जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना इलाके में गोदावरी अपार्टमेंट के बाहर एक दिसंबर को हुए महेंद्र मीणा हत्याकांड मामले (Jaipur Mahendra Meena murder case) में फिलहाल तक पुलिस के हाथ खाली है. बावजूद इसके इस हत्याकांड में नित्य चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. बदमाशों ने महेंद्र मीणा को गोली मारने के बाद उस पर कुल्हाड़ी और तलवार से भी हमले किए थे. जिसमें उसकी मौत हो गई थी. वहीं, मृतक की स्कॉर्पियो में (Increased crime graph in Jaipur) टक्कर मारने से खराब हुई थार जीप जब स्टार्ट नहीं हुई तो बदमाश एक कैब चालक से उसकी कार लूट ले गए थे. जिसे पुलिस ने शिवदासपुरा इलाके से बरामद कर लिया है. बहरहाल, पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें बदमाशों की तलाश में जुटी है.
डीसीपी ईस्ट राजीव पचार ने बताया कि मृतक महेंद्र मीणा के साले संदीप जीवली ने थाने में रिपोर्ट दी है. जिसमें विनीत मीणा मेढ़ी, बच्चा उर्फ़ संतोष उर्फ नीरव, टोलू उर्फ मुजाहिद को नामजद कर अन्य पर वारदात में शामिल होने का आरोप लगाया है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बदमाशों ने महेंद्र मीणा को गोली मारने के बाद उस पर कुल्हाड़ी और तलवार से भी हमले किए थे. हालांकि, पुलिस इसकी जांच में जुटी है. साथ ही पुलिस ने वारदात के दौरान लूटी कार को शनिवार की रात शिवदासपुरा इलाके से बरामद कर लिया है. वहीं, जांच में बदमाशों के एक साथी के पहले से शिवदासपुरा में साधन के इंतजाम की बात भी सामने आ रही है. पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें बदमाशों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
रंजिश में गई जान: पुलिस के अनुसार मृतक महेंद्र मीणा और आरोपी विनीत मीणा मेढ़ी आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति है. जिनके खिलाफ विभिन्न थानों में संगीन वारदातों में मामले दर्ज हैं. जांच में सामने आया है कि दोनों गैंग ऑनलाइन सट्टा, सेक्स रैकेट, सहित जमीन विवाद निपटाने के कामों में लिप्त थी. इन्हीं धंधों की वजह से दोनों गैंग के बीच रंजिश थी. पूर्व में भी दोनों गैंग आमने-सामने हो चुकी थी.
गौरतलब है कि एक दिसंबर की शाम करीब 5 बजे प्रताप नगर इलाके में गोदावरी अपार्टमेंट के बाहर चाय की थड़ी पर बदमाश महेंद्र मीणा अपने साले संदीप (gang war in jaipur) जीवली सहित दो अन्य साथियों के साथ चाय पी रहा था. इसी दौरान विरोधी गैंग के बदमाश विनीत मीणा अपने 5-6 साथियों सहित थार जीप से आया और आते ही महेंद्र की स्कॉर्पियो में टक्कर मार दी. खुद पर हमला होते देख महेंद्र और उसके साथी भागने लगे. संदीप ने एक पानी कैंपर के टैंकर की आड़ ली, जबकि दो अन्य साथियों ने भाग कर अपनी जान बचा ली. लेकिन, बदमाशों ने भागते हुए महेंद्र मीणा की पीठ में गोली मारकर हत्या कर दी.