जयपुर. राजधानी में हर दिन 600 से अधिक पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं भर्ती और होम आइसोलेट रहकर इलाज लेने वालों की संख्या भी 9 हजार के करीब हो गयी है. ऐसे में संक्रमण को रोकने और पॉजिटिव मरीजों के मूवमेंट को रोकने के लिए जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पॉजिटिव मरीजों के घर के बाहर नोटिस चस्पा करने के निर्देश दिए है.
इसके साथ ही पॉजिटिव मरीजों की मॉनिटरिंग और उन्हें समय पर समुचित उपचार देने के निर्देश दिए हैं. इसको लेकर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि जयपुर में अधिक संख्या में मरीज सामने आ रहे है. इसलिए संक्रमण रोकने के लिए पॉजिटिव मरीजों की मॉनिटरिंग करना आवश्यक है.
कलेक्टर ने कंटेनमेंट जोन को लेकर कहा है कि जयपुर में छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाये हुए हैं. कमिश्नरेट को कंटेनमेंट जोन बनाने के निर्देश दिए गए हैं. जहां भी कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं वहां पुलिस के अधिकारी मौके पर जाकर लोगों से समझाइश करते कर रहे हैं, ताकि कोरोना संक्रमित क्षेत्र में जाने से बचे.
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बता दें कि कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में संक्रमित मरीजों के घर पर नोटिस चस्पा किया जाता था और उनसे लोगों को पता चल जाता था कि उस घर में कोरोना संक्रमित मरीज है. इससे लोग उनके घर नहीं जाते थे और मरीज भी बाहर नहीं घूम सकते थे, लेकिन जैसे ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी चिकित्सा विभाग की ओर से नोटिस चस्पा करने का काम बंद कर दिया गया था. इसके चलते कोरोना संक्रमित मरीजों की मॉनिटरिंग सही तरीके से नहीं हो पाई और न ही उन पर पाबंदी लग सकी.