जयपुर. बिजनेस में मुनाफे का लालच देकर डॉक्टरों से करोड़ों रुपए की ठगने के आरोपी शातिर डॉक्टर और उसकी महिला सहयोगी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. राजधानी जयपुर के सांगानेर इलाके के डॉक्टर फतेह सिंह गुर्जर को बिजनेस में अच्छे मुनाफे का झांसा देकर 1.37 करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोपी डॉक्टर रामलखन डिसानिया और उसकी सहयोगी महिला नेहा जैन उर्फ रानी जैन को सांगानेर थाना पुलिस ने डूंगरपुर से हिरासत में लेकर जयपुर लेकर आई. दोनों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है.
ये दोनों इस मामले में चार साल से फरार थे. जयपुर में इन दोनों के खिलाफ अलग-अलग थानों में दो दर्जन मुकदमें दर्ज हैं. डीसीपी (पूर्व) ज्ञानचंद यादव ने बताया कि डॉक्टर को बिजनेस का झांसा देकर करोड़ों की ठगी के मामले में डॉक्टर रामलखन डिसानिया पहले भी जेल जा चुका है. उस मामले में जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया था. बीते दिनों उसके डूंगरपुर में होने की जानकारी मिलने पर एक टीम का गठन कर डूंगरपुर रवाना किया गया. इस टीम ने डॉ. रामलखन डिसानिया और उसकी महिला सहयोगी नेहा उर्फ रानी जैन को गिरफ्तार किया है.
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खुद ही बैंक से लोन दिलाते, रकम खुद के खाते में जमा करवाते : पुलिस के अनुसार, डॉ. रामलखन और नेहा डॉक्टरों को बिजनेस में अच्छे मुनाफे का झांसा देते और उन्हें बैंक से लोन दिलाते थे. यह रकम वे व्यापार में इन्वेस्ट करने के नाम पर अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते थे. इसके बाद रकम हड़प लेते. इस तरह से डॉक्टरों को ठगने के दो दर्जन मुकदमें इन दोनों के खिलाफ जयपुर के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. इसके अलावा भी कई अन्य डॉक्टरों को भी उन्होंने अपना शिकार बनाया है. दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है. उनसे पूछताछ में कई और खुलासे होने की संभावना है.