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Jaipur Ki Ramleela : यहां रावण है फायरमैन, सीता आयुर्वेद चिकित्सक और राम MBA

जयपुर में जगह-जगह रामलीला का मंचन करने के लिए दूसरे शहरों से कलाकार आए हुए हैं. मंच पर राम सीता रावण का किरदार निभाने वाले ये कलाकार जनमानस को अपने धर्म से जोड़ने और अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से अपने रियल लाइफ वर्क को कुछ दिन के लिए भुला देते हैं. जबकि असल जीवन में रामलीला के रावण फायरमैन, सीता आयुर्वेद चिकित्सक और राम एमबीए हैं.

Jaipur Ki Ramleela
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 18, 2023, 7:47 AM IST

Updated : Oct 18, 2023, 10:59 AM IST

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. कोटा से चलकर जयपुर के आदर्श नगर में रामलीला को साकार कर रहे कलाकारों का सफर 1974 में शुरू हुई थी, जो उस दौर में मनोरंजन का मुख्य जरिया थी. हालांकि, यही रामलीला आज टेलीविजन के दौर में भी अपनी जगह बनाई हुई है. रामलीला के डायरेक्टर नवनीत कुमार ने बताया कि 1974 में जो सफर शुरू हुआ, उससे धीरे-धीरे कलाकार जुड़ते चले गए और एक समय ऐसा आया कि इतने कलाकार हो गए कि रिहर्सल के दौरान बैठने की जगह तक नहीं मिलती थी. तब रामलीला के सभी कलाकारों को लोग अपने घरों में ठहरने की व्यवस्था करते थे.

तीन साल से लेकर 70 साल तक के कलाकार : आज परिस्थितियों बदल चुकी हैं. आज लोगों को रामलीला से जोड़ना पड़ता है. लोगों का रुझान टेलीविजन की तरफ ज्यादा हो गया है. इस रामलीला टीम में तीन से चार परिवार तो ऐसे हैं, जिसके सभी सदस्य किसी ना किसी किरदार को निभाते हैं. जिसमें तीन साल से लेकर 70 साल तक के कलाकार शामिल हैं. सुरभि कला केन्द्र के अध्यक्ष शिवकांत गौतम ने बताया कि जब वो छोटे थे तभी से रामलीला में किरदार निभा रहे हैं. 2005 से 2011 तक राम का किरदार भी निभाया और बीते 4 वर्ष से रावण का रोल निभा रहे हैं.

पढ़ें : Hanuman Chalisa in Jaipur : 1100 मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ, प्रशासन को चेतावनी, यहां जानिए पूरा मामला

48 कलाकारों की टीम : उन्होंने कहा कि वो खुद रियल लाइफ में कोटा नगर निगम में फायरमैन है. कुछ कलाकार सरकारी तो कुछ प्राइवेट जॉब में भी हैं. उनकी 48 कलाकारों की टीम है, जिसमें पुरुष और युवा कलाकारों के अलावा 9 महिलाएं और चार बच्चे भी हैं. साल 2006 में रामलीलाओं में महिला पात्रों का किरदार निभाने के लिए महिलाएं आगे आईं. तब से रामायण की सभी महिला पात्रों का अभिनय महिलाएं ही कर रही हैं.

कलाकारकिरदारशिक्षा/नौकरी
आशीष गौतम रामएमबीए (प्राइवेट जॉब)
डॉ. कमल गौतम लक्ष्मणपीएचडी
डॉ. ममता श्रृंगीसीताआयुर्वेदिक चिकित्सक
शिवकांत गौतम रावण फायरमैन
नीतेश श्रृंगीभरत बीटेक
नवनीत गौडजनक बीएड (कैंटीन इंचार्ज)
अभिषेक गौतमहनुमानएमबीए (प्राइवेट जॉब)
एमएल शर्माविश्वामित्रसरकारी टीचर

अवकाश लेकर रामलीला का मंचन : हालांकि, जो लोग प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं, उन्हें इन दिनों में छुट्टी लेना भी मुश्किल हो जाता है. लेकिन फिर भी पूरे साल मैनेज करते हुए, नवरात्रि में अवकाश लेकर रामलीला का मंचन करते हैं. भगवान राम का किरदार निभा रहे आशीष गौतम ने बताया कि पिछले 12-13 साल से वो रामलीला से जुड़े. हालांकि, बचपन से ही रामलीला में छोटे-मोटे रोल तो किया करते थे, लेकिन पिछले 11 साल से राम का रोल निभा रहे हैं. उन्होंने बताया कि रियल लाइफ में एमबीए किया हुआ है और एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं, लेकिन अपनी जॉब से फ्री होकर कुछ समय भगवान की सेवा में देते हैं. उद्देश्य यही रहता है कि हिंदू साहित्य और ग्रंथ के प्रति लोग जागरूक हो सके.

