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फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने वालों की खैर नहीं, डीजीपी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश - Rajasthan Hindi News

राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी उमेश मिश्रा ने फर्जी डिग्री मार्कशीट बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पुलिस मुख्यालय की ओर से गिरोह के खिलाफ कड़ी निगरानी रखी जा रही है. एडीजी क्राइम दिनेश एमएन पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने वाले गिरोह से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने से संबंधित विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थानों की भी निगरानी होगी.

डीजीपी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
डीजीपी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 24, 2023, 9:16 PM IST

जयपुर. डीजीपी उमेश मिश्रा के मुताबिक मुख्यमंत्री भजन लाल के निर्देशानुसार शिक्षा की आड़ में अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिये फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने वाले गिरोह से जुड़े सभी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस मुख्यालय की ओर से इन गिरोह से जुड़े व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. एडिशनल डीजी क्राइम दिनेश एमएन इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. यह टीम प्रदेश और अन्य राज्यों में फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने वाले विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थानों पर नजर रखेगी. सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में प्राप्त शिकायतों पर तत्काल अनुसंधान कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

जोधपुर में पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार : डीजीपी उमेश मिश्रा के मुताबिक विगत दिनों जोधपुर पश्चिम जिला पुलिस ने विभिन्न यूनिवर्सिटी के कई कोर्स की फर्जी अंक तालिका देकर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड नरेश प्रजापत को गिरफ्तार किया है. आरोपी के विरुद्ध थाना कुड़ी भगतासनी स्थित एक स्कूल के संचालक अशोक कुमार गुप्ता की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. राज्य और राज्य से बाहर की विभिन्न यूनिवर्सिटी में प्रवेश और कोर्स करवाने के नाम पर आरोपी नरेश ने पीड़ित से वर्ष 2021 से 30 व्यक्तियों के आवेदन लेकर 26 लाख रुपये ले लिए और सभी को फर्जी डिग्री और मार्कशीट थमा दी.

इसे भी पढ़ें-घर बैठे कोर्स करवाने के नाम पर फर्जी डिग्रियां देने वाला गिरफ्तार

डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने मामले में त्वरित अनुसंधान कर आरोपी नरेश प्रजापत को 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया. जांच में सामने आया कि नरेश की अन्य राज्यों की फर्जी डिग्रियों के एजेंट्स से संपर्क है. पैसे लेकर आरोपी उत्तराखंड शिक्षा परिषद रुड़की, मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चितौड़गढ़, श्री कृष्णा विश्वविद्यालय छतरपुर मध्य प्रदेश और आईईसी यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश के नाम से जारी फर्जी डिग्रियां देता था.

सख्त कार्रवाई के आदेश : डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि अन्य राज्यों में इसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए डीसीपी पश्चिम गौरव यादव के निर्देशन में दो टीम रवाना की गई हैं. अभियुक्त नरेश प्रजापत को रिमांड पर लेकर गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है. फर्जी अंक तालिका और डिग्रियां तैयार करने वाले प्रत्येक आरोपी को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.

जयपुर. डीजीपी उमेश मिश्रा के मुताबिक मुख्यमंत्री भजन लाल के निर्देशानुसार शिक्षा की आड़ में अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिये फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने वाले गिरोह से जुड़े सभी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस मुख्यालय की ओर से इन गिरोह से जुड़े व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. एडिशनल डीजी क्राइम दिनेश एमएन इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. यह टीम प्रदेश और अन्य राज्यों में फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने वाले विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थानों पर नजर रखेगी. सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में प्राप्त शिकायतों पर तत्काल अनुसंधान कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

जोधपुर में पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार : डीजीपी उमेश मिश्रा के मुताबिक विगत दिनों जोधपुर पश्चिम जिला पुलिस ने विभिन्न यूनिवर्सिटी के कई कोर्स की फर्जी अंक तालिका देकर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड नरेश प्रजापत को गिरफ्तार किया है. आरोपी के विरुद्ध थाना कुड़ी भगतासनी स्थित एक स्कूल के संचालक अशोक कुमार गुप्ता की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. राज्य और राज्य से बाहर की विभिन्न यूनिवर्सिटी में प्रवेश और कोर्स करवाने के नाम पर आरोपी नरेश ने पीड़ित से वर्ष 2021 से 30 व्यक्तियों के आवेदन लेकर 26 लाख रुपये ले लिए और सभी को फर्जी डिग्री और मार्कशीट थमा दी.

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डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने मामले में त्वरित अनुसंधान कर आरोपी नरेश प्रजापत को 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया. जांच में सामने आया कि नरेश की अन्य राज्यों की फर्जी डिग्रियों के एजेंट्स से संपर्क है. पैसे लेकर आरोपी उत्तराखंड शिक्षा परिषद रुड़की, मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चितौड़गढ़, श्री कृष्णा विश्वविद्यालय छतरपुर मध्य प्रदेश और आईईसी यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश के नाम से जारी फर्जी डिग्रियां देता था.

सख्त कार्रवाई के आदेश : डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि अन्य राज्यों में इसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए डीसीपी पश्चिम गौरव यादव के निर्देशन में दो टीम रवाना की गई हैं. अभियुक्त नरेश प्रजापत को रिमांड पर लेकर गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है. फर्जी अंक तालिका और डिग्रियां तैयार करने वाले प्रत्येक आरोपी को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.

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