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जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हुई छोटी काशी, रामचंद्र मंदिर में 500 किलो दूध से हुआ अभिषेक

राजस्थान की राजधानी जयपुर यानी छोटी काशी रामलला के जन्मोत्सव पर जयकारों से गूंज उठी. रामनवमी के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र मंदिर में आयोजित हुआ.

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Published : Mar 30, 2023, 7:34 PM IST

chhoti kashi echoed with chants of Jai shri ram
जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हुई छोटी काशी
रामचंद्र मंदिर में 500 किलो दूध से हुआ अभिषेक

जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की धूम देखने को मिली. रामनवमी के अवसर पर छोटी काशी जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो गई. गुरुवार को शहर भर के विभिन्न मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए. मुख्य कार्यक्रम चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र मंदिर में आयोजित हुआ. रामचंद्र मंदिर में संपूर्ण राम दरबार को रियासत कालीन बेशकीमती आभूषण धारण करवाए गए. भगवान श्रीराम का पंचामृत अभिषेक किया गया. पंचामृत अभिषेक के बाद बधाई गान कार्यक्रम आयोजित हुआ. गुरुवार दोपहर को भगवान श्री राम जन्म आरती के बाद लड्डू बांटे गए. 101 हवाईओ की गर्जना के साथ आरती की गई.

ये भी पढ़ेंः Kanya Pujan in Bharatpur: अपनों से दूर ’अपना घर आश्रम’ में रामनवमी पर 52 कन्याओं का हुआ पूजन

भगवान को धारण कराए गए विशेष आभूषणः चांदपोल श्री रामचंद्र मंदिर में पंचामृत अभिषेक के साथ राम जन्मोत्सव की झांकियां सजाई गई. बैंड बाजों की स्वर लहरियों के साथ राम दरबार में पंचामृत अभिषेक किया गया. रामनवमी महोत्सव के अवसर पर रामचंद्र मंदिर चांदपोल में सुबह मंगला से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था. दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर रामचंद्र मंदिर पहुंचे और भगवान श्री राम की विशेष पूजा अर्चना की. विशेष विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया. 500 किलो दूध में इत्र, गुलाब, केसर, केवड़ा मिलाकर पंचामृत अभिषेक किया गया. दूध, घी, शहद, बूरा, गुलाब जल, चंदन, केवड़ा, केसर, मोगरा समेत सुगंधित जल से स्नान कराया गया. स्नान करवाने के बाद भगवान श्री राम दरबार का विशेष शृंगार किया गया. राम दरबार को रत्न जड़ित जरदोजी लगी पोशाक धारण करवाई गई. हीरे, मोती, पन्ना, माणक, नीलम, सोना-चांदी के विशेष रजवाड़ी आभूषण धारण करवाए गए.

51 किलो के केक का लगेगा भोगः रामचंद्र मंदिर में दोपहर को आरती में पंजीरी और पंचामृत वितरित किया गया. भगवान श्रीराम के जन्म पर 21,000 लड्डू का प्रसाद वितरित किया गया. शाम को महाआरती की जाएगी. 31,000 दीपकों से महिलाएं महाआरती करेंगी. महाआरती में राज्यपाल कलराज मिश्र भी शामिल होंगे. भगवान श्रीराम को 51 किलो के विशेष केक का भी भोग लगाया जाएगा. 31 मार्च को भगवान श्रीराम जन्म के उपलक्ष्य में बधाई उत्सव मनाया जाएगा.

रामचंद्र मंदिर में 500 किलो दूध से हुआ अभिषेक

जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की धूम देखने को मिली. रामनवमी के अवसर पर छोटी काशी जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो गई. गुरुवार को शहर भर के विभिन्न मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए. मुख्य कार्यक्रम चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र मंदिर में आयोजित हुआ. रामचंद्र मंदिर में संपूर्ण राम दरबार को रियासत कालीन बेशकीमती आभूषण धारण करवाए गए. भगवान श्रीराम का पंचामृत अभिषेक किया गया. पंचामृत अभिषेक के बाद बधाई गान कार्यक्रम आयोजित हुआ. गुरुवार दोपहर को भगवान श्री राम जन्म आरती के बाद लड्डू बांटे गए. 101 हवाईओ की गर्जना के साथ आरती की गई.

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भगवान को धारण कराए गए विशेष आभूषणः चांदपोल श्री रामचंद्र मंदिर में पंचामृत अभिषेक के साथ राम जन्मोत्सव की झांकियां सजाई गई. बैंड बाजों की स्वर लहरियों के साथ राम दरबार में पंचामृत अभिषेक किया गया. रामनवमी महोत्सव के अवसर पर रामचंद्र मंदिर चांदपोल में सुबह मंगला से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था. दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर रामचंद्र मंदिर पहुंचे और भगवान श्री राम की विशेष पूजा अर्चना की. विशेष विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया. 500 किलो दूध में इत्र, गुलाब, केसर, केवड़ा मिलाकर पंचामृत अभिषेक किया गया. दूध, घी, शहद, बूरा, गुलाब जल, चंदन, केवड़ा, केसर, मोगरा समेत सुगंधित जल से स्नान कराया गया. स्नान करवाने के बाद भगवान श्री राम दरबार का विशेष शृंगार किया गया. राम दरबार को रत्न जड़ित जरदोजी लगी पोशाक धारण करवाई गई. हीरे, मोती, पन्ना, माणक, नीलम, सोना-चांदी के विशेष रजवाड़ी आभूषण धारण करवाए गए.

51 किलो के केक का लगेगा भोगः रामचंद्र मंदिर में दोपहर को आरती में पंजीरी और पंचामृत वितरित किया गया. भगवान श्रीराम के जन्म पर 21,000 लड्डू का प्रसाद वितरित किया गया. शाम को महाआरती की जाएगी. 31,000 दीपकों से महिलाएं महाआरती करेंगी. महाआरती में राज्यपाल कलराज मिश्र भी शामिल होंगे. भगवान श्रीराम को 51 किलो के विशेष केक का भी भोग लगाया जाएगा. 31 मार्च को भगवान श्रीराम जन्म के उपलक्ष्य में बधाई उत्सव मनाया जाएगा.

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