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. कोटा से चलकर जयपुर के आदर्श नगर में रामलीला को साकार कर रहे कलाकारों का सफर 1974 में शुरू हुई थी, जो उस दौर में मनोरंजन का मुख्य जरिया थी. हालांकि, यही रामलीला आज टेलीविजन के दौर में भी अपनी जगह बनाई हुई है. रामलीला के डायरेक्टर नवनीत कुमार ने बताया कि 1974 में जो सफर शुरू हुआ, उससे धीरे-धीरे कलाकार जुड़ते चले गए और एक समय ऐसा आया कि इतने कलाकार हो गए कि रिहर्सल के दौरान बैठने की जगह तक नहीं मिलती थी. तब रामलीला के सभी कलाकारों को लोग अपने घरों में ठहरने की व्यवस्था करते थे.

तीन साल से लेकर 70 साल तक के कलाकार : आज परिस्थितियों बदल चुकी हैं. आज लोगों को रामलीला से जोड़ना पड़ता है. लोगों का रुझान टेलीविजन की तरफ ज्यादा हो गया है. इस रामलीला टीम में तीन से चार परिवार तो ऐसे हैं, जिसके सभी सदस्य किसी ना किसी किरदार को निभाते हैं. जिसमें तीन साल से लेकर 70 साल तक के कलाकार शामिल हैं. सुरभि कला केन्द्र के अध्यक्ष शिवकांत गौतम ने बताया कि जब वो छोटे थे तभी से रामलीला में किरदार निभा रहे हैं. 2005 से 2011 तक राम का किरदार भी निभाया और बीते 4 वर्ष से रावण का रोल निभा रहे हैं.

पढ़ें : Hanuman Chalisa in Jaipur : 1100 मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ, प्रशासन को चेतावनी, यहां जानिए पूरा मामला

48 कलाकारों की टीम : उन्होंने कहा कि वो खुद रियल लाइफ में कोटा नगर निगम में फायरमैन है. कुछ कलाकार सरकारी तो कुछ प्राइवेट जॉब में भी हैं. उनकी 48 कलाकारों की टीम है, जिसमें पुरुष और युवा कलाकारों के अलावा 9 महिलाएं और चार बच्चे भी हैं. साल 2006 में रामलीलाओं में महिला पात्रों का किरदार निभाने के लिए महिलाएं आगे आईं. तब से रामायण की सभी महिला पात्रों का अभिनय महिलाएं ही कर रही हैं.

कलाकारकिरदारशिक्षा/नौकरी
आशीष गौतम रामएमबीए (प्राइवेट जॉब)
डॉ. कमल गौतम लक्ष्मणपीएचडी
डॉ. ममता श्रृंगीसीताआयुर्वेदिक चिकित्सक
शिवकांत गौतम रावण फायरमैन
नीतेश श्रृंगीभरत बीटेक
नवनीत गौडजनक बीएड (कैंटीन इंचार्ज)
अभिषेक गौतमहनुमानएमबीए (प्राइवेट जॉब)
एमएल शर्माविश्वामित्रसरकारी टीचर

अवकाश लेकर रामलीला का मंचन : हालांकि, जो लोग प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं, उन्हें इन दिनों में छुट्टी लेना भी मुश्किल हो जाता है. लेकिन फिर भी पूरे साल मैनेज करते हुए, नवरात्रि में अवकाश लेकर रामलीला का मंचन करते हैं. भगवान राम का किरदार निभा रहे आशीष गौतम ने बताया कि पिछले 12-13 साल से वो रामलीला से जुड़े. हालांकि, बचपन से ही रामलीला में छोटे-मोटे रोल तो किया करते थे, लेकिन पिछले 11 साल से राम का रोल निभा रहे हैं. उन्होंने बताया कि रियल लाइफ में एमबीए किया हुआ है और एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं, लेकिन अपनी जॉब से फ्री होकर कुछ समय भगवान की सेवा में देते हैं. उद्देश्य यही रहता है कि हिंदू साहित्य और ग्रंथ के प्रति लोग जागरूक हो सके.

Last Updated : Oct 18, 2023, 10:59 AM IST
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