जयपुर. हिट एंड रन को लेकर केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नए कानून में कड़ी सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है. नए कानून को लेकर देशभर में जबरदस्त विरोध हो रहा है. जगह-जगह हो रहे आंदोलन से राजस्थान भी अछूता नहीं है. इस बीच सड़क हादसों और उनमें जान गंवाने वाले लोगों और हिट एंड रन के राजधानी में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. राजधानी जयपुर में सड़क हादसों और उनमें हुई मौतों का आंकड़ा खंगालें तो पता चलता है कि हर दिन औसतन दो लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा रहे हैं. इस मामले में देश की राजधानी दिल्ली और आईटी सिटी बेंगलुरू के बाद जयपुर देश में तीसरे पायदान पर है.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट बताती है कि जयपुर में साल 2022 में 678 सड़क हादसों में 704 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इनमें से 293 मामले हिट एंड रन के थे और इनमें 317 लोगों की मौत गई. जिन वाहनों से हादसे हुए. उनके चालक दुर्घटना के बाद मौके से फरार हो गए.
सड़क हादसों के ये हैं प्रमुख कारण : जयपुर में हिट एंड रन के अलावा सामान्य सड़क हादसे के 385 मामले साल 2022 में सामने आए हैं. जिनमें 387 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इन हादसों के पीछे वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना, नशे में वाहन चलाना, सड़क पर अचानक मवेशियों का आना, सड़क किनारे वाहन खड़े होना और सड़कों की खराब स्थिति जैसे कारण सामने आए हैं.
सबसे ज्यादा मौत देश की राजधानी दिल्ली में
- साल 2022 में दिल्ली में सड़क हादसे के सबसे ज्यादा 1420 मामले सामने आए, जिनमें 1442 लोगों की मौत हो गई.
- बेंगलुरू में साल 2022 में हुए 769 सड़क हादसों में 799 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
- प्रदेश की राजधानी जयपुर में 2022 में 678 सड़क हादसों में 704 लोगों की मौत हुई.
- 2022 में जयपुर में हुए कुल हादसों में से 293 मामले हिट एंड रन के थे, जिसमें 317 लोगों की मौत हुई.