बाद प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है. जिससे राज्य में खरीफ फसल की बुवाई की स्थिति बेहतर होगी. साथ ही पेयजल और सिंचाई के लिए भी पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कृषि विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है विभाग किसानों को कम समय में तैयार होने वाली ऐसी फसल की बुवाई करने के लिए प्रेरित करें जिससे कम पानी की जरूरत हो साथ ही हरे चारे वाली फसलों की बुवाई पर अधिक जोर दिया जाए. इसके लिए किसानों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समझाइश की जाए. पेयजल आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा करते हुए गहलोत ने कहा कि इमरजेंसी प्लान के साथ-साथ सामान्य स्थितियों में पूरे प्रदेश में पानी के लिए बेहतर प्लानिंग की जाए, जलदाय विभाग की ओर से बताया गया कि बीते दिनों प्रदेश में कई हिस्सों में बारिश के बाद टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता में कमी आई है. इसके अतिरिक्त विभाग ने एजेंसी प्लान के तहत जयपुर से अजमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लिए तैयार कर ली है, पाली में ट्रायल के रूप में 25 जुलाई से 3 एमएलडी पानी के साथ वाटर ट्रेन शुरू होगी, पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए जयपुर अजमेर में नए नलकूप को खोदे गए है .

बैठक में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला, आपदा प्रबंधन राहत मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, कृषि एवं पशुपालन राज्यमंत्री भजन लाल जाटव, आपदा प्रबंधन राज्यमंत्री राजेंद्र यादव मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन आर्य, मुख्य सचिव कृषि पीके गोयक, जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव संदीप वर्मा, सचिव जल संसाधन सचिव आपदा प्रबंधन अधिकारी आशुतोष एटी पांडेकर उपस्थित रहे.

जयपुर. प्रदेश में मानसून की बेरुखी से गहलोत सरकार चिंतित है. जिसके चलते सीएम ने आपात बैठक बुलाई और कम बारिश की स्थिति में आकस्मिक इंतजाम की पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिये. बैठक में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला भी शामिल हुए. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए कि बारिश में अभी हो रही देरी को देखते हुए सभी विभाग आकस्मिक इंतजामों की पुख्ता तैयारी सुनिश्चित कर ले .

आपदा बैठक में जाते जलदाय मंत्री

गहलोत ने कहा की संबंधित विभाग पेयजल और पशुधन के चारे के लिए कंटिजेंट्स प्लान तैयार कर उसके लिए आवश्यक प्रक्रिया और वित्तीय स्वीकृति समय रहते ही पूरी कर ले. मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में पेयजल आपूर्ति जलाशयों में पानी की उपलब्धता, खरीफ़ की बुआई की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिशा निर्देश दिए कि मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न विभागों जिला कलेक्टरों के साथ चर्चा कर उनकी आवश्यकताओं अनुरूप कंटेजेन्सी प्लान तैयार करे, बैठक में मौसम विभाग की ओर से अवगत कराया गया है कि 27 जुलाई से 1 अगस्त के बाद प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है. जिससे राज्य में खरीफ फसल की बुवाई की स्थिति बेहतर होगी. साथ ही पेयजल और सिंचाई के लिए भी पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कृषि विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है विभाग किसानों को कम समय में तैयार होने वाली ऐसी फसल की बुवाई करने के लिए प्रेरित करें जिससे कम पानी की जरूरत हो साथ ही हरे चारे वाली फसलों की बुवाई पर अधिक जोर दिया जाए. इसके लिए किसानों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समझाइश की जाए. पेयजल आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा करते हुए गहलोत ने कहा कि इमरजेंसी प्लान के साथ-साथ सामान्य स्थितियों में पूरे प्रदेश में पानी के लिए बेहतर प्लानिंग की जाए, जलदाय विभाग की ओर से बताया गया कि बीते दिनों प्रदेश में कई हिस्सों में बारिश के बाद टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता में कमी आई है. इसके अतिरिक्त विभाग ने एजेंसी प्लान के तहत जयपुर से अजमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लिए तैयार कर ली है, पाली में ट्रायल के रूप में 25 जुलाई से 3 एमएलडी पानी के साथ वाटर ट्रेन शुरू होगी, पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए जयपुर अजमेर में नए नलकूप को खोदे गए है .

