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गैर प्रशासनिक सेवा से IAS चयन के विरोध में उतरे RAS, मुख्य सचिव को दिया ज्ञापन

जयपुर में गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस में पदोन्नती का विरोध तेज हो गया है. सरकार की ओर से विभिन्न विभागों से आवेदन मांगने पर आरएएस अधिकारी इसके विरोध में उतर आये. आरएएस अधिकारियों के संगठन राजस्थान सेवा परिषद के प्रतिनिधियों ने पदोन्नति रुकवाने की मांग को लेकर मुख्यसचिव को ज्ञापन भी दिया.

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Published : Sep 12, 2019, 11:06 AM IST

Updated : Sep 12, 2019, 12:04 PM IST

जयपुर. गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस चयन का विरोध तेज हो गया है. इस विरोध में आरएएस के कई अधिकारी उतर आए है. वहीं इसका विरोध करते हुए मुख्यसचिव को ज्ञापन भी दिया. दरअसल, गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस में पदोन्नती का विरोध तेज हो गया है. सरकार की ओर से विभिन्न विभागों से आवेदन मांगने पर आरएएस अधिकारी इसके विरोध में उतर आये. आरएएस अधिकारियों के संगठन राजस्थान सेवा परिषद के प्रतिनिधियों ने पदोन्नति रुकवाने की मांग को लेकर मुख्यसचिव को ज्ञापन भी दिया.

गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस चयन के विरोध में उतरे आरएएस

बता दें कि आरएएस संगठन की नाराजगी इस बात से है की सरकार अन्य राज्यों की तर्ज पर नहीं. बल्कि अपने हिसाब से आईएएस पदोन्नति कर रही है. ज्ञापन में बताया गया है कि अन्य सेवा से आईएएस पदोन्नति सिर्फ विशेष परिस्थितियों में किये जाने का प्रावधान है.

पढ़ेंः RSS प्रमुख ने की राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात

आरएएस एसोसीएशन का प्रतिनिधिमंडल नॉन आरएएस से आईएएस बनाने के प्रस्ताव मांगे जाने के विरोध में अध्यक्ष शहीन ने बताया कि अन्य सेवाओं से हमेशा आईएएस बनाए जाने का कोई अधिकार नहीं है. नियमों में सरकार को यह अधिकार दिया गया है कि विशेष परिस्थिति में योग्यता के आधार पर किसी अन्य सेवा के अधिकारी को भी आईएएस बना सकती है. परंतु आरएएस अधिकारीयों की उपलब्धता के बावजूद अन्य सेवा के अधिकारियों को आईएएस बना दिया जाता है.

पढ़ेंः राजस्थान के 5 शहरों की इमारतों की सुरक्षा करेगी विदेशी एएचएलपी

ये अधिकारी प्रायः आरएएस अधिकारियों से जूनियर होते है. इन्हे प्रशासनिक अनुभव भी नहीं होता है. ये अधिकारी कुछ साल की सेवा के बाद हीं आईएएस बन जाते है. जबकि आरएएस से आईएएस में पदोन्नती लगभग 30 साल बाद हो रही है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से ये व्यवस्था बंद कर दी है. इसलिए राजस्थान में भी अन्य सेवाओं से आईएएस में चयन को बंद कर आरएएस सेवा से भरा जाना चाहिए. वहीं इस प्रतिनिधिमंडल में महासचिव सुनील भाटी, गौरव बजाड, हरजी लाल अटल, अनिल अग्रवाल सहित अन्य आरएएस अधिकारी मौजूद रहे.

जयपुर. गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस चयन का विरोध तेज हो गया है. इस विरोध में आरएएस के कई अधिकारी उतर आए है. वहीं इसका विरोध करते हुए मुख्यसचिव को ज्ञापन भी दिया. दरअसल, गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस में पदोन्नती का विरोध तेज हो गया है. सरकार की ओर से विभिन्न विभागों से आवेदन मांगने पर आरएएस अधिकारी इसके विरोध में उतर आये. आरएएस अधिकारियों के संगठन राजस्थान सेवा परिषद के प्रतिनिधियों ने पदोन्नति रुकवाने की मांग को लेकर मुख्यसचिव को ज्ञापन भी दिया.

गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस चयन के विरोध में उतरे आरएएस

बता दें कि आरएएस संगठन की नाराजगी इस बात से है की सरकार अन्य राज्यों की तर्ज पर नहीं. बल्कि अपने हिसाब से आईएएस पदोन्नति कर रही है. ज्ञापन में बताया गया है कि अन्य सेवा से आईएएस पदोन्नति सिर्फ विशेष परिस्थितियों में किये जाने का प्रावधान है.

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आरएएस एसोसीएशन का प्रतिनिधिमंडल नॉन आरएएस से आईएएस बनाने के प्रस्ताव मांगे जाने के विरोध में अध्यक्ष शहीन ने बताया कि अन्य सेवाओं से हमेशा आईएएस बनाए जाने का कोई अधिकार नहीं है. नियमों में सरकार को यह अधिकार दिया गया है कि विशेष परिस्थिति में योग्यता के आधार पर किसी अन्य सेवा के अधिकारी को भी आईएएस बना सकती है. परंतु आरएएस अधिकारीयों की उपलब्धता के बावजूद अन्य सेवा के अधिकारियों को आईएएस बना दिया जाता है.

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ये अधिकारी प्रायः आरएएस अधिकारियों से जूनियर होते है. इन्हे प्रशासनिक अनुभव भी नहीं होता है. ये अधिकारी कुछ साल की सेवा के बाद हीं आईएएस बन जाते है. जबकि आरएएस से आईएएस में पदोन्नती लगभग 30 साल बाद हो रही है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से ये व्यवस्था बंद कर दी है. इसलिए राजस्थान में भी अन्य सेवाओं से आईएएस में चयन को बंद कर आरएएस सेवा से भरा जाना चाहिए. वहीं इस प्रतिनिधिमंडल में महासचिव सुनील भाटी, गौरव बजाड, हरजी लाल अटल, अनिल अग्रवाल सहित अन्य आरएएस अधिकारी मौजूद रहे.

Intro:गैर प्रशासनिक सेवा से आईएएस चयन के विरोध में उतरे आरएएस , मुख्यसचिव को दिया ज्ञापन

एंकर:- गैर प्रशासनिक सेवा सेवा से आईएएस में पद्दोन्ति का विरोध तेज हो गया है , सरकार की ओर से विभिन्न विभागो से आवेदन मांगने पर आरएएस अधिकारी इसके विरोध में उतर आये , आरएएस अधिकारियों के संगठन राजस्थान सेवा परिषद के प्रतिनिधियों ने पदोन्नति रुकवाने की मांग को लेकर मुख्यसचिव को ज्ञापन सौंपा ,


Body:VO:- आरएएस संगठन की नारंगी इस बात से की सरकार अन्य राज्यों की तर्जनपर नही बल्कि अपने हिसाब से आईएएस पदोन्नति कर रही है , इसमे बताया गया कि अन्य सेवा से आईएएस पदोन्नति सिर्फ विशेष परिस्थितियों में किये जाने का प्रावधान है , RAS असोसीएशन का प्रतिनिधिमंडल नॉन RAS से IAS बनाने के प्रस्ताव माँगे जाने के विरोध में अध्यक्ष शहिन ने बताया कि अन्य सेवाओंसे हमेशा IAS बनाए जाने का कोई अधिकार नहीं है , नियमो में सरकार को यह अधिकार दिया गया है कि विशेष परिस्थिति में योग्यता के आधार पर किसी अन्य सेवा के अधिकारी को भी IAS बना सकती है , परंतु RAS अधिकारीयोकी उपलब्धता के बावजूद अन्य सेवा के अधिकारियों को IAS बना दिया जाता है , ये अधिकारी प्रायः RAS अधिकारियों से जूनियर होते है अवम प्रशासनिक अनुभव भी नहीं होता है , ये अधिकारी कुछ साल की सेवा के बाद हीं IAS बन जाते है जबकि RAS से IAS में पदोनती लगभग 30 साल बाद हो रही है , UP ,उत्तराखंड अवम चतीसगढ़ सरकार द्वारा ये व्यवस्था बंद कर दी है , इसीलिए राजस्थान में भी अन्य सेवाओं से IAS में चयन को बंद कर RAS सेवा से भरा जाना चाहिए ,
प्रतिनिधिमंडल में महासचिव सुनील भाटी,गौरव बजाड,हरजी लाल अटल ,अनिल अग्रवाल सहित अन्य RAS अधिकारी थे Conclusion:VO
Last Updated : Sep 12, 2019, 12:04 PM IST
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