जयपुर. दो दिन पहले जनाना हॉस्पिटल में जुड़वा बच्चे बताकर एक बच्चा थमाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर अस्पताल में काफी हंगामा भी हुआ था. हालांकि प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. लेकिन प्रसूता का कहना है कि जब तक अस्पताल प्रशासन उसे दूसरा बच्चा नहीं देता. तब तक वह अस्पताल में ही रहेगी.
प्रसूता ने कहा कि सोनोग्राफी जांच में उसको दो बच्चे बताए गए थे. लेकिन डिलीवरी के बाद उसे सिर्फ एक बच्चा दिया गया. वहीं मामले को लेकर जनाना अस्पताल की अधीक्षक डॉ. लता राजोरिया का कहना है कि उन्होंने जांच कमेटी गठित कर दी है. कमेटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. उन्होंने कहा कि जब प्रसूता का 5वें महीने में सोनोग्राफी की गई थी. उस समय सिर्फ एक ही बच्चा दिखाई दे रहा था.
वहीं डिलीवरी कराने वाले चिकित्सक का कहना है कि महिला दिव्यांग है. उसके रीड की हड्डी में कुछ समस्या है. ऐसे में कई बार सोनोग्राफी की रिपोर्ट गलत हो सकती है. लेकिन उन्होंने दावा किया है कि जब उन्होंने महिला की डिलीवरी करवाई तो सिर्फ एक बच्चा ही उसकी कोख में था. हालांकि अब पूरे मामले की जांच अस्पताल प्रशासन और पुलिस द्वारा करवाई जा रही है.