जयपुर. राजधानी जयपुर में ऑटो और ई-रिक्शा में सफर करने वाली महिलाओं के आभूषण, पर्स व नकदी लूटने वाली अंतरराज्यीय गुजराती गैंग का खुलासा करने में पुलिस को सफलता मिली है. वैशाली नगर थाना पुलिस ने सोमवार को इस गैंग की एक महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने जयपुर में दो दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है. वारदातों को अंजाम देने के बाद ये वापस लौट जाते थे.
डीसीपी (पश्चिम) वंदिता राणा ने बताया कि ऑटो और ई-रिक्शा में सफर करने वाली महिलाओं के साथ बैठकर उनके जेवरात और नकदी-पर्स चुराने वाली गुजराती गैंग के गोविंद अमरसी उर्फ गोविंद सोलंकी और उसकी पत्नी भागू बैन को गिरफ्तार किया गया है. ये गुजरात के गुंदाला नवी गांव के निवासी हैं. ये अभी जयपुर के बिंदायका इलाके में रुके हुए थे. इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी और लूटा गया माल बरामद किया जाएगा. प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने जयपुर के झोटवाड़ा, संजय सर्किल, महेश नगर, सिंधी कैंप, चित्रकूट, सदर, मुरलीपुरा, करधनी, कोतवाली, विद्याधर नगर और बजाज नगर में भी वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है.
महिला की रिपोर्ट पर किया गया टीम का गठनः डीसीपी (पश्चिम) वंदिता राणा ने बताया कि घीसी देवी ने 25 अप्रैल को वैशाली नगर थाने में एक मुकदमा दर्ज करवाया और बताया था कि दिन में करीब 2 बजे वह खातीपुरा तिराहे पर ऑटो का इंतजार कर रही थी. एक ऑटो आया जिसमें चालक के अलावा दो अन्य व्यक्ति और एक महिला बैठी थी. उन्होंने महिला को पकड़ लिया और चांदी की कनकती (कमर में पहनने का आभूषण) लूट ली. महिला के शोर मचाने पर वे उसे ऑटो से उतारकर भाग गए. वारदात के खुलासे के लिए हेड कांस्टेबल बनवारी लाल, सुरेंद्र कुमार, कांस्टेबल आशीष और देवेंद्र की विशेष टीम का गठन किया गया.
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किराए का कमरा लेकर रहते, वारदात कर निकल जाते: प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी गुजरात के पोरबंदर इलाके के रहने वाले हैं और अंतरराज्यीय गैंग के शातिर बदमाश हैं. ये कुछ दिन जयपुर में रुकने के लिए कमरा किराए पर लेते हैं. शहर के अलग-अलग इलाकों में महिलाओं के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद ये वापस अपने गांव लौट जाते हैं. जब यहां रुकते हैं तो मकान मालिक और आसपास के लोगों को मजदूरी पर जाने की बात कहते हैं. ताकि किसी को शक नहीं हो.