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जनाना अस्पताल मामले पर जांच कमेटी गठित, प्रसूता बोली- बच्चा मिलने के बाद अस्पताल से जाउंगी

जयपुर के जनाना हॉस्पिटल मामले पर अस्पताल प्रशासन की ओर से जांच कमेटी गठित कर दी गई है. लेकिन प्रसूता का कहना है कि जब तक उसको दूसरा बच्चा नहीं मिलेगा. तब तक वह अस्पताल से नहीं जाएगी.

जनाना अस्पताल मामले पर जांच कमेटी गठित
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Published : Jul 15, 2019, 5:42 PM IST

जयपुर. दो दिन पहले जनाना हॉस्पिटल में जुड़वा बच्चे बताकर एक बच्चा थमाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर अस्पताल में काफी हंगामा भी हुआ था. हालांकि प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. लेकिन प्रसूता का कहना है कि जब तक अस्पताल प्रशासन उसे दूसरा बच्चा नहीं देता. तब तक वह अस्पताल में ही रहेगी.

प्रसूता ने कहा कि सोनोग्राफी जांच में उसको दो बच्चे बताए गए थे. लेकिन डिलीवरी के बाद उसे सिर्फ एक बच्चा दिया गया. वहीं मामले को लेकर जनाना अस्पताल की अधीक्षक डॉ. लता राजोरिया का कहना है कि उन्होंने जांच कमेटी गठित कर दी है. कमेटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. उन्होंने कहा कि जब प्रसूता का 5वें महीने में सोनोग्राफी की गई थी. उस समय सिर्फ एक ही बच्चा दिखाई दे रहा था.

जयपुर जनाना अस्पताल मामले पर जांच कमेटी गठित

वहीं डिलीवरी कराने वाले चिकित्सक का कहना है कि महिला दिव्यांग है. उसके रीड की हड्डी में कुछ समस्या है. ऐसे में कई बार सोनोग्राफी की रिपोर्ट गलत हो सकती है. लेकिन उन्होंने दावा किया है कि जब उन्होंने महिला की डिलीवरी करवाई तो सिर्फ एक बच्चा ही उसकी कोख में था. हालांकि अब पूरे मामले की जांच अस्पताल प्रशासन और पुलिस द्वारा करवाई जा रही है.

जयपुर. दो दिन पहले जनाना हॉस्पिटल में जुड़वा बच्चे बताकर एक बच्चा थमाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर अस्पताल में काफी हंगामा भी हुआ था. हालांकि प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. लेकिन प्रसूता का कहना है कि जब तक अस्पताल प्रशासन उसे दूसरा बच्चा नहीं देता. तब तक वह अस्पताल में ही रहेगी.

प्रसूता ने कहा कि सोनोग्राफी जांच में उसको दो बच्चे बताए गए थे. लेकिन डिलीवरी के बाद उसे सिर्फ एक बच्चा दिया गया. वहीं मामले को लेकर जनाना अस्पताल की अधीक्षक डॉ. लता राजोरिया का कहना है कि उन्होंने जांच कमेटी गठित कर दी है. कमेटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. उन्होंने कहा कि जब प्रसूता का 5वें महीने में सोनोग्राफी की गई थी. उस समय सिर्फ एक ही बच्चा दिखाई दे रहा था.

जयपुर जनाना अस्पताल मामले पर जांच कमेटी गठित

वहीं डिलीवरी कराने वाले चिकित्सक का कहना है कि महिला दिव्यांग है. उसके रीड की हड्डी में कुछ समस्या है. ऐसे में कई बार सोनोग्राफी की रिपोर्ट गलत हो सकती है. लेकिन उन्होंने दावा किया है कि जब उन्होंने महिला की डिलीवरी करवाई तो सिर्फ एक बच्चा ही उसकी कोख में था. हालांकि अब पूरे मामले की जांच अस्पताल प्रशासन और पुलिस द्वारा करवाई जा रही है.

Intro:जयपुर- जयपुर के जनाना हॉस्पिटल मामले पर अस्पताल प्रशासन की ओर से जांच कमेटी गठित कर दी गई है लेकिन प्रसूता कह रही है कि जब तक उसको दूसरा बच्चा नहीं मिलेगा तब तक वह अस्पताल से नहीं जाएगी


Body:2 दिन पहले जनाना हॉस्पिटल में जुड़वा बच्चे बताकर एक बच्चा थमाने का मामला सामने आया था इसके बाद अस्पताल में काफी हंगामा भी हुआ था और हालांकि प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है लेकिन प्रसूता का कहना है कि जब तक अस्पताल प्रशासन उसे दूसरा बच्चा नहीं देता तब तक वह अस्पताल में ही रहेगी उसका अभी भी कहना है कि सोनोग्राफी जांच में दो बच्चे बताए गए थे लेकिन डिलीवरी के बाद सिर्फ उसे एक बच्चा दिया गया........ वहीं मामले को लेकर जनाना अस्पताल की अधीक्षक डॉ लता राजोरिया का कहना है कि हमने जांच कमेटी गठित कर दी है और जांच कमेटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी राजोरिया ने यह भी कहा कि जब पांचवे महीने की सोनोग्राफी की गई थी तो उसमें सिर्फ एक ही बच्चा दिखाई दे रहा था....... वही डिलीवरी कराने वाले चिकित्सक कभी कहना है कि महिला दिव्यांग है और उसके रीड की हड्डी में कुछ समस्या है तो ऐसे में कई बार सोनोग्राफी की रिपोर्ट गलत हो सकती है लेकिन उन्होंने दावा किया है कि जब उन्होंने महिला की डिलीवरी करवाई तो सिर्फ एक बच्चा ही उसकी कोख में था


Conclusion:हालांकि अब पूरे मामले की जांच अस्पताल प्रशासन और पुलिस द्वारा करवाई जा रही है और देखना होगा कब तक जांच रिपोर्ट पेश होती है

बाईट-रमा देवी,प्रसूता
बाईट-डॉ लता राजोरिया अधीक्षक जनाना अस्पताल
बाईट-डॉ अनिल गुर्जर,जनाना अस्पताल
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