जयपुर. राजधानी जयपुर की सबसे चर्चित सीट हवा महल पर चुनाव का परिणाम भी चर्चा का विषय रहा. मतगणना के दौरान 18 राउंड तक पिछड़ते रहे बीजेपी प्रत्याशी बालमुकुंद आचार्य को आखिरी राउंड में जीत मिली. महज 974 वोटों से बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस प्रत्याशी आरआर तिवाड़ी को हराया. जीत के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि मतदाताओं और माता बहनों ने खूब आशीर्वाद दिया.
लोगों का पूर्ण समर्थन और आशीर्वाद था : उन्होंने कहा कि हवा महल बीजेपी की परंपरागत सीट थी, उसे तुष्टिकरण की राजनीति करके, लोगों का पलायन करवाकर, वोट बैंक काटकर और इस तरह का माहौल बनाया गया कि सनातनी समाज यहां से छोड़कर चला गया. परकोटे में व्यापार चौपट हो गया, व्यापारी भी दुखी थे, जाम की वजह से यहां लोग आना नहीं चाहते थे. पर्यटन खत्म हो गया था, कुल मिलाकर हजारों समस्याएं यहां उत्पन्न कर दी गईं. उन्होंने कहा कि हवा महल ही नहीं आदर्श नगर और किशनपोल में भी यही स्थिति थी. सिर्फ हवा महल की अगर बात करें तो हवा महल विधानसभा में विकास कार्यों का अभाव रहा. इसी की वजह से लोगों का पूर्ण समर्थन और आशीर्वाद था.
वोट काटने का लगाया आरोप: उन्होंने कहा कि जीत को लेकर आश्वस्त थे, लेकिन चुनाव के दौरान समय कम था, इसलिए बहुत सी जगह जा ही नहीं पाए और प्रचार भी नहीं कर पाए. उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 12000 से 15000 वोट काट दिए गए, ये षड्यंत्र है. इसके बारे में जांच होनी चाहिए. इस बात का विचार रहेगा कि जो अंतर 20 हजार से 25 हजार का था, वो काफी कम रह गया इस पर काम किया जाएगा. किशनपोल और आदर्श नगर विचार का विषय है कि कहां कमी रही, उन्हें ठीक करने की जरूरत है.
वहीं, बालमुकुंद आचार्य के समर्थकों ने कहा कि जिस तरह महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र चल रहा था और विरोधियों को नहीं दिख रहा था, उसी तरह इस विधानसभा चुनाव में 'हनुमानजी' की कथा चल रही थी, जो विरोधियों को नहीं दिख रही थी. जब लास्ट में रिजल्ट आया तो वो बालमुकुंद आचार्य के पक्ष में आया. ये कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की जीत है.