बैठक में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला, आपदा प्रबंधन राहत मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, कृषि एवं पशुपालन राज्यमंत्री भजन लाल जाटव, आपदा प्रबंधन राज्यमंत्री राजेंद्र यादव मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन आर्य, मुख्य सचिव कृषि पीके गोयक, जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव संदीप वर्मा, सचिव जल संसाधन सचिव आपदा प्रबंधन अधिकारी आशुतोष एटी पांडेकर उपस्थित रहे.

Intro:
जयपुर

प्रदेश मासून की बैवफ़ाइस से प्रदेश की सरकार भी चिंतत , सीएम ने बुलाई आपात बैठक , कम बारिश की स्थिति में आकस्मिक इंतजाम की पूर्व तैयारी रखने के दिये निर्देश

एंकर:- प्रदेश मासून की बैवफ़ाइस से प्रदेश की गहलोत सरकार भी चिंतत है , यही वजह है कि सीएम गहलोत ने सीएम कार्यालय में आपात बैठक बुलाई , बैठक में कम बारिश की स्थिति में आकस्मिक इंतजाम की पूर्व तैयारी रखने के दिये निर्देश ।


Body:VO:- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए कि बारिश में अभी हो रही देरी को देखते हुए सभी विभाग आकस्मिक इंतजामों की पुख्ता तैयारी सुनिश्चित करें , संबंधित विभाग पेयजल तथा पशुधन के चारे के लिए कंटिजेंट्स प्लान तैयार कर उसके लिए आवश्यक प्रक्रिया और वित्तीय स्वीकृति समय रहते ही पूरी कर ले , मुख्यमंत्री गहलोत ने उच्च स्तरीय बैठक में पेयजल आपूर्ति जलाशयों में पानी की उपलब्धता , खरीफ़ की बुआई की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिशा निर्देश दिए कि मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न विभागों जिला कलेक्टरों के साथ चर्चा कर उनकी आवश्यकताओं अनुरूप कंटेजेन्सी प्लान तैयात करे , बैठक में मौसम विभाग की ओर से अवगत कराया गया है कि 27 जुलाई से 1 अगस्त के मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है जिससे राज्य में खरीफ की फसल की बुवाई की स्थिति बेहतर होगी साथ ही पेयजल और सिंचाई के लिए भी पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कृषि विभाग की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है विभाग किसानों को कम समय में तैयार होने वाली ऐसी फसल की बुवाई करने के लिए प्रेरित करें जिससे कम पानी की जरूरत हो साथ ही हरे चारे वाली फसलों की बुवाई पर अधिक जोर दिया जाए , इसके लिए किसानों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समझाइश की जाए पेयजल आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा करते हुए गहलोत ने कहा कि इमरजेंसी प्लान के साथ-साथ सामान्य स्थितियों में पूरे प्रदेश में पानी के लिए बेहतर प्लानिंग की जाए , जलदाय विभाग की ओर से बताया गया कि बीते दिनों प्रदेश में कई हिस्सों में बारिश के बाद टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता में कमी आई है इसके अतिरिक्त विभाग ने एजेंसी प्लान के तहत जयपुर से अजमेर जिले से विभिन्न क्षेत्रों के लिए तैयार कर ली है , पाली में ट्रायल के रूप में 25 जुलाई से 3 एमएलडी पानी के साथ वाटर ट्रेन शुरू होगी , पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए जयपुर अजमेर में नए नलकूप को खोदे गए है ।


Conclusion:VO:- बैठक में जलदाय मंत्री बीडी कल्ला , आपदा प्रबंधन राहत मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल , कृषि मंत्री लालचंद कटारिया , गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया , कृषि एवं पशुपालन राज्यमंत्री भजन लाल जाटव , आपदा प्रबंधन राज्यमंत्री राजेंद्र यादव मुख्य सचिव डीबी गुप्ता , वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन आर्य , मुख्य सचिव कृषि पीके गोयक , जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव संदीप वर्मा , सचिव जल संसाधन सचिव आपदा प्रबंधन अधिकारी आशुतोष एटी पांडेकर उपस्थित थे ।
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