जयपुर. राजस्थान में जिस तरीके से माइनिंग होती है उस माइनिंग के चलते मजदूरों को काम तो मिलता है लेकिन एक असाध्य रोग भी मजदूरों के जीवन के लिए आफत बन जाता है और उसका नाम है सिलिकोसिस. राजस्थान में कई इलाकों में सिलिकोसिस बीमारी का असर है. राजस्थान विधानसभा में भी आज शून्यकाल में सिलिकोसिस बीमारी का मामला उठा.
बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह ने अपने क्षेत्र में मजदूरों को हो रही सिलिकोसिस बीमारी का मामला उठाते हुए कहा कि सरकार इसमें राहत दिलवाई इस पर जवाब देते हुए मंत्री रघु शर्मा ने माना कि प्रदेश में सिलिकोसिस बीमारी अपने पैर फैला रही है. इसके लिए उन्होंने आज सदन में कहा कि प्रदेश में सरकार सिलिकोसिस रोगियों को राहत देने के लिए सिलिकोसिस नीति बनाने जा रही है. यह सिलिकोसिस नीति तीन विभाग जिसे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग खान विभाग और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग बनाएंगे वहीं रघु शर्मा ने सदन में यह भी कहा कि अब तक सिलिकोसिस से ग्रसित बीमार को 1 लाख उपचार के लिए मिलता था जिसकी राशि अब बढ़ाकर दो लाख कर दी गई है तो वहीं अगर इस बीमारी से किसी की मौत हो जाती है तो उसके परिजनों को 3 लाख मुआवजे के तौर पर भी दिया जा रहा